
ना सिर्फ खालिस्तानी कनाडा की भी खोली पोल, पूर्व उच्चायुक्त ने बताई बड़ी बात
कनाडा में भारत के उच्चायुक्त रहे संजय वर्मा ने खालिस्तानी संगठनों की क्रियाकलाप के बारे में बताया। एक मीडिया संस्थान को बताया कि लालच देकर वो भारतीय छात्रों को बरगलाते हैं।
India Canada Relation: खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर पर जस्टिन ट्रूडो की बचकाना हरकत के बाद भारत ने कड़ा फैसला लिया था। कनाडा में भारत ने अपने उच्चायुक्त संजय कुमाप वर्मा को वापस बुला लिया था। इन सबके बीच कनाडा में विपक्षी दलों ने तो ट्रूडो को इस्तीफा देने के लिए 28 अक्टूबर की तारीख मुकर्रर की है। इसके साथ ही ट्रूडो को खुद अपनी पार्टी में ही बगावती सुर का सामना करना पड़ रहा है। इन सबके बीच एक भारतीय मीडिया हाउस को दिए साक्षात्कार में संजय कुमार वर्मा ने ना सिर्फ कनाडा की पोल खोल दी बल्कि यह भी बताया कि खालिस्तानी किस तरह से भारतीय छात्रों को प्रभावित करते हैं।
पैसे की लालच देकर लुभाने की कोशिश
संजय वर्मा ने कहा कि खालिस्तानी आतंकवादी आमतौर पर कनाडा में भारतीय छात्रों को स्थिर धन का वादा करके लुभाते हैं। कनाडा में भारतीय छात्रों को "अपने आस-पास के बारे में जागरूक रहना चाहिए" और खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों द्वारा कट्टरपंथीकरण के प्रयासों का विरोध करना चाहिए। उन्होंने कनाडा में रहने वाले छात्रों के माता-पिता से आग्रह किया कि वे "कृपया उनसे नियमित रूप से बात करें और उनकी स्थिति को समझने की कोशिश करें।
भारत के खिलाफ बरगलान मुख्य काम
खालिस्तानी आतंकवादियों का कनाडा में भारतीय छात्रों तक पहुंचने के लिए क्या कुछ करते हैं। इस बारे में उन्होंने कहा कि उस अर्थव्यवस्था की स्थिति को देखते हुए वहां बहुत कम नौकरियां हैं इसलिए छात्रों को पैसे और भोजन की पेशकश की जाती है, और इस तरह खालिस्तानी आतंकवादी और चरमपंथी उन्हें नापाक योजनाओं के साथ प्रभावित करते हैं।" उन्होंने कहा कि फिर इन छात्रों को कनाडा में भारतीय राजनयिक भवनों के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए तस्वीरें और वीडियो सबूत लेने के लिए राजी किया जाता है, आमतौर पर भारत विरोधी नारे लगाते हैं और तिरंगे का अपमान करते हैं।
फिर उन्हें शरण लेने के लिए कहा जाता है क्योंकि उनका कहना होता है कि अगर वो अब भारत वापस गये तो वहां सजा मिलेगी। ऐसे छात्रों को शरण दिए जाने के मामले सामने आए हैं। कनाडा में अपने बच्चों पर नजर रखने के लिए अभिभावकों से अपील करते हुए संजय वर्मा ने कहा कि देश में सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां सक्रिय हैं, जो भारतीय छात्रों को गलत दिशा में धकेल रही हैं।वर्मा की भारतीय अभिभावकों को चेतावनी ऐसे समय में आई है जब भारत और कनाडा के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं, प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बार-बार यह दावा करने के बाद कि भारत सरकार से जुड़े "एजेंट" आपराधिक गिरोहों के साथ साजिश कर रहे हैं।