
‘वोट चोरी’ का सबूत? दिल्ली में वोट, बिहार में भी! विपक्ष ने BJP नेता पर लगाया गंभीर आरोप
यह विवाद तब सामने आया है, जब विपक्ष पहले से ही हरियाणा विधानसभा चुनाव में कथित गड़बड़ी को लेकर BJP पर हमला कर रहा है। राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले ही हरियाणा चुनाव में “इलेक्टोरल फ्रॉड” के सबूत प्रस्तुत करने का दावा किया था।
Rakesh Sinha vote controversy: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बीच विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं पर दो राज्यों में वोट डालने का आरोप लगाया है। आम आदमी पार्टी (AAP), राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस ने दावा किया है कि RSS विचारक राकेश सिन्हा ने दिल्ली और बिहार दोनों जगह वोट डाला है, जिसे विपक्ष ने “वोट चोरी का सबूत” बताया है।
विपक्ष का दावा
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर सिन्हा के दो पोस्ट के स्क्रीनशॉट साझा किए, जिनमें वे दिल्ली विधानसभा चुनाव (5 फरवरी 2025) और बिहार विधानसभा चुनाव (6 नवंबर 2025) — दोनों में मतदान करते हुए नजर आ रहे हैं। भारद्वाज ने लिखा कि राकेश सिन्हा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोट डाला था और आज बिहार में फिर से वोट डाला। वे दिल्ली विश्वविद्यालय के मोतीलाल नेहरू कॉलेज में पढ़ाते हैं तो बिहार में पता कैसे दिखा रहे हैं? BJP चोरी में पकड़ी जाए तो सुधरती नहीं, बल्कि खुलेआम ऐसा करती रहती है। विपक्षी दलों ने यह भी आरोप लगाया कि BJP दिल्ली पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष संतोष ओझा और पार्टी कार्यकर्ता नागेंद्र कुमार ने भी दिल्ली और बिहार दोनों जगह मतदान किया है।
राकेश सिन्हा का जवाब
आरएसएस विचारक और राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी मतदाता पंजीकरण दिल्ली से बिहार स्थानांतरित कर लिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि वह इन आरोपों पर मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
X पर प्रतिक्रिया देते हुए सिन्हा ने लिखा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि राजनीति इतनी गिर जाएगी। जो लोग संविधान में विश्वास रखने वालों की निष्ठा पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें बोलने से पहले सौ बार सोचना चाहिए। मेरा नाम पहले दिल्ली की मतदाता सूची में था, लेकिन अब मैंने इसे अपने गांव मानसेरपुर (बेगूसराय) में स्थानांतरित करवा लिया है। क्या मैं इस निराधार आरोप पर मानहानि का केस करूं?
BJP की चुप्पी, विपक्ष की मांग
इस विवाद पर BJP ने अब तक आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, जबकि विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से तत्काल जांच की मांग की है। RJD प्रवक्ता ने कहा कि जब आम मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से गायब हो रहे हैं और BJP के नेता दो-दो जगह वोट डाल रहे हैं तो ये लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है।

