अग्निवीर को लेकर राहुल गाँधी का सवाल एक जवान की ज़िन्दगी का महत्व दूसरे से अलग कैसे
x

अग्निवीर को लेकर राहुल गाँधी का सवाल एक जवान की ज़िन्दगी का महत्व दूसरे से अलग कैसे

राहुल ने पूछा कि अग्निवीर के रूप में शहीद हुए दो सैनिकों के परिवारों को अन्य शहीद सैनिकों के समान पेंशन और लाभ क्यों नहीं मिलेंगे?


Rahul Gandhi On Agniveer : लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी ने एक बार फिर से अग्निवीर का मुद्दा उठाया है. इस बार उन्होंने ये मामला दो सैनिकों की मौत के बाद उठाया है और सवाल किया है कि आखिर एक सैनिक का जीवन दूसरे सैनिक की तुलना में मूल्यवान कैसे है?

दरअसल नासिक में प्रशिक्षण के दौरान दो अग्निवीरों की मौत के बाद विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से सवाल करते हुए जवाब मांगा.
राहुल गाँधी ने पूछा कि 'अग्निवीर' के रूप में शहीद हुए दो सैनिकों के परिवारों को अन्य शहीद सैनिकों के समान पेंशन और लाभ क्यों नहीं मिलेंगे? राहुल ने ये भी कहा कि वो इस "अन्याय" के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.
"नासिक में प्रशिक्षण के दौरान दो अग्निवीरों - गोहिल विश्वराज सिंह और सैफत शीट - की मृत्यु बहुत दुखद है. उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है.

अन्याय और अपमान
राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट लिखते हुए पूछा, "यह घटना एक बार फिर अग्निवीर योजना पर गंभीर सवाल उठाती है, जिसका जवाब देने में भाजपा सरकार विफल रही है. क्या गोहिल और सैफत के परिवारों को समय पर मुआवजा मिलेगा जो किसी अन्य शहीद सैनिक के मुआवजे के बराबर होगा?"
उन्होंने कहा, "अग्निवीरों के परिवारों को पेंशन और अन्य सरकारी सुविधाओं का लाभ क्यों नहीं मिलेगा? जब दोनों सैनिकों की जिम्मेदारियां और बलिदान एक जैसे हैं, तो उनकी शहादत के बाद यह भेदभाव क्यों?"
इतना ही नहीं राहुल गाँधी ने यहाँ तक कहा कि अग्निपथ योजना सेना के साथ अन्याय है और हमारे बहादुर सैनिकों की शहादत का अपमान है.
गांधी ने कहा, "प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को जवाब देना चाहिए कि एक सैनिक का जीवन दूसरे सैनिक के जीवन से अधिक मूल्यवान क्यों है?"

एक जुट होने की की अपील
राहुल गाँधी ने अपनी पोस्ट में लिखा कि "आइये इस अन्याय के खिलाफ एकजुट हों। भाजपा सरकार की 'अग्निवीर' योजना को हटाने और देश के युवाओं और सेना के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए आज हमारे 'जय जवान' आंदोलन में शामिल हों."
अग्निवीर गोहिल और सैफत की महाराष्ट्र के नासिक जिले में फील्ड फायरिंग अभ्यास के दौरान मृत्यु हो गई.
कई लोगों ने अग्निवीर विश्वराजसिंह गोहिल को अंतिम श्रद्धांजलि दी, जिनका पार्थिव शरीर गुजरात के राजकोट जिले में उनके पैतृक गांव अंछवद में पहुंचा.



Read More
Next Story