EVM हैकिंग को EC ने फिर किया खारिज, राहुल ने बताया था ब्लैक बॉक्स
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EVM हैकिंग को EC ने फिर किया खारिज, राहुल ने बताया था ब्लैक बॉक्स

ईवीएम को लेकर एलन मस्क का कहना है कि एआई की मदद से हैक की जा सकती है. लेकिन बीजेपी ने इसे नकार दिया है. वहीं राहुल गांधी की नजर में ईवीएम ब्लैक बॉक्स की तरह है.


EVM Hacking News: इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को लेकर विपक्षी दल शुरू से ही सवाल करते रहे हैं. जब बात विपक्ष की तो बीजेपी भी इसमें शामिल रही है. 2009 के आम चुनाव में बीजेपी ने सवाल खड़े किए थे. हालांकि 2014 के बाद बीजेपी ने इस मुद्दे को छोड़ दिया. टेस्ला के सीईओ एलन मस्क कहते हैं कि ईवीएम को एआई तकनीक के जरिए हैक किया जा सकता है. उनके मुताबिक दुनिया में किसी भी तकनीक को हैक किया जा सकता है. हाालंकि मस्क के इस दावे को पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गलत बताते हुए कहा कि भारत के संदर्भ में यह सही नहीं है. लेकिन राहुल गांधी ने इसे ब्लैक बॉक्स बता दिया. यानी कि एक ऐसी मशीन जिसकी जांच कोई नहीं कर सकता. लेकिन यह सब बात क्यों सामने आई उसे भी समझिए. अब इस मामले में चुनाव आयोग ने कहा कि हैकिंग की ही नहीं जा सकती है.

चुनाव आयोग की सफाई
चुनाव आयोग का कहना है कि ईवीएम ना तो किसी ओटीपी से अनलॉक नहीं किया जा सकता और ना ही किसी मशीन से कनेक्ट किया जा सकता है. आयोग ने कहा कि जिस अखबार ने यह खबर चलाई है वो पूरी तरह गलत है.
ईवीएम स्टैंडअलोन सिस्टम है. आयोग ने पेपर को नोटिस जारी किया है.आयोग का कहना है कि रिपोर्टर को समझाने की पूरी कोशिश हुई थी. उसे आईपीसी 505 के तहत नोटिस भेजेंगे. गौरव ने जो मोबाइल रखी थी वो उसका मोबाइल और उसके लिए परमिशन दी गई थी.


कांटे की टक्कर में जीते थे रविंद्र वायकर
मुंबई उत्तर पश्चिम से शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट के रविंद्र वायकर को जीत मिली है.हालांकि जीत का आंकड़ा महज 48 मतों का है.यह मामला चर्चा में तब आया जब मुंबई पुलिस ने रविंद्र वायकर के रिश्तेदार के खिलाफ केस दर्ज किया. आरोप यह है कि वायकर का रिश्तेदार काउंटिंग वाले दिन गोरेगांव सेंटर पर मोबाइल का इस्तेमाल कैसे कर सका, इस मामले में चुनाव आयोग के एक कर्मचारी के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई है. बता दें कि रविंद्र वायकर दोबारा काउंटिंग के बाद चुनाव जीते थे.फोन को लेकर सस्पेंस


मीडिया रिपोर्ट्स के मोबाइल चुनाव आयोग के कर्मचारी के पास था जिसके जरिए काउंटिंग के दौरान ओटीपी जनरेट होता था. और उस फोन का इस्तेमाल रविंद्र वायकर के रिश्तेदार ने सुबह से लेकर शाम 4.30 बजे तक किया था.उस दौरान कांटे की टक्कर चल रही थी. चुनाव आयोग की तरफ से काउंटिग की सीसीटीवी फुटेज मुंबई पुलिस को दे दी गई है. पुलिस इस बात की पता लगाने की कोशिश कर रही है उस फोन से किसे कॉल की गई या कितने ओटीपी आए या उस फोन पर किसी तरह की कॉल नहीं आई. इस बात की भी जांच हो रही है कि ओटीपी जनरेट होने के बाद फोन रिटर्निंग ऑफिसर को दिया जाता है, ऐसी सूरत में आरओ को फोन रिटर्न किया गया या नहीं.

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