Stomach bloating prevention tips
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ब्लोटिंग की समस्या दूर करने का आसान उपाय

पेट फूलने की समस्या से मिलेगी राहत, डेली डायट में शामिल करें ये फूड्स

कुछ खाते ही पेट फूलना या हर समय पेट में भारीपन रहना सामान्य नहीं है। क्योंकि इसका अर्थ ये है कि आपका डायजेशन ठीक से काम नहीं कर रहा है। जानें, ऐसे में क्या खाएं


पेट फूलना (Bloating) एक आम लेकिन असुविधाजनक समस्या है, जो गैस बनने, अपच, वॉटर रिटेंशन या आंतों की गतिशीलता में गड़बड़ी के कारण हो सकती है। दुनियाभर में होने वाली अलग-अलग रिसर्च के अनुसार (International Foundation for Gastrointestinal Disorders, 2021), 15–30% वयस्क किसी न किसी समय ब्लोटिंग का अनुभव करते हैं। सही आहार इस समस्या से राहत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ उन फूड्स के बारे में जिन्हें ब्लोटिंग से बचने के लिए खाने की सलाह साइंस देता है...

अदरक: प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी औषधि

अदरक (Zingiber officinale) का सेवन पेट की गैस को कम करने में अत्यंत प्रभावी माना गया है। 'Journal of Gastroenterology and Hepatology' (2018) में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, अदरक में मौजूद जिंजरोल्स और शोगोल्स गैस्ट्रिक खालीing में सुधार करते हैं और सूजन को कम करते हैं। अदरक को पानी में उबालकर चाय के रूप में पीने या कच्चा चबाने से पाचन एंजाइम्स का स्त्राव बढ़ता है, जिससे ब्लोटिंग कम होती है।

सौंफ: गट हैल्थ का गुप्त हथियार

सौंफ (Foeniculum vulgare) में पाई जाने वाली फाइटोकेमिकल्स जैसे एनेथोल गट मसल्स को रिलैक्स करते हैं। 'BMC Complementary Medicine and Therapies' जर्नल (2019) के अनुसार, सौंफ के सेवन से आंतों की ऐंठन में कमी आती है और गैस्ट्रिक ट्रांजिट टाइम बेहतर होता है। भोजन के बाद सौंफ चबाना या सौंफ का पानी पीना, दोनों पेट फूलने में राहत प्रदान कर सकते हैं।

नींबू का रस: प्राकृतिक डिटॉक्स एजेंट

नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड पाचन एंजाइम्स को उत्तेजित करता है, जिससे भोजन का टूटना और अवशोषण आसान हो जाता है। 'Journal of Medicinal Food' (2016) की रिपोर्ट के अनुसार, नींबू पानी पीने से गट में एसिडिटी बैलेंस होती है और ब्लोटिंग कम हो सकती है। सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू निचोड़कर पीना सबसे अधिक प्रभावी रहता है।

पुदीना: ठंडक और राहत का मिश्रण

पुदीना (Mentha piperita) को पेट फूलने के उपचार के लिए लंबे समय से इस्तेमाल किया जाता रहा है। 'American College of Gastroenterology' की एक स्टडी (2017) बताती है कि पुदीना के तेल में पाए जाने वाले कार्मिनेटिव और एंटीस्पास्मोडिक गुण आंतों के मसल्स को रिलैक्स कर गैस और सूजन को कम करते हैं। पुदीना चाय या ताजा पत्तियां चबाने से लाभ मिल सकता है।

दही: प्रोबायोटिक्स से भरपूर सुपरफूड

दही में मौजूद 'लैक्टोबैसिलस' और 'बिफिडोबैक्टीरिया' जैसे प्रोबायोटिक्स गट माइक्रोबायोम को संतुलित करते हैं। 'Nutrients' जर्नल (2020) के अनुसार, नियमित प्रोबायोटिक सेवन से ब्लोटिंग और आंतों की सूजन में 40% तक कमी लाई जा सकती है। दही का सेवन पाचन स्वास्थ्य सुधारने और अतिरिक्त गैस को कम करने में सहायक होता है।

खीरा: हाईड्रेशन का नेचुरल सोर्स

खीरे (Cucumis sativus) में 95% पानी होता है और सोडियम की मात्रा बहुत कम होती है। 'The British Journal of Nutrition' (2018) के मुताबिक, खीरा शरीर में वॉटर रिटेंशन को कम करता है, जिससे सूजन और ब्लोटिंग का खतरा घटता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स स्किन और आंत स्वास्थ्य दोनों के लिए लाभकारी हैं।

अनानास: ब्रोमेलैन का चमत्कार

अनानास (Ananas comosus) में ब्रोमेलैन नामक एंजाइम होता है जो प्रोटीन के पाचन में सहायता करता है। 'Planta Medica' जर्नल (2015) के अनुसार, ब्रोमेलैन गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सूजन को कम कर सकता है और प्रोटीन ब्रेकडाउन को तेज करता है, जिससे पेट फूलने की समस्या में काफी हद तक राहत मिलती है। भोजन के बाद कुछ ताजे अनानास के टुकड़े खाना बेहद फायदेमंद रहता है।

ब्लोटिंग की समस्या को जड़ से समझना और उसके अनुसार वैज्ञानिक समाधान अपनाना बेहद आवश्यक है। इन फूड्स को अपनी डेली डायट में शामिल करके न केवल पेट फूलने को नियंत्रित किया जा सकता है बल्कि संपूर्ण पाचन (Digestion) स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाया जा सकता है।


डिसक्लेमर- अपनी डायट में किसी भी नए आहार परिवर्तन से पहले अपने डॉक्टर या डायटीशियन से सलाह अवश्य लें।

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