प्रोटोकॉल तोड़ धनखड़ पहुंचे थे राष्ट्रपति भवन, फिर अचानक दिया  इस्तीफा
x
21 जुलाई को जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था।

प्रोटोकॉल तोड़ धनखड़ पहुंचे थे राष्ट्रपति भवन, फिर अचानक दिया इस्तीफा

राष्ट्रपति भवन में अचानक पहुंचकर उपराष्ट्रपति धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया था। कोई तस्वीर या बयान नहीं आया, जिससे राजनीतिक अटकलें और तेज़ हो गईं।


Jagdeep Dhankhar Resignation: जगदीप धनखड़ ही नहीं वी वी गिरी और कृष्णकांत भी उपराष्ट्रपति का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए थे। लेकिन धनखड़ की चर्चा अधिक हो रही है। दरअसल धनखड़ ने जिस तरह से इस्तीफा दिया हर कोई अचंभित रह गया कि आखिर क्या हुआ था। 21 जुलाई की रात करीब 9 बजे स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर धनखड़ ने इस्तीफा दिया। इस विषय पर सियासी गलियारों में तरह तरह की चर्चा है। खासतौर से कांग्रेस हमलावर है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिंदबरम ने एक इंटरव्यू में कहा कि बीजेपी की यह फितरत है जब तक कोई शख्स उसके विचार से इत्तेफाक रखता है तब तक वो सही है। लेकिन मतभेद होते ही मनभेद हो जाता है। इन सबके बीच एक बड़ी खबर सामने आई कि उपराष्ट्रपति रहे धनखड़ बिना अपॉइंटमेंट लिए राष्ट्रपति भवन पहुंचे और वहां स्टॉफ भी अवाक रह गया।

राष्ट्रपति भवन में आमतौर पर हर चीज़ तय प्रोटोकॉल के तहत होती है, लेकिन मंगलवार रात को एक ऐसा घटनाक्रम हुआ जिसने वहां के अधिकारियों को चौंका दिया। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बिना किसी पूर्व निर्धारित अपॉइंटमेंट के सीधे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंच गए। यह मुलाकात रात 9 बजे हुई, जब आमतौर पर राष्ट्रपति भवन शांत रहता है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उपराष्ट्रपति का अचानक आना राष्ट्रपति सचिवालय के लिए असामान्य था। जैसे ही धनखड़ के आने की जानकारी मिली, ADC (एड्स-डी-कैंप) तुरंत मिलिटरी सेक्रेटरी के पास पहुंचे और उन्हें स्थिति की जानकारी दी। जल्दबाजी में बैठक की व्यवस्था की गई, और उसी दौरान धनखड़ ने राष्ट्रपति को संविधान के तहत अपना इस्तीफा सौंप दिया।

कुछ ही मिनट बाद, रात 9:25 बजे, उपराष्ट्रपति ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर इस इस्तीफे की घोषणा कर दी, जिससे सियासी गलियारों में हलचल मच गई। खास बात यह रही कि मंगलवार का दिन बिल्कुल सामान्य रहा था और कहीं से भी इस नाटकीय घटनाक्रम की आहट नहीं थी।

बुधवार को गृह मंत्रालय ने इस इस्तीफे को राजपत्र (गजट नोटिफिकेशन) के ज़रिए औपचारिक रूप से प्रकाशित कर दिया। गृह सचिव गोविंद मोहन द्वारा हस्ताक्षरित अधिसूचना में कहा गया, श्री जगदीप धनखड़, भारत के उपराष्ट्रपति का इस्तीफा, सार्वजनिक सूचना के लिए प्रकाशित किया जाता है।"

इस बीच, मंगलवार को ही राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश भी राष्ट्रपति भवन पहुंचे और राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की। उन्होंने मंगलवार सुबह राज्यसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता भी की थी। राष्ट्रपति भवन ने हरिवंश और राष्ट्रपति की बैठक की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की और कहा हरिवंश, राज्यसभा के उपसभापति ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की।हालांकि, धनखड़ और राष्ट्रपति मुर्मू की बैठक की कोई तस्वीर या औपचारिक बयान सार्वजनिक नहीं किया गया है, जिससे इस मुलाकात और इस्तीफे के कारणों को लेकर अटकलें और तेज़ हो गई हैं।

इस अचानक हुए घटनाक्रम ने राजनीतिक और संवैधानिक गलियारों में सवाल खड़े कर दिए हैं कि उपराष्ट्रपति के इस कदम के पीछे असली कारण क्या था? क्या कोई अंदरूनी असहमति थी, या फिर यह किसी बड़े राजनीतिक मोड़ की शुरुआत है। यह आने वाला समय बताएगा।

Read More
Next Story