‘उम्मीद पोर्टल’ की लांच, जियो-टैगिंग से तैयार होगी वक्फ संपत्तियों की डिजिटल सूची
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‘उम्मीद पोर्टल’ की लांच, जियो-टैगिंग से तैयार होगी वक्फ संपत्तियों की डिजिटल सूची

Waqf Property: ‘उम्मीद पोर्टल’ से वक्फ संपत्तियों का डिजिटलीकरण होगा और इनके सही इस्तेमाल की निगरानी आसान हो जाएगी.


Umeed Portal: केंद्र सरकार ने ‘उम्मीद पोर्टल’ लॉन्च कर दिया है. इसका मकसद देश की सभी वक्फ संपत्तियों का डिजिटल रिकॉर्ड बनाना है. इस पोर्टल के जरिए इन संपत्तियों की जियो-टैगिंग की जाएगी और एक पारदर्शी डिजिटल सूची तैयार की जाएगी.

इस पोर्टल की शुरुआत केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को की. उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि यह पोर्टल वक्फ संपत्तियों के निष्पक्ष और प्रभावी इस्तेमाल को सुनिश्चित करेगा, खासकर गरीब मुसलमानों, महिलाओं और बच्चों के लिए.

'उम्मीद' का मतलब

U- Unified

M- Management of

M- Minority

P- Properties through

E- Empowerment

E- Efficiency and

D- Development

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह नाम 1995 के वक्फ अधिनियम से जुड़ा है.

सरकार की बड़ी पहल

रिजिजू ने कहा कि यह केवल एक तकनीकी बदलाव नहीं है, बल्कि यह सरकार की यह दिखाता है कि वह अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों की रक्षा और वक्फ संपत्तियों के जनहित में उपयोग को लेकर गंभीर है. इस मौके पर राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन भी मौजूद रहे.

फायदा

- सभी वक्फ संपत्तियों की जियो-टैगिंग की जाएगी.

- एक डिजिटल रजिस्टर तैयार होगा.

- पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी.

- लोगों को वक्फ प्रशासन से जोड़ने में मदद मिलेगी.

- संपत्तियों का उपयोग उनके मूल उद्देश्य के अनुसार सुनिश्चित किया जाएगा.

लोगों को क्या मिलेगा?

पसमांदा मुसलमान, महिलाएं और गरीब वर्ग इस पोर्टल के जरिए वक्फ संपत्तियों से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे. वक्फ बोर्ड के कामकाज में लोगों की भागीदारी बढ़ेगी. कोई भी संपत्ति बिना जानकारी के बेची या हड़पी नहीं जा सकेगी. इस पोर्टल की मांग कई सालों से की जा रही थी. अब यह पोर्टल सभी वक्फ बोर्डों को एक सेंट्रल सिस्टम से जोड़ देगा.

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