
बिहार हार पर राहुल–खड़गे की बंद कमरे में बैठक, कांग्रेस का आरोप—‘वोट चोरी का खेल हुआ’
बैठक में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर विस्तार से चर्चा की गई। पार्टी ने इस चुनाव में 61 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से सिर्फ 6 सीटें ही जीत पाई।
बिहार विधानसभा चुनाव में भारी पराजय झेलने के एक दिन बाद कांग्रेस ने शनिवार (15 नवंबर) को चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल खड़े किए। इसी बीच राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव नतीजों की समीक्षा के लिए बंद कमरे में महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में एआईसीसी महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल, कोषाध्यक्ष अजय माकन और बिहार प्रभारी कृष्ण अल्लावरु भी शामिल हुए।
हार की समीक्षा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बैठक में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर विस्तार से चर्चा की गई। पार्टी ने इस चुनाव में 61 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से सिर्फ 6 सीटें ही जीत पाई। साल 2020 में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 19 सीटें जीती थीं। इस बार प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार, सीएलपी नेता शकील अहमद खान और पूर्व सीएलपी नेता अजीत शर्मा जैसे वरिष्ठ नेता भी अपनी सीटें हार गए। बैठक के बाद राहुल गांधी की ओर से कोई सार्वजनिक बयान नहीं आया। महागठबंधन का पूरा नेतृत्व एनडीए की प्रचंड जीत से हैरान है।
निष्पक्षता पर उठाए सवाल
चुनाव में हार पर पूछे गए सवाल के जवाब में केसी वेणुगोपाल ने चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव का पूरा प्रक्रिया “पारदर्शिता से दूर” थी। उन्होंने कहा कि यह नतीजा हम सभी के लिए अविश्वसनीय है। बिहार की जनता और हमारे गठबंधन के साथी भी इसे समझ नहीं पा रहे। एक पार्टी का इतना बड़ा स्ट्राइक रेट पहले कभी नहीं देखा गया।
वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के दौरान कई बार आयोग का ध्यान अनियमितताओं की ओर दिलाया था, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हरियाणा चुनाव में भी ऐसे ही संदेह सामने आए थे और कांग्रेस जल्द ही बिहार चुनाव से जुड़े सबूत पेश करेगी।
चुनावी प्रक्रिया एकतरफा
वेणुगोपाल ने कहा कि चुनाव आयोग का रवैया लगातार पक्षपाती रहा है और उनकी कार्यप्रणाली में पारदर्शिता नहीं दिखी। उन्होंने कहा कि यह पूरी चुनाव प्रक्रिया को संदेह के घेरे में डालता है। शुक्रवार को राहुल गांधी ने कहा कि वे बिहार के नतीजों से स्तब्ध हैं और उन्होंने दावा किया कि चुनाव निष्पक्ष तरीके से नहीं कराया गया।
अपने सोशल मीडिया पोस्ट में राहुल ने लिखा कि हम एक ऐसे चुनाव में हार गए, जो शुरू से ही निष्पक्ष नहीं था। यह लड़ाई संविधान और लोकतंत्र को बचाने की है। खड़गे ने भी कहा कि पार्टी पूरे मामले की गहराई से समीक्षा करेगी। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह नतीजा विशाल स्तर पर हुई वोट चोरी का परिणाम है, जिसकी ‘साजिश पीएम, गृह मंत्री और चुनाव आयोग’ ने मिलकर रची। बता दें कि राहुल गांधी ने अपने बिहार चुनाव अभियान के दौरान “वोट चोरी” के मुद्दे को बार-बार उठाया था।

