क्या केजरीवाल के नक्शेकदम पर राहुल गांधी, बोले- ED रेड की बनाई जा रही है योजना
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क्या केजरीवाल के नक्शेकदम पर राहुल गांधी, बोले- ED रेड की बनाई जा रही है योजना

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का कहना है कि चक्रव्यूह वाले बयान के बाद अब उनके खिलाफ ईडी रेड की योजना बनाई जा रही है।


Rahul Gandhi on ED Raid: सियासत में अगर सियासी चेहरे आरोप ना लगाएं तो क्या करें। पहले राजनेता मुद्दों पर सरकार को या पार्टियां एक दूसरे को घेरा करती हैं। लेकिन भारत की सियासत में एक नया चलन आया है। जनता के सामने खुद को बेदाग पेश करने के लिए आरोप लगाने का खेल खेलो। आप को याद होगा जब दिल्ली के डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया, सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली शराब घोटाले में केस दर्ज हुए तो केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगाए गये। आम आदमी पार्टी प्रेंस कांफ्रेस के जरिए कहती थी कि आज ईडी की रेड होने वाली है, आज सीबीआई सीएम और डिप्टी सीएम को गिरफ्तार करने आ रही है। कुछ उसी तरह से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी कह रहे हैं ईडी रेड की प्लानिंग की जा रही है हालांकि वो खुले हाथों से उनका सम्मान करेंगे।

एक्स पर राहुल गांधी लिखते हैं कि 2 में से एक चक्रव्यूह वाली स्पीच पसंद नहीं आई। ईडी से ही जुड़े कुछ लोगों ने उन्हें बताया है कि रेड की योजना बनाई जा रही है हालांकि चाय और बिस्किट के साथ वो खुली बाहों से उनके स्वागत के लिए तैयार हैं।

क्या था चक्रव्यूह स्पीच
29 जुलाई को लोकसभा में केंद्रीय बजट 2024 पर बोलते हुए गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि देश के किसान, मजदूर और युवा डरे हुए हैं। 29 जुलाई को लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान, गांधी ने केंद्र सरकार के खिलाफ तीखी आलोचना करने के लिए प्राचीन भारतीय महाकाव्य महाभारत से 'चक्रव्यूह' की अवधारणा का इस्तेमाल किया। उन्होंने महाकाव्य के रणनीतिक युद्ध और वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य के बीच समानता को दर्शाते हुए सरकार की नीतियों में चुनौतियों और जाल को उजागर करने के लिए रूपक का इस्तेमाल किया।

उन्होंने कहा, "हजारों साल पहले कुरुक्षेत्र में छह लोगों ने अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाकर मार डाला था। मैंने थोड़ा शोध किया और पाया कि चक्रव्यूह को पद्मव्यूह भी कहते हैं, जिसका अर्थ है कमल का फूल। चक्रव्यूह कमल के आकार का होता है। 21वीं सदी में एक नया चक्रव्यूह बनाया गया है, वह भी कमल के फूल के आकार का। प्रधानमंत्री इसका प्रतीक अपने सीने पर पहनते हैं। अभिमन्यु के साथ जो हुआ, उससे भारत बर्बाद हो रहा है - युवा, किसान, महिलाएं, छोटे और मध्यम व्यापारी। अभिमन्यु को छह लोगों ने मारा था। आज भी चक्रव्यूह के केंद्र में छह लोग हैं। आज भी भारत को छह लोग नियंत्रित करते हैं - नरेंद्र मोदी, अमित शाह, मोहन भागवत, अजीत डोभाल, अंबानी और अडानी।" अनुराग ठाकुर ने गांधी पर साधा निशाना

आगे बोलते हुए, विपक्ष के नेता ने कहा कि बजट ने मध्यम वर्ग को छुरा घोंपा है, जो प्रधानमंत्री मोदी के कहने पर उत्साह से थालियाँ पीटता था। विपक्ष के नेता ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो चक्रव्यूह बनाया है, उससे करोड़ों लोगों को नुकसान हो रहा है। इसके बाद, भाजपा के लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के महाभारत और चक्रव्यूह वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग 'एक्सीडेंटल हिंदू' हैं और महाभारत के बारे में उनका ज्ञान भी एक्सीडेंटल है।

क्या कहते हैं जानकार
सियासी पंडितों का कहना है कि राजनीति में परसेप्शन का खेल सबसे अहम है। इसे आप ऐसे समझिए बीजेपी ने जब आम चुनाव से पहले 370 पार और एनडीए के लिए 400 पार का नारा दिया तो उसे विपक्ष ने किस तरह से पेश किया। जनता को विपक्ष यह समझाने में कामयाब हो गया कि इस तरह के आंकड़ों का मतलब संविधान को बदलना और आरक्षण पर हमला है। हालांकि अगर आप देखें तो आमूलचूल बदलाव के लिए कुछ ऐसे नियम कानून है जिसके लिए दो तिहाई बहुमत की जरूरत होती है जो देश के भले के लिए भी होती। लेकिन विपक्ष का संविधान- आरक्षण पर हमले वाली बात को जनता ने पसंद किया और नतीजा सामने है। जहां तक राहुल गांधी के आरोप की बात है, वो अब लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। अब जब वो इस तरह के आरोप लगाएंगे तो उसका अर्थ अलग होगा। विपक्ष भले ही सीटों के मामले में पिछड़ा हुआ है लेकिन उसे लगता है कि सरकार को घेरने के लिए बहुत से मुद्दे है जिसका इस्तेमाल वो कर सकते हैं।

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