हो जाएँ सावधान ! रेहड़ी से लेकर रेस्टोरेंट में परोसा जा रहा है कैंसरकारक मिलावटी पनीर
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हो जाएँ सावधान ! रेहड़ी से लेकर रेस्टोरेंट में परोसा जा रहा है कैंसरकारक मिलावटी पनीर

डॉ अजय लेखी का कहना है कि नकली/मिलावटी पनीर में जो केमिकल होते हैं वो कार्सिनोजेनिक होता है, जो कैंसरकारक है. आप अच्छी कंपनी का पैकेट बंद फ़ूड ग्रेड मार्क वाला पनीर खरीदें.


Food Adultration: नकली दूध दही का व्यापार लगातार बढ़ता ही जा रहा है, जिसकी वजह से गंभीर बीमारियाँ भी बढ़ रही हैं. नकली और मिलावटी खाद्य सामग्री की सप्लाई त्यौहार के दिनों ज्यादा बढ़ जाती है. इन दिनों बाज़ार में नकली पनीर धड़ल्ले से बिक रहा है, जो रेहड़ी से लेकर अच्छे रेस्टोरेंट में इस्तेमाल किया जा रहा है. आप ऑनलाइन जो आर्डर कर रहे हो वहां से भी नकली पनीर की डिश आपको परोसी जा सकती है. इसलिए बेहतर होगा कि बाज़ार के स्वाद से बेहतर खुद के घर में ही पनीर तैयार करें.


किन चीजों से बनता है नकली पनीर
विशेषज्ञों की मानें तो बाज़ार में नकली पनीर बहुत ज्यादा मात्रा में उपलब्ध है. मुनाफे की वजह से रेहड़ी हो या बड़े रेस्टोरेंट वाले हर कोई मिलावटी पनीर का ही इस्तेमाल करते हैं. यही वजह भी है कि सस्ते या फिर ऑफर के नाम पर ढेर सारी मात्रा में पनीर आपको खाने के लिए परोसा जाता है. आप स्वाद और सेहद के लिए अच्छा समझते हुए बड़े चाव से खाते हैं. लेकिन ये नकली होता है जो मिल्क पाउडर, चूना और पाम आयल मिलाकर बनता है. इतना ही नहीं अधिकतर जगह इस नकली पनीर में मिलाया जाने वाला मिल्क पाउडर भी नकली होता है, जो केमिकल होता है.

लैब तक नहीं पकड़ पाती इस नकली पनीर को
सबसे ज्यादा हैरानी की बात ये है कि ये नकली पनीर ऐसा होता है जो लैब में भी पकड़ा में नहीं आता. असल में लैब में फैट आदि चेक किया जाता है. नकली पनीर में जो मिश्रण होता है, वो इसी हिसाब से बनाया जाता है कि लैब में जो भी पैरामीटर्स अपनाए जा रहे हैं, उन्हें पास करने में सफल रहे. यही वजह भी है कि नकली पनीर आदि का काम धड़ल्ले से फल फूल रहा है.

कई जगहों पर पकड़ा जा चुका है नकली पनीर
हरियाणा के खाद्य विभाग ने जून 2023 में नूह, मेवात में नकली पनीर बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए बड़ी मात्रा में नकली पनीर पकड़ा था. मार्च 2024 में होली से पहले अलीगढ़, उत्तर प्रदेश में खाद्य विभाग ने नकली पनीर और उसे तैयार करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री बड़ी मात्रा में बरामद की थी. 2022 में राजस्थान के जालोर में खाद्य विभाग ने छापे मारी करते हुए बड़ी मात्र में नकली पनीर और उसे तैयार करने वाली सामग्री बरामद की थी.

आंतो की सूजन, उलटी, कैंसर तक हो सकता है
मिलावटी पनीर, दूध आदि से कई घटक बीमारियाँ हो सकती हैं. फिजिशियन डॉ अजय लेखी का कहना है कि नकली दूध और पनीर बनाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, जो हमारी आंतो के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक साबित होता है. ये कार्सिनोजेनिक होता है. नकली पनीर, दूध के सेवन से इंटेसटाईनल कोलाइटिस हो सकता है यानी सूजन, जो आगे चल कर कैंसर बन सकता है. कई मामलों में देखा गया है कि नकली दूध/पनीर में इस्तेमाल केमिकल की वजह से दिल की बीमारी भी हो जाती है.


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