वोट डिलीट की साज़िश? राहुल गांधी बोले- हाईजैक हुआ है सिस्टम
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वोट डिलीट की साज़िश? राहुल गांधी बोले- हाईजैक हुआ है सिस्टम

राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी का गंभीर आरोप लगाया, 18 महीने में 18 पत्रों का हवाला दिया। EC ने आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज किया।


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग (Election Commission) और मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) के खिलाफ तीखे आरोप लगाए और आयोग के आंतरिक मामलों से जानकारी बाहर आने का दावा किया। उन्होंने कहा कि वे सबूत के साथ लौटेंगे और जो तथ्य उनके पास हैं, उन्हें सार्वजनिक किया जाएगा।

राहुल ने मंच पर कुछ लोगों को बुलाकर दावा किया कि उनके वोट मतदाता सूची (electoral roll) से हटा दिए गए हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस उनका हाइड्रोजन बम नहीं है, बल्कि असली हाइड्रोजन बम बाद में आएगा। इशारा करते हुए कि उसके बाद और भी बड़े खुलासे होंगे। उन्होंने कहा, मैं बिना प्रूफ के स्टेज पर नहीं चढ़ूंगा। अगली बार मैं पूरे तथ्य लेकर आऊँगा।

राहुल गांधी ने गोदाबाई नाम की एक महिला का जिक्र करते हुए कहा कि किसी ने फ़र्ज़ी लॉगिन बनाए, 12 मतदाताओं के नाम हटाए, और हटाने का प्रयास किया—क्योंकि यह प्रयास रोक दिया गया था। बेशक, गोदाबाई को इसकी कोई जानकारी नहीं है।ये वो मोबाइल नंबर थे जिनका इस्तेमाल इन लोगों को मतदाता सूची से हटाने के लिए किया गया था। ये कर्नाटक के नहीं हैं। ये नंबर अलग-अलग राज्यों के हैं।तो, ये सवाल उठते हैं: ये नंबर किसके हैं? इन्हें कैसे संचालित किया गया इन्हें कहाँ से संचालित किया गया? प्रक्रिया में बाधा डालने के लिए ओटीपी किसने जनरेट किए?

यह पूछे जाने पर कि क्या वह न्यायालय या किसी उच्चतर एजेंसी का दरवाजा खटखटाएंगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "सच कहूं तो, मैं यहां जो कर रहा हूं वह मेरा काम नहीं है। मेरा काम लोकतांत्रिक व्यवस्था में भाग लेना है। मेरा काम लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा करना नहीं है। यह भारत में संस्थाओं का काम है; वे ऐसा नहीं कर रही हैं, इसलिए मुझे यह करना पड़ रहा है। हमारी प्रस्तुति के अंत तक, जिसमें 2-3 महीने लगेंगे, आपके मन में इस बारे में कोई संदेह नहीं रहेगा कि भारत में राज्य दर राज्य, लोकसभा दर लोकसभा चुनाव वोटों की चोरी हुई है..."


चुनाव आयोग के भीतर से जानकारी बाहर आ रही है। राहुल ने कहा कि चुनाव आयोग के अंदर से लगातार जानकारी आ रही है और यह प्रवाह रुकने वाला नहीं है। उनका दावा था कि जब आम लोगों को यह पता चल जाएगा कि वोट चोरी हो रही है तो लोग चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने एक फाउंडेशन बनाने का भी उल्लेख किया ताकि आगे के कदम संगठित तरीके से उठाए जा सकें।

18 महीने में चुनाव आयोग को भेजे 18 पत्र

राहुल गांधी ने विशेष रूप से कर्नाटक प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि कर्नाटक की CID ने 18 महीनों में चुनाव आयोग को 18 पत्र भेजकर कुछ सरल तकनीकी जानकारियाँ मांगी हैं, पर चुनाव आयोग वे जानकारी नहीं दे रहा। उन्होंने बताया कि CID ने आयोग से तीन प्रमुख विवरण मांगें:

किस डेस्टिनेशन IP से फॉर्म भरे गए थे;

किस डिवाइस/डेस्टिनेशन पोर्ट से आवेदन दर्ज हुए थे और सबसे महत्वपूर्ण — OTP ट्रेल्स (क्योंकि आवेदन के समय OTP की आवश्यकता होती है)।

राहुल का कहना था कि यदि ये डेटा मिले तो यह पता चल जाएगा कि ऑपरेशन कहां से संचालित किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग इन सवालों का जवाब न देकर मामले को छिपा रहा है।

भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार पर लगाए गए आरोपों को निराधार और गलत बताया है।

राहुल गांधी के ये आरोप चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और मतदाता सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशीलता को बढ़ाते हैं। आयोग से जुड़ी तकनीकी जानकारी और CID के पत्रों का हवाला एक जटिल जांच-तथ्य पर केन्द्रित है — जो आगे राजनीतिक और कानूनी बहस का हिस्सा बन सकता है।

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