वक्फ बिल का जेडीयू ने खुलकर किया समर्थन, जानें- किसने क्या बोला
केंद्र सरकार ने लोकसभा में वक्फ संशोध बिल पेश कर दिया है। इस बिल को जहां सत्ता पक्ष मुसलमानों की बेहतरी बता रहा है वहीं विपक्ष मुसलमान विरोध
Waqf Amendment Bill 2024: वक्फ संशोधन बिल को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में पेश किया। इस संशोधन बिल पर लोकसभा के सदस्य चर्चा में अपनी बात रख रहे हैं। कांग्रेस ने इसे संविधान पर आघात, लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश,अल्पसंख्यकों के हितों पर हमला करार दिया तो सरकार की तरफ से जेडीयू ने अपना रुख पर साफ कर दिया जिसे लेकर सस्पेंस बना हुआ था। केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता लल्लन सिंह ने कहा कि यह बिल मुसलमानों के खिलाफ नहीं. सबसे पहले तो विपक्ष जिस तरह से मंदिर से वक्फ की तुलना कर रहा है वो गलत है विपक्ष को यह समझना होगा कि मंदिर और संस्था में फर्क होता है।
जेडी(यू) सांसद और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन कहते हैं, "यह मुसलमानों के खिलाफ कैसे है? यह कानून पारदर्शिता लाने के लिए बनाया जा रहा है... विपक्ष इसकी तुलना मंदिरों से कर रहा है, वे मुख्य मुद्दे से ध्यान भटका रहे हैं... केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस) को बताना चाहिए कि हजारों सिख कैसे मारे गए... किस टैक्सी ड्राइवर ने इंदिरा गांधी को मारा? अब वे अल्पसंख्यकों की बात कर रहे हैं..."
एआईएमआईएम
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "यह विधेयक संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 25 के सिद्धांतों का उल्लंघन करता है। यह विधेयक भेदभावपूर्ण और मनमाना दोनों है... इस विधेयक को लाकर आप (केंद्र सरकार) देश को जोड़ने का नहीं बल्कि बांटने का काम कर रहे हैं। यह विधेयक इस बात का सबूत है कि आप मुसलमानों के दुश्मन हैं।"
एनसीपी
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 का विरोध करते हुए, लोकसभा में एनसीपी-एससीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, "मैं सरकार से अनुरोध करती हूं कि या तो इस विधेयक को पूरी तरह से वापस ले या इसे स्थायी समिति को भेज दे... कृपया परामर्श के बिना एजेंडा न आगे बढ़ाएं..."