आरजी कर अस्पताल : सीबीआई तलाश रही है असली मौका ए वारदात ! कमरे की चल रही है जाँच
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आरजी कर अस्पताल : सीबीआई तलाश रही है असली मौका ए वारदात ! कमरे की चल रही है जाँच

इस कमरे को ध्वस्त करने की कोशिश में छोड़ दिया गया था और कथित तौर पर इसका इस्तेमाल मरीजों की चिकित्सा जांच के लिए किया जाता था; सीबीआई अधिकारियों का मानना है कि इसमें कुछ सुराग हो सकते हैं


RG Kar Medical Rape cum Murder: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में लेडी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के मामले में सीबीआई अब सेमिनार हॉल के नजदीक बने एक कमरे और बाथरूम की भी जांच कर रही है. सीबीआई को शक है कि इस वारदात के बाद इन दो जगहों पर जीर्णोधार के नाम पर छेड़छाड़ की गयी, जो शायद इस केस से जुड़े सबूतों को मिटाने की एक कोशिश भी हो सकती है. यही वजह है कि अब सीबीआई इन जगहों पर भी सबूत टटोलने का काम कर रही है.

सूत्रों का कहना है कि कथित तौर पर इन कमरों में सेमिनार रूम के बगल वाला कमरा और वॉशरूम शामिल है, दोनों को ही भयावह घटना के ठीक बाद जीर्णोद्धार के नाम पर आंशिक रूप से ध्वस्त कर दिया गया था. पहले बलात्कार-हत्या और फिर तोड़फोड़ के कारण पूरे शहर में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए, जो आज भी जारी हैं.

सीबीआई को शक इन दो जगहों में से एक हो सकता है असल मौका-ए-वारदात
एबीपी ऑनलाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार, ये अंदर का एक और कमरा है, जिसने विशेष रूप से जाँचकर्ताओं का ध्यान खींचा है. ये कमरा, जिसे ध्वस्तीकरण की कोशिश में छोड़ दिया गया था, कथित तौर पर रोगियों के चिकित्सा परीक्षण और जांच करने के लिए उपयोग किया जाता है. हालांकि वहां कोई मरीज भर्ती नहीं है, लेकिन इसमें अस्पताल के बिस्तर हैं, संभवतः परीक्षणों की सुविधा के लिए.
सीबीआई जांचकर्ताओं का मानना है कि इस कमरे में अपराध के कुछ सुराग हो सकते हैं. एबीपी ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, उनमें से एक वर्ग इस संभावना से भी इनकार नहीं कर रहा है कि अपराध इसी कमरे में किया गया और बाद में शव को सेमिनार रूम में ले जाया गया.

अधिक डेटा एकत्र करने का प्रयास
जांचकर्ताओं ने पोर्टल को बताया कि 8 अगस्त की रात को पीड़ित डॉक्टर और कई अन्य जूनियर डॉक्टर उस भीतरी कमरे में गए थे. एजेंसी ने कथित तौर पर उनके मोबाइल फोन डेटा से यह पता लगाया है. जांचकर्ता अब कथित तौर पर ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि मृतक डॉक्टर ने उस भीतरी कमरे में कितना समय बिताया और उस दौरान उसके साथ कौन-कौन लोग थे.
हालांकि ये व्यापक रूप से आरोप लगाया गया है कि सेमिनार रूम और वॉशरूम से सटे कमरे को सबूत मिटाने के लिए ध्वस्त किया जा रहा था, लेकिन सीबीआई के अधिकारियों को कथित तौर पर अभी तक ऐसा कोई सुराग नहीं मिला है, जिससे पता चले कि मृतक डॉक्टर ने उस कमरे में कोई समय बिताया था. हालांकि, उन्होंने तोड़फोड़ के काम के ज़रिए सबूत मिटाने की कोशिश की संभावना से इनकार नहीं किया है.

विश्वसनीय साक्ष्य जुटाना
न्यूज़ पोर्टल का दावा है कि जांचकर्ताओं ने पोर्टल को ये बताया है कि उन्नत तकनीक की मदद से वे सच्चाई को सामने ला सकते हैं. मामले की कमान संभालने के तुरंत बाद, उन्होंने सेमिनार रूम, आस-पास के कमरों और चेस्ट मेडिसिन विभाग के अन्य क्षेत्रों को सावधानीपूर्वक स्कैन करने के लिए 3डी स्कैनर और वीडियोग्राफी उपकरण का इस्तेमाल किया है.
इस बात की भी जांच की जा रही है कि मृतक के माता-पिता के आने से पहले ही घटनास्थल पर कई वरिष्ठ डॉक्टर और वकील मौजूद थे. पोर्टल के अनुसार, एक सीबीआई अधिकारी ने कहा कि उस दुर्भाग्यपूर्ण रात की घटनाओं का संभावित क्रम अब उन्हें कमोबेश स्पष्ट हो गया है. अब वे जो कर रहे हैं वह ऐसे सबूत जुटाना है जो कानून की अदालत में स्वीकार्य होंगे.


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