किसान का बेटा बनाम मजदूर का बेटा, राज्यसभा में यहां तक कैसे पहुंची बात
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किसान का बेटा बनाम मजदूर का बेटा, राज्यसभा में यहां तक कैसे पहुंची बात

Rajya Sabha Uproar: राज्यसभा में अगली कार्यवाही 16 दिसंबर को होगी। हंगामे की वजह से सभापति ने अपना निर्णय दिया। लेकिन सदन में किसान बनाम मजदूर का बेटा छाया रहा


Jagdeep Dhankhar No Confidence Motion: सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव और जॉर्ज सोरोस (George Soros) के मुद्दे पर राज्यसभा में एक बार फिर हंगामा हुआ। हंगामा इतना ज्यादा कि राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही की शुरुआत में सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैंने यानी विपक्ष को बहुत बर्दाश्त कर लिया। लेकिन आप लोगों को किसान का बेटा बर्दाश्त नहीं हो रहा है। इस बयान के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी सीट से उठे और तपाक से कह दिया कि अगर आप किसान के बेटे हैं तो वो भी मजदूर के बेटे हैं।

धनखड़ (Jagdeep Dhankhar)ने कहा कि यह मानकर चलिए कि भले ही वो बेटे किसान के हैं,लेकिन कमजोरी नहीं दिखाएंगे। देश के लिए मर जाएंगे, मिट जाएंगे। लेकिन आप लोग चिंतन मनन नहीं करने वाले। 24 घंटे आप लोगों का सिर्फ काम ही यही है कि किसान का बेटा इस कुर्सी पर कैसे बैठा है। बहुत बर्दाश्त कर लिया है। हकीकत यह है कि किसान का बेटा आज खेतों तक बंध कर नहीं रह गया है। वो नौकरी में उद्योग धंधे में है। आप प्रस्ताव लाए हैं. प्रस्ताव पर चर्चा करिए। लेकिन आप लोग कर क्या रहे हैं, आप लोगों ने तो संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं।

वाद विवाद के क्रम में मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) बोल बैठे कि आपकी तारीफ करने थोड़े ही आए हैं। इस बयान पर धनखड़ ने कहा कि देश को भी पता है कि वो किसी तारीफ सुनना चाहते हैं। संविधान के नाम पर वो अपील कर रहे हैं आइए चैंबर में आकर बात करिए। मिलकर काम करने की आवश्यकता है ताकि सदन चल सके। लेकिन हंगामा इतना बढ़ा कि सदन की कार्यवाही स्थगित (Rajya Sabha Proceeding Adjourned) कर दी गई।

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