दिल्ली चुनाव से पहले कांग्रेस- आप में तल्खी, गठबंधन में रार! शिवसेना को अभी भी आस
india alliance: शिवसेना (UBT) ने दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस और आप के बीच बढ़ते तनाव के बावजूद इंडिया ब्लॉक के अस्तित्व में विश्वास जाहिर किया.
India Bloc: लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को हराने के लिए गठित हुई इंडिया ब्लॉक (India Bloc) के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. खासकर दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन (india alliance) में रार उभर कर सामने आई है. क्योंकि, दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं और एक-दूसरे पर हमला करने का कोई मौका छोड़ नहीं रही है. क्षेत्रीय दलों ने भी दिल्ली में कांग्रेस की बजाय आप को सपोर्ट किया है. ऐसे में गठबंधन (india alliance) का नेतृत्व कर रही कांग्रेस पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. जिस वजह से इंडिया ब्लॉक (India Bloc) की एकता टूटने के कगार पर चुकी है. हालांकि, इस बीच शिवसेना (UBT) ने गठबंधन (india alliance) पर विश्वास जताते हुए कहा कि इसे बरकरार रखना देश और लोकतंत्र के लिए जरूरी है.
शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस और आप के बीच बढ़ते तनाव के बावजूद इंडिया ब्लॉक (India Bloc) के अस्तित्व में विश्वास जाहिर किया. राउत ने लोकतंत्र की रक्षा में ब्लॉक (India Bloc) की महत्वपूर्ण भूमिका को लेकर कहा कि इंडिया गठबंधन (india alliance) जीवित रहेगा. अगर हम इंडिया गठबंधन (india alliance) को जीवित नहीं रखते हैं तो विपक्ष मर जाएगा. वे (भाजपा) विपक्ष को खत्म कर देंगे.
संजय राउत ने कहा कि लोकसभा चुनावों के लिए इंडिया गठबंधन (india alliance) का गठन किया गया था. लेकिन आज इसे बरकरार रखना देश और लोकतंत्र की जरूरत है. कांग्रेस और आप के बीच कलह को लेकर राउत ने स्थानीय गठबंधनों की चुनौतियों को स्वीकार किया. वहीं, कांग्रेस से सबसे बड़े सहयोगी के तौर पर एकता को बनाए रखने के कोशिशों का नेतृत्व करने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस और आप सोचती हैं कि वे बड़ी शक्तियां हैं. महाराष्ट्र में, हमने कहा है कि स्थानीय निकाय चुनाव कार्यकर्ताओं के हैं. गठबंधन में बड़ी पार्टी होने के नाते, हमें एकजुट रखना कांग्रेस की जिम्मेदारी है. इससे पहले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा ने स्वीकार किया कि गठबंधन (india alliance) विभाजित दिखाई दे रहा है. खासकर कांग्रेस और आप के दिल्ली चुनाव अलग-अलग लड़ने की वजह से.
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा नेताओं ने भी विपक्षी गुट की आलोचना की है और इसे पूरी तरह से विघटित बताया. सोमवार को राउत ने महाराष्ट्र विपक्षी गठबंधन के भविष्य और आगामी स्थानीय चुनावों पर चर्चा करने के लिए मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी.
गठबंधन के विघटन के बारे में शाह की टिप्पणियों को खारिज करते हुए, राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा की सफलता विश्वासघात पर आधारित थी. आलोचनाओं के खिलाफ अपने गठबंधन के नेताओं उद्धव ठाकरे और पवार का बचाव करते हुए राउत ने कहा कि शाह को दूसरों को वफादारी पर उपदेश देने के बजाय मणिपुर में हिंसा और महाराष्ट्र में अनियमितताओं जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.