हाथ में संविधान और 99 सीटों पर कब्जा, राहुल गांधी कैसे होते गए ताकतवर?
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हाथ में संविधान और 99 सीटों पर कब्जा, राहुल गांधी कैसे होते गए ताकतवर?

आम चुनाव 2024 में वैसे तो कांग्रेस के खाते में महज 99 सीटें ही आई हैं। लेकिन इसे राहुल गांधी की बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि उनकी कामयाबी के पीछे एक टीम भी है।


Rahul Gandhi News: राहुल गांधी, कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं, अध्यक्ष भी रहे और अब नेता प्रतिपक्ष हैं. यहां बता दें कि 2014 और 2019 में कांग्रेस के सांसदों की संख्या इतनी नहीं थी कि वैधानिक तौर पर वो नेता प्रतिपक्ष के पद पर हक जता सके। आम चुनाव 2024 के जब नतीजे सामने आए और कांग्रेस की सीट संख्या से यह साफ हो गया कि कम से कम कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष के लिए योग्य हो चुकी है. कांग्रेस की जीत में राहुल गांधी की वो तस्वीर याद होगी जिसमें वो हाथ में संविधान की किताब लेकर मोदी सरकार पर हमलावर थे। वो अपने धारदार भाषणों के जरिए मोदी सरकार की पोल खोल रहे थे। राहुल गांधी वो चेहरा थे जो जनता के सामने थे। लेकिन कुछ ऐसे लोग भी थे जो लगातार उनकी ताकत बने रहे। पर्दे के पीछे रह कर ना सिर्फ उन्होंने राहुल गांधी को मजबूत किया बल्कि कांग्रेस पार्टी 100 में एक कम ही सही 99 सीट को अपनी झोली में डालने में कामयाब रही। यहां हम कुछ लोगों की चर्चा करेंगे जो राहुल गांधी के कान, आंख और नाक कहे जाते हैं।

राहुल की टीम में अनुभव और जोश का मेल
एक कहावत भी है कि कोई भी टीम बेहतर तरीके से काम करती है जिसमें युवा और अनुभव का तालमेल हो। अगर राहुल गांधी की टीम पर नजर डालें तो मल्लिकार्जुन खड़गे, सैम पित्रोदा, के सी वेणुगोपाल, मनिकम टैगोर जैसे अनुभवी नेता तो तो अलंकार सवाई, कौशल विद्यार्थी,गोरव गोगोई, सुनील कानूगोलू, बी श्रीवास्तव, के बी बायजू का युवा जोश था. कहा जाता है कि अनुभवी नेताओं ने जमीन को परखा रणनीति बनाई तो युवा चेहरों ने अनुभव को शब्दों और रणनीति में धार दी। इस तरह से राहुल गांधी की चुनावी प्रचार को आगे बढ़ाने का मौका मिला। अगर कांग्रेस के प्रदर्शन की बात करें तो यह बात सच है कि सीटों की संख्या 99 है. लेकिन उत्तर से लेकर दक्षिण तक पार्टी का प्रभाव बढ़ा है.

अनुभवी चेहरे

मल्लिकार्जुन खड़गे

सैम पित्रोदा

के सी वेणुगोपाल

मणिकम टैगोर

युवा जोश

गौरव गोगोई

  • अलंकार सवाई
  • के बी बायजू
  • कौशल विद्यार्थी

उत्तर से लेकर दक्षिण तक 'पंजा'
उत्तर भारत में कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान, हरियाणा , पंजाब में शानदार प्रदर्शन किया तो यूपी में भी 6 सीटों के साथ यह साबित कर दिया कि सत्ता पक्ष अब कांग्रेस को हल्के में ना ले। राहुल गांधी ने अपने एक बयान में कहा भी था कि कांग्रेस की भावना को जनता ने पूरा समर्थन दिया। कांग्रेस की 99 सीट में हर एक शख्स और राज्य का योगदान है। लेकिन वो यूपी के योगदान को नहीं भूल सकते। जानकार कहते भी हैं कि जिस किसी भी पार्टी को दिल्ली पर काबिज होने के सपने को जमीन पर उतारना है तो यूपी को फतह करना ही होगा। कांग्रेस ने जिस तरह से अपने सहयोगी दलों के साथ सीट शेयरिंग के विषय पर लचीला रुख अपनाया वो काबिलेतारीफ था। यही नहीं जिस तरह से बीजेपी के 400 पार के नारे को कांग्रेस ने संविधान पर हमला करार देते हुए लोगों के मन और मष्तिष्क दोनों को बदल दिया।

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