
भारत की PAK को दो टूक: आतंकवाद पर ही होगी बात, सिंधु जल संधि रहेगी निलंबित
India foreign policy: भारत सरकार और सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने यह निर्णय लिया है कि पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद पूरी तरह से और स्थायी रूप से रोके जाने तक सिंधु जल समझौता निलंबित रहेगा.
Indus Waters Treaty: भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने आज साफ कर दिया कि पाकिस्तान के साथ केवल आतंकवाद पर ही बातचीत की जाएगी और पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद पूरी तरह से रोके जाने तक सिंधु जल समझौता निलंबित रहेगा. जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान के साथ केवल आतंकवाद पर ही बातचीत होगी. पाकिस्तान को आतंकवादियों की सूची सौंपनी होगी और आतंकवादियों के ठिकानों को समाप्त करना होगा. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर के संबंध में भारत की एकमात्र मांग पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए क्षेत्रों को खाली करना है.
सिंधु जल समझौता निलंबित
विदेश मंत्री ने बताया कि भारत सरकार और सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने यह निर्णय लिया है कि पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद पूरी तरह से और स्थायी रूप से रोके जाने तक 1960 का सिंधु जल समझौता निलंबित रहेगा.
पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय वार्ता
जयशंकर ने कहा कि हम पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय और केवल द्विपक्षीय बातचीत के पक्षधर हैं. यह राष्ट्रीय सहमति है और इसमें कोई बदलाव नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई थी. क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर के मकसद पूरे हो गए थे.
अमेरिका के बयान पर प्रतिक्रिया
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम में मध्यस्थता के दावे पर जयशंकर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत केवल द्विपक्षीय होगी. उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तान से कहा था कि हम आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बना रहे हैं, सैन्य ठिकानों को नहीं.
विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि भारत को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय से काफी समर्थन मिला है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी हमले के अपराधियों को जवाबदेह ठहराने की बात कही है. बता दें कि यह बयान भारत की पाकिस्तान के प्रति स्पष्ट नीति और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.