दिल्ली मार्च: बैरिकेड पर चढ़े किसान, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, कृषि मंत्री ने दिया मोदी गारंटी का भरोसा
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दिल्ली मार्च: बैरिकेड पर चढ़े किसान, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, कृषि मंत्री ने दिया 'मोदी गारंटी' का भरोसा

विभिन्न मांगों को लेकर 'दिल्ली चलो' मार्च के दौरान शुक्रवार दोपहर हरियाणा-पंजाब सीमा पर शंभू बॉर्डर में एकत्र किसानों पर आंसू गैस छोड़ी गई.


farmers march: न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी, कृषि ऋण माफी और बढ़ी हुई बिजली दरों से सुरक्षा सहित विभिन्न मांगों को लेकर 'दिल्ली चलो' मार्च के दौरान शुक्रवार दोपहर हरियाणा-पंजाब सीमा पर शंभू बॉर्डर में एकत्र किसानों पर आंसू गैस छोड़ी गई. वहीं, ​​किसानों के मार्च शुरू करने से कुछ समय पहले कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संसद को बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार एमएसपी पर 'उपज खरीदने के लिए प्रतिबद्ध है.

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं. किसानों की सभी उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी जाएगी. यह मोदी सरकार है और (हम) मोदीजी की गारंटी को पूरा करेंगे. चौहान ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि रिकॉर्ड पर, वे एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को स्वीकार नहीं कर सकते. खासकर लागत मूल्य से 50 प्रतिशत अधिक भुगतान करने पर. उन्होंने कहा कि सरकार पहले से ही तीन साल पहले से उत्पादन लागत से 50 प्रतिशत अधिक पर धान, गेहूं, ज्वार, सोयाबीन खरीद रही है.

वहीं, 100 से अधिक किसान आज के मार्च के लिए निकले. लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर बहुस्तरीय पुलिस बैरिकेड्स लगाई गई थी. जहां पर तनावपूर्ण गतिरोध शुरू हो गया. किसान झंडे लहराते और नारे लगाते हुए आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन पुलिस बैरिकेट्स के साथ सामने खड़ी थी. हालांकि, किसानों ने कुछ अवरोधों की परत को तोड़ दिया था. इसी बीच किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए.

किसानों के मार्च से कुछ मिनट पहले अंबाला जिले के कुछ हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट और बल्क मैसेज भेजने पर रोक लगा दी गई थी. यह रोक 9 दिसंबर तक लगाई गई है. जिला अधिकारियों ने पहले ही पांच या उससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी कर दिए थे और सरकारी और निजी दोनों स्कूलों को दिन भर के लिए बंद करने का आदेश दिया था.

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