12 साल पहले निर्भया के लिए निकले थे और आज..मालीवाल ने सिसोदिया को किया याद
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12 साल पहले निर्भया के लिए निकले थे और आज..मालीवाल ने सिसोदिया को किया याद

स्वाति मालीवाल पिटाई केस में सीएम केजरीवाल के पीए बिभव कुमार की गिरफ्तारी हो चुकी है. इन सबके बीच उन्होंने एक ट्वीट किया जिसमें निर्भया कांड का जिक्र किया है.


Swati Maliwal Latest News: स्वाति मालीवाल, आम आदमी पार्टी की राज्यसभा की सांसद हैं. चर्चा में वो पहले भी रहती थीं और आज भी है, फर्क सिर्फ इतना कि पहले वो पीड़ितों के लिए आवाज उठाती थीं. लेकिन आज वो खुद पीड़ित हैं, उनके साथ मारपीट हुई, आरोप दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार पर है. बिभव कुमार दिल्ली पुलिस की रिमांड में हैं, इन सबके बीच स्वाति मालीवाल ने एक ट्वीट के जरिए 12 साल पहले निर्भया कांड का जिक्र किया, इसके साथ यह भी कहा कि अगर मनीष सिसोदिया जेल के बाहर होते तो उनके साथ जो हुआ वो ना होता.

मालीवाल का छलका दर्द

स्वाति मालीवाल एक्स पर अपने दर्द का बयां कुछ इस तरह करती हैं. वो बताती हैं कि किसी दौर में हम सब निर्भया को इंसाफ दिलाने के लिए सड़क पर निकलते थे. आज 12 साल बाद सड़क पर निकले हैं ऐसे आरोपी को बचाने के लिए जिसने सीसीटीवी फुटेज गायब किए और फोन को फॉर्मेट किया. काश इतना जोर मनीष सिसोदिया जी के लिए लगाया होता. वो यहां होते तो शायद मेरे साथ इतना बुरा नहीं होता ! सियासत मामलों के पंडित मानते हैं कि वैसे तो स्वाति मालीवाल ने किसी खास नाम का जिक्र नहीं किया है. लेकिन इशारा समझा जा सकता है.

इस बीच कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि 12 साल पहले निर्भया कांड के समय यही नेता थे सड़कों पर उतर कर कहते थे कि अगर किसी महिला के साथ कुछ होता है तो आरोपी को साबित करना होगा कि वो निर्दोष है. यही मानकर कानून लाया गया कि अगर कोई महिला आरोप लगाती है तो यह माना जाएगा कि उसके आरोप में दम है. अगर बिभव कुमार की गिरफ्तारी हुई तो वो नियम के तहत है और नियम भी तो आप का बनाया हुआ है. जबकि हमारा मानना था कि वो नियम ही गलत है.

क्या है पूरा विवाद

13 मई को स्वाति मालीवाल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने के लिए उनके सरकारी आवास पहुंचती हैं. मालीवाल के मुताबिक ड्राइंग रूम में पीए बिभव कुमार आते हैं. बदसलूकी करते हैं मना करने पर मारपीट पर उतर जाते हैं. छाती पर,पेट पर, कमर के नीचे चोट करते हैं. पीसीआर को उसी दिन वो जानकारी देती हैं लेकिन शिकायत दर्ज नहीं कराती हैं. बिभव कुमार जब सीएम केजरीवाल के साथ लखनऊ में देखे जाते हैं तो उनका मन बदलता है और औपचारिक शिकायत करती हैं जिसके बाद पुलिस एफआईआर दर्ज करती है. एफआईआर के बाद दिल्ली पुलिस की टीम बिभव कुमार की खोज में निकलती है और उस बीच आप की तरफ से एक वीडियो जारी कर बताया जाता है कि बदतमीजी कौन कर रहा था. उस वीडियो के बाद ही मालीवाल कहती हैं कि उसी हिस्से को एडिट किया गया है जिसमें मारपीट दर्ज है. यही नहीं सबूत मिटाने के लिए फोन को भी फॉर्मेट कर दिया गया.

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