
वैशाक के पिता ने खोला राज: पोंटिंग की सराहना और RCB की अनदेखी
पीबीकेएस के लिए अपने पहले गेम में बेंगलुरु के लड़के वैशाक ने एक इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और मुख्य कोच रिकी पोंटिंग से प्रशंसा हासिल की.
पंजाब किंग्स (PBKS) के तेज गेंदबाज विजयकुमार वैशाक के पिता अपने बेटे की शानदार प्रदर्शन पर गर्व महसूस कर रहे हैं. मंगलवार (25 मार्च) को खेले गए आईपीएल 2025 के मैच में, जहां श्रेयस अय्यर की कप्तानी में पंजाब किंग्स ने गुजरात टाइटन्स (GT) को 11 रन से हराया. वहीं, विजयकुमार ने भी मैच में अहम भूमिका निभाई. वैशाक ने इस मैच में इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर टीम में प्रवेश किया और गुजरात के खिलाफ मैच के आखिरी ओवरों में महत्वपूर्ण गेंदबाजी की.
पिता का गर्व
वैशाक बेंगलुरु के रहने वाले हैं. उन्होंने 13वें ओवर के बाद मैच में कदम रखा, जब गुजरात को 42 गेंदों पर 92 रन चाहिए थे और उनके पास 8 विकेट थे. कप्तान श्रेयस अय्यर ने उन्हें 15वें ओवर में गेंदबाजी करने के लिए बुलाया और विशाल ने सिर्फ 5 रन दिए. इसके बाद वैशाक ने 17वें ओवर में भी बेहतरीन गेंदबाजी की और फिर से सिर्फ 5 रन दिए. हालांकि, 19वें ओवर में उन्होंने 18 रन दिए. लेकिन अंतिम ओवर में अर्शदीप सिंह को 26 रन बचाने का मौका दिया, जिसे अर्शदीप ने सफलतापूर्वक डिफेंड किया. वैशाक की गेंदबाजी में वाइड यॉर्कर्स ने गुजरात के बल्लेबाजों को बड़े शॉट्स मारने में मुश्किल पैदा की. उनका गेंदबाजी आंकड़ा 3 ओवर में 0/28 रहा.
उनके पिता ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वैशाक ने अहमदाबाद में गुजरात टाइटन्स के खिलाफ पंजाब किंग्स की जीत में अहम योगदान दिया. यह उनका पहला मैच था, जब वे अपनी क्वाड्रिसेप्स इंजरी से उबरकर खेले थे और उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया. मैंने उन्हें इंजरी के बाद गेंदबाजी करते हुए नहीं देखा था. लेकिन मुझे गर्व है. मैं उम्मीद करता हूं कि वह आईपीएल 2025 के बाकी मैचों में भी इसी तरह प्रदर्शन करें.
पोंटिंग की तारीफ
पंजाब किंग्स के कोच रिकी पोंटिंग ने वैशाक की गेंदबाजी की तारीफ की. पोंटिंग ने कहा कि वैशाक वही थे, जिन्होंने मैच का रुख बदला. डगआउट में बैठकर मुझे लगा कि उन्हें 13-14 रन प्रति ओवर चाहिए तो मैंने श्रेयस से पूछा कि क्या करना चाहिए. उसने तुरंत कहा कि 'वैशाक को बाहर लाओ, वह यॉर्कर्स से ओवर फेंकेगा और हम मैच जीतेंगे' और यही हुआ, विशाल ने गेम का रुख बदला."
वैशाक के पिता ने इस पर खुशी व्यक्त की कि रिकी पोंटिंग से यह सराहना सुनना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है. वह आईपीएल के सबसे बेहतरीन कोचों में से एक हैं. पोंटिंग हमेशा अनुशासन पर जोर देते हैं और खिलाड़ियों का समर्थन करते हैं. वह वैशाक के लिए बहुत भाग्यशाली हैं कि वह उनके तहत काम कर रहे हैं मुझे उम्मीद है कि विशाल उनसे बहुत कुछ सीखेगा और इस आईपीएल में एक बेहतर गेंदबाज के रूप में सामने आएगा.
आरसीबी के निर्णय पर निराशा
वैशाक, जो पिछले सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के साथ थे, को इस बार फ्रेंचाइजी ने रिलीज कर दिया था और पंजाब किंग्स ने उन्हें आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में 1.8 करोड़ रुपये में खरीदा. आरसीबी के पास वैशाक को फिर से साइन करने का विकल्प था. लेकिन उन्होंने इसे नहीं चुना. वैशाक के शानदार प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर आरसीबी को ट्रोल किया गया और सवाल उठाए गए कि उन्होंने वैशाक को क्यों नहीं रखा.
वैशाक के पिता ने इस बारे में कहा कि हम थोड़े निराश थे कि आरसीबी ने वैशाक को रिटेन नहीं किया. लेकिन हर फ्रेंचाइजी के अपने प्लान होते हैं. शायद अगर वैशाक का नाम पहले आया होता तो आरसीबी उसे साइन कर लेती. लेकिन अब कोई पछतावा नहीं. हम मानते हैं कि यह भगवान की इच्छा थी कि वह पंजाब के लिए खेले. हर चीज़ अच्छे के लिए होती है.
कड़ी मेहनत और रिहैब प्रक्रिया
वैशाक ने अपनी इंजरी के बाद वापसी करने के लिए बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में कड़ी मेहनत की थी. पिता ने बताया कि वैशाक ने अपनी क्वाड्रिसेप्स इंजरी के बाद एनसीए में दो महीने से ज्यादा समय तक कड़ी मेहनत की. उनका रूटीन सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक था. मुझे खुशी है कि उनकी मेहनत ने पहले ही मैच में रंग दिखाया. वैशाक का सपना है कि वह आईपीएल 2025 का सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला खिलाड़ी बनें और उनके पिता का मानना है कि वह यह तभी कर सकते हैं जब उन्हें इस सीजन में सभी मैचों में खेलने का मौका मिले, न कि सिर्फ इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर. पिता विजयकुमार ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि वह सभी मैचों में खेले, ताकि वह इस साल पर्पल कैप जीतने की संभावना बना सकें.
वैशाक के पिता ने यह भी बताया कि वह अपने बेटे से मैचों के पहले और बाद में नियमित रूप से बात करते हैं. लेकिन उनकी बातचीत क्रिकेट से संबंधित नहीं होती. उन्होंने कहा कि एक माता-पिता के रूप में मेरी जिम्मेदारी है कि मैं वैशाक की गेंदबाजी योजनाओं में दखल न दूं. इसके लिए कोचिंग स्टाफ हैं. हम जब आईपीएल के दौरान बात करते हैं तो क्रिकेट के बारे में कोई चर्चा नहीं होती. इस तरह विजयकुमार अपने बेटे की सफलता पर गर्व महसूस करते हुए उनकी मेहनत और भविष्य के लिए आशान्वित हैं.