SIR : गुजरात और पश्चिम बंगाल में 2 और BLO की मौत
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SIR : गुजरात और पश्चिम बंगाल में 2 और BLO की मौत

बंगाल और गुजरात में SIR एक्सरसाइज के दौरान दो BLO की मौत हो गई, जिससे राजनीतिक गुस्सा भड़क गया। विपक्षी पार्टियों ने काम के ज़्यादा बोझ को ज़िम्मेदार ठहराया और चुनाव आयोग पर निशाना साधा।


SIR And BLO's Work Pressure :स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया के दौरान पश्चिम बंगाल और गुजरात में दो बूथ-लेवल अधिकारियों (BLOs) की मौत हो गई, जिससे राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। दोनों ही प्राथमिक स्कूल शिक्षक थे और कार्डियक अरेस्ट से उनका निधन हुआ। SIR वर्तमान में 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में चल रही है।

गुजरात: मेहसाणा में BLO की मौत, कार्यभार पर सवाल

मेहसाणा जिले के सुदासाना गांव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय शिक्षक दिनेश रावल (50) की 27–28 नवंबर की रात हार्ट अटैक से मौत हुई।

कांग्रेस और शिक्षक संघ ने दावा किया कि रावल अत्यधिक कार्यभार के दबाव में थे, जबकि पुलिस ने आरोपों को खारिज किया।

कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी और शिक्षक संघ प्रमुख दिग्विजयसिंह जडेजा ने कहा कि BLOs पर समयसीमा के भीतर काम पूरा करने का भारी दबाव है।

बंगाल: SIR और टीचिंग दोनों निभाते-निभाते शिक्षक की मौत

मुर्शिदाबाद जिले में BLO और प्राथमिक स्कूल शिक्षक जाकिर हुसैन गुरुवार को सीने में तेज दर्द के बाद गिर पड़े और अस्पताल में उनकी मौत हो गई।

परिवार का आरोप है कि SIR ड्यूटी और नियमित टीचिंग कार्य का दोहरा दबाव रहता है। स्कूल प्रशासन ने कई अनुरोधों के बावजूद उन्हें रिलीव करने से इंकार किया।

यह बंगाल में 4 नवंबर को BLO कार्य शुरू होने के बाद चौथी मौत है।

TMC का बड़ा हमला: “CEC के हाथ खून से सने हैं”

इन मौतों के बाद TMC के 10-सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में चुनाव आयोग से मुलाकात की और EC पर “अमानवीय कार्यभार” का आरोप लगाया।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी EC पर “बिना प्लान किए BLOs पर अत्यधिक बोझ डालने” का आरोप दोहराया। वहीँ इस मामले को लेकर टीएमसी सोमवार को कोलकाता में रैली करने की बात कह रही है।

डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा कि

हमने 5 सवाल रखे,

CEC ने एक का भी जवाब नहीं दिया,

EC को 40 मौतों की सूची सौंपी, जिसे आयोग ने “सिर्फ़ आरोप” बताया।

BJP का पलटवार: अपराधी TMC का दबाव, EC नहीं

BJP ने कहा कि BLOs पर जो तनाव है वह EC के कारण नहीं, बल्कि TMC के राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव का परिणाम है।

वहीँ अखिलेश यादव ने कहा कि यह जनता के खिलाफ बड़ी साजिश। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने SIR को लेकर चुनाव आयोग पर कड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के साथ फ्रॉड है।

आज वोट काटे जा रहे हैं, कल लैंड रिकॉर्ड, राशन कार्ड, जाति प्रमाणपत्र और आगे चलकर बैंक खातों से भी नाम हटाए जाएंगे। यह जनता को कॉलोनियल युग से भी बदतर स्थिति में ले जाएगा।

उन्होंने विपक्षी पार्टियों, यहां तक कि NDA सहयोगियों से भी एकजुट होकर विरोध करने की अपील की।

EC की प्रतिक्रिया

चुनाव आयोग ने कहा कि लक्षद्वीप देश का पहला UT बन गया है जहाँ SIR फॉर्म का 100% वितरण और डिजिटाइजेशन पूरा हो गया है।


(एजेंसी इनपुट्स के साथ)

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