
कांवड़ रूट पर QR कोड का आदेश, सुप्रीम कोर्ट ने कहा – कारण बताइए!
QR code shop: कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानदारों पर QR कोड लगाने के आदेश पर अब सुप्रीम कोर्ट की निगरानी है. अगला हफ्ता तय करेगा कि यह फैसला केवल सुरक्षा के लिए था या इसके पीछे कोई और कारण है.
Kanwar Yatra 2025: सावन का पवित्र महीना शुरू हो चुका है और देशभर में कांवड़ यात्रा जोरों पर है. लाखों कांवड़िये अलग-अलग राज्यों से गंगाजल लाकर शिवलिंग पर चढ़ाने के लिए यात्रा कर रहे हैं. इस दौरान कई राज्यों में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकारों ने कांवड़ मार्ग पर मौजूद सभी दुकानों पर QR कोड लगाने का आदेश दिया है. इन क्यूआर कोड्स में दुकान मालिक की पूरी पहचान दर्ज होगी. इस आदेश का उद्देश्य सुरक्षा बताया जा रहा है. लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले पर सवाल उठाया है.
सुप्रीम कोर्ट ने मांगा जवाब
सुप्रीम कोर्ट की बेंच (जस्टिस एमएम सुंद्रेश और जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह) ने दोनों राज्य सरकारों को इस आदेश की वजह बताने के लिए 1 हफ्ते का समय दिया है. कोर्ट ने साफ कहा कि अगला मंगलवार (1 हफ्ते में) तक सरकारें बताएंगी कि दुकानों पर QR कोड लगाने की जरूरत क्यों पड़ी.
सरकार ने मांगा ज्यादा समय
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार की ओर से पेश हुए एडवोकेट जनरल जीतेंद्र कुमार सेठी ने 2 हफ्ते का समय मांगा. लेकिन याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील शादान फरासत ने इसका विरोध किया और कहा कि कांवड़ यात्रा केवल 10-12 दिनों की है, इतने लंबे समय तक जवाब नहीं टाला जा सकता. सुप्रीम कोर्ट ने इस बात से सहमति जताते हुए कहा कि जवाब अगले मंगलवार तक देना होगा.