मोदी के भाषण से प्रभावित हुए शशि थरूर, पीएम के सोच की जमकर तारीफ की
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मोदी के भाषण से प्रभावित हुए शशि थरूर, पीएम के सोच की जमकर तारीफ की

Narendra Modi: थरूर इससे पहले भी कह चुके हैं कि भारतीय राजनीति में वंशवाद सभी दलों में मौजूद है और यह भारत के लोकतंत्र के लिए “गंभीर खतरा” है।


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Shashi Tharoor: शशि थरूर ने बताया कि पीएम मोदी ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि भारत अब सिर्फ उभरता हुआ बाजार नहीं, बल्कि दुनिया के लिए एक ‘उभरता मॉडल’ बन गया है। उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी ने कहा कि लोग उन पर हमेशा चुनाव मोड में रहने का आरोप लगाते हैं, लेकिन वह असल में 'इमोशनल मोड' में रहते हैं, ताकि जनता की समस्याओं को दूर कर सकें।

मैकॉले की ‘गुलाम मानसिकता’ को खत्म करने पर जोर

कांग्रेस सांसद ने बताया कि पीएम मोदी के भाषण का बड़ा हिस्सा थॉमस मैकॉले की 200 साल पुरानी ‘गुलाम मानसिकता’ को खत्म करने पर केंद्रित था। थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत की विरासत और ज्ञान परंपरा को नई ऊर्जा देने के लिए 10 वर्षीय राष्ट्रीय अभियान की बात कही। काश वे यह भी बताते कि रामनाथ गोयनका ने अंग्रेजी भाषा का उपयोग भारतीय राष्ट्रवाद को मज़बूत करने के लिए किया था। थरूर ने कहा कि पूरा भाषण एक तरफ आर्थिक संदेश देता है तो दूसरी तरफ सांस्कृतिक स्तर पर देश को आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।

शशि थरूर की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब कुछ दिन पहले ही उनके एक बयान पर विवाद खड़ा हो गया था। उन्होंने कहा था कि वरिष्ठ भाजपा नेता एलके आडवाणी के लंबे राजनीतिक जीवन को सिर्फ एक घटना तक सीमित कर देना गलत है। कांग्रेस ने थरूर के इस बयान से दूरी बना ली थी और कहा था कि वह अपनी व्यक्तिगत राय रखते हैं। पार्टी ने कहा कि CWC सदस्य होने के बावजूद उनकी स्वतंत्र राय कांग्रेस की लोकतांत्रिक सोच को दर्शाती है।

वंशवाद पर भी दिया था बड़ा बयान

थरूर इससे पहले भी कह चुके हैं कि भारतीय राजनीति में वंशवाद सभी दलों में मौजूद है और यह भारत के लोकतंत्र के लिए “गंभीर खतरा” है। उन्होंने कहा था कि अब समय आ गया है कि देश वंशवाद की जगह योग्यता को प्राथमिकता दे।

भाजपा ने उनके इस बयान का स्वागत करते हुए इसे “भारतीय राजनीति के परिवारवाद पर एक सटीक टिप्पणी” बताया था।

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