कहीं आप जो आम खा रहे हैं वो भी तो ऐसे ही नहीं पकाए जा रहे
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कहीं आप जो आम खा रहे हैं वो भी तो ऐसे ही नहीं पकाए जा रहे

हाल ही में तमिलनाडु में खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक गोदाम से लगभग साढ़े 7 हजार किलो आम पकड़ें हैं, जिसे नकली तरीके से पकाया गया था. इन आमों को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल किया गया था, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद नुक्सान देह है.


गर्मियों के चलते लोग बेशक परेशान रहते हैं लेकिन इस मौसम का इंतजार भी खूब किया जाता है, वजह होती है फलों के राजा आम की, जो इसी मौसम में आता है.लेकिन क्या आपको पता है कि बाज़ार में बड़ी मात्रा में ज़हरीले आम भी बिक रहे हैं, जो आपके स्वाद के साथ साथ आपकी सेहत को भी बिगाड़ सकते हैं. जी, हाँ अभी हाल ही में तमिलनाडु में खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक गोदाम से लगभग साढ़े 7 हजार किलो आम पकड़ें हैं, जिसे नकली तरीके से पकाया गया था. इन आमों को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल किया गया था, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद नुक्सान देह है. इतना ही नहीं कैल्शियम कार्बाइड को फल पकाने के लिए एफएसएसएआई द्वारा प्रतिबंधित भी किया हुआ है. आज हम आपको बता रहे हैं कि कैसे इस चीज की पहचान हो कि जो फल आप खा रहे हो वो कैल्शियम कार्बाइड से पके हैं या नहीं.

क्यों प्रतिबंधित है कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल

भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण(एफएसएसएआई) ने कैल्शियम कार्बाइड पर बैन लगाया हुआ है. ये एक केमिकल है, जिसके अंश आसानी से आमों या फलों में प्रवेश कर सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है.

क्या होता है कैल्शियम कार्बाइड

कैल्शियम कार्बाइड को 'चूना पत्थर' भी कहा जाता है. ये एक केमिकल कंपाउंड है. हमारे देश में फलों को जल्दी पकाने के लिए इसका इस्तेमाल धड़ल्ले से किया जाता है. लेकिन एफएसएसएआई ने इसके इस्तेमाल पर प्रतिबन्ध लगाया हुआ है, क्योंकि इससे पेट में गंभीर रोग पैदा हो सकते हैं, जैसे अल्सर, आँतों में खराबी होना. इसके अलावा अनिद्रा, दिमागी परेशानियां, लीवर की समस्या आदि.

जानकार बताते हैं कि हमारे देश में ज्यादातर फल का उत्पादन करने वाले या फल व्यापारी कैल्शियम कार्बाइड और एसीटिलीन गैस का इस्तेमाल करते हैं. दोनों ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं. अगर ये दोनों ही फलों में मिल गए तो ऐसे फलों का उपभोग करने वालों को सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, सिरदर्द, उल्टी की समस्या हो सकती है. इतना ही नहीं कैल्शियम कार्बाइड से पके फलों का स्वाद भी ज्यादा अच्छा नहीं होता और वो कम पौष्टिक होते हैं.

कैसे करें पहचान, आम व अन्य फल कैल्शियम कार्बाइड से तो नहीं पके

1- सबसे पहली पहचान इनके रंग से होती है. कैल्शियम कार्बाइड से पके फलों का रंग एक जैसा नहीं होता, वो कहीं से हरे, पीले या लाल होते हैं.

2- ऐसे आमों में चमक होती है, जो अमूमन प्राकृतिक तौर पर पके आमों में नहीं होती.

3- ऐसे आमों के डंठल के पास अधिक झुर्रियां देखने को मिलती हैं.

4- इस तरह से पकाए गए आमों में एक तेज और अजीब सी गंध होती है, जो एसीटिलीन गैस की वजह से होती है.

5- सबसे बड़ी पहचान ये होती है कि ऐसे आम दिखने में पके जरुर लग सकते हैं लेकिन इनका स्वाद कच्चे आम या फिर अध पका सा हो सकता है.

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