
प्लेन क्रैश : 17 साल के लड़के का बनाया वीडियो अहम सुराग, अमेरिकी टीम की जांच शुरू
गुजरात पुलिस ने जांचकर्ताओं के अनुरोध पर पुलिस ने आर्यन असारी द्वारा शूट किया गया प्लेन क्रैश का वीडियो आधिकारिक रूप से अपने रिकॉर्ड में शामिल कर लिया है।
अहमदाबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक स्थित लक्ष्मीनगर में आर्यन असारी नाम के 17 साल के लड़के ने छत से विमान हादसे का जो वीडियो रिकॉर्ड किया था, अब वो वीडियो आधिकारिक तौर पर जांच का हिस्सा हो गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB), एयर इंडिया और बोइंग ने छत से रिकॉर्ड किए गए उस मोबाइल वीडियो को आधिकारिक रूप से मांगा है। जांच करने वाली टीमें किशोर उम्र के लड़के द्वारा अनजाने में रिकॉर्ड किए गए उस वीडियो को एक दुर्लभ मामला बता रहे हैं, जिसमें विमान को दुर्घटनाग्रस्त होते हुए फिल्माया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, AAIB, एयर इंडिया और बोइंग के अधिकारियों ने इस वीडियो में मिले सुरागों पर गहरी चिंता जताई है और इसकी आधिकारिक डॉक्यूमेंटेशन की मांग की है ताकि यह जांच में मददगार हो सके।
अधिकारियों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि एविएशन जांचकर्ताओं ने इस वीडियो को औपचारिक रूप से इसलिए भी मांगा है ताकि इसमें दिख रही विमान की ऊंचाई और गति को ब्लैक बॉक्स के आंकड़ों से मिलाया जा सके।
विशेषज्ञों ने विमान के टेकऑफ में कुछ गड़बड़ियों को नोटिस किया है, उनका मकसद यह तय करना है कि यह मानवीय त्रुटि थी या विमान के आंतरिक सिस्टम की कोई विफलता। इसलिए वीडियो को भविष्य के लिए सबूत के तौर पर रिकॉर्ड में शामिल किया गया है।
इस बीच 12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के स्थल की जांच के लिए रविवार को अमेरिका से विशेषज्ञों की एक टीम अहमदाबाद पहुंची। इसमें अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड और फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) के 10 अधिकारी शामिल हैं।
इस दौरान जांचकर्ताओं ने कुछ अहम सुराग एकत्र करने शुरू किए जिसमें 17 वर्षीय आर्यन असारी द्वारा रिकॉर्ड किया गया दुर्घटना का वीडियो, एकमात्र बचे यात्री विश्वाशकुमार रमेश का विमान के भीतर का विवरण, अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरते समय का सीसीटीवी फुटेज, और बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर से बरामद डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) की रिकॉर्डिंग शामिल है।
एक अधिकारी ने बताया कि गुजरात पुलिस द्वारा जांचे गए एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के रिकॉर्ड से संकेत मिलता है कि विमान ने रनवे पर सामान्य से करीब 300 मीटर अधिक दूरी तय की थी, जिसे ATC ने असामान्य नहीं माना। उन्होंने कहा, “यह विमान दोपहर 1:38 बजे उड़ा और उड़ान भरने के लगभग एक मिनट बाद, करीब 1:39-1:40 बजे पायलट ने 'नो थ्रस्ट… मे डे… मे डे' संदेश भेजा, जिसके तुरंत बाद संचार टूट गया और फिर दुर्घटना की आवाज सुनाई दी।”
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि विमान के पूरी गति से उड़ान भरने से पहले का फुटेज एयरपोर्ट से हासिल किया गया है, लेकिन अब तक इस बात का कोई स्पष्ट वीडियो नहीं मिला है कि जब विमान हवा में था तब क्या हुआ।
गुजरात ATS द्वारा BJ मेडिकल कॉलेज हॉस्टल के मैस से बरामद DVR फुटेज को भी अहमदाबाद सिटी पुलिस द्वारा जांचा जा रहा है, जो मेडिकल कॉलेज में हुई मौतों को लेकर दर्ज 'Accidental Death Report' से जुड़ा है। अधिकारी ने कहा, “फुटेज से यह पता लगाया जा रहा है कि उस समय छात्र कहां थे, मैस में खाना चल रहा था या नहीं, जब विमान इमारत से टकराया। इसका उपयोग इस अलग जांच में घटनाक्रम को समझने के लिए किया जा रहा है।”