रुझानों में एनडीए सरकार, फिर भी बीजेपी- शेयर मार्केट में निराशा, क्या है वजह
रुझानों को अगर वास्तविक आंकड़ा माना जाया तो एनडीए तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. लेकिन बीजेपी कार्यकर्ताओं के जोश में कमी और शेयर बाजार क्यों निराश हुआ उसे समझने की कोशिश करेंगे
Loksabha Election Result 2024: देश की 140 करोड़ जनता को इंतजार है कि अगली सरकार किस गठबंधन की बनने जा रही है. अगर रुझानों को देखें तो 295 सीट पर एनडीए की बढ़त बरकरार है. हालांकि इंडिया गठबंधन का प्रदर्शन खराब नहीं है. इंडिया गठबंधन के खाते में 229 सीट मिलती नजर आ रही है. रुझानों में एनडीए जादुई आंकड़े से आगे है लेकिन शेयर बाजार ने निराशा के साथ आंकड़ों का स्वागत किया. सेंसेक्स और निफ्टी गोते लगाने लगे. अडानी के शेयर प्राइस भी तेजी से नीचे की तरफ चले गए. इसके साथ ही बीजेपी के कार्यकर्ताओं में वो उत्साह नहीं है. दरअसल बीजेपी 241 सीट के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है लेकिन वो खुद अकेले दम पर सरकार नहीं बना सकती है.यही नहीं 2014 और 2019 के मुकाबले सीट संख्या में जबरदस्त कमी आई है. यहां हम समझने की कोशिश करेंगे कि ऐसा क्या हुआ कि बीजेपी को 272 के जादुई आंकड़े तक पहुंचने में संघर्ष करना पड़ रहा है.
बीजेपी के कार्यकर्ता निराश
शेयर बाजार क्यों हुआ हताश
शेयर बाजार के बारे में कहा जाता है कि वो स्थायित्व का पसंद करता है. अगर रुझानों को अंतिम आंकड़ों में तब्दील कर दिया जाए तो एनडीए के सामने सरकार बनाने में परेशानी नहीं है. लेकिन बैशाखी वाली सरकार के लिए बोल्ड स्टेप लेना आसान नहीं होता है. ऐसे में संस्थागत फैसले जो बाजार की बेहतरी के लिए जरूरी होते हैं उसे ले पाने में सरकार भी उतना साहस नहीं दिखा पाती है. सुबह साढ़े 9 बजे के करीब 600 अंकों की गिरावट दर्ज की गई है जबकि निफ्टी में 1500 अंक की गिरावट दर्ज की गई. सबसे ज्यादा अडानी पोर्ट्स के 9 फीसद की गिरावट,अडानी पावर में 10 फीसद और अंबुजा सीमेंट में 10 फीसद की गिरावट दर्ज की गई.