नुकसान नहीं सिर्फ फायदा चाहिए तो इतनी-सी मात्रा में हर दिन खाएं दालचीनी
x

नुकसान नहीं सिर्फ फायदा चाहिए तो इतनी-सी मात्रा में हर दिन खाएं दालचीनी

दालचीनी में ना तो दाल होती है और ना ही चीनी! फिर इसका नाम ऐसा क्यों है ये तो शोध का विषय हो सकता है। लेकिन इससे फायदा पाने के लिए ये जरूरी बातें जानना आवश्यक है


Health benefits of Cinnamon: बहुत लोग कहते हैं कि रसोई में रखे मसाले सिर्फ स्वाद बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं। इन्हीं में से एक है दालचीनी (Cinnamon), जिसके गुणों के बारे में आपने जरूर सुना होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सही मात्रा में इसका सेवन कैसे किया जाए और ज्यादा खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं?

दालचीनी कैसे बनती है?

दालचीनी (Cinnamon) एक खास तरह की लकड़ी होती है, जिसे सिनेमोमम (Cinnamon) नामक पेड़ की छाल (Bark) से प्राप्त किया जाता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से ब्लड शुगर कंट्रोल करने और हार्ट हेल्थ सुधारने के लिए किया जाता है। लेकिन अगर इसे जरूरत से ज्यादा लिया जाए, तो यह नुकसान भी पहुंचा सकती है।

कितने प्रकार की होती है दालचीनी?

आमतौर पर दालचीनी दो तरह की होती है...

१. कैसिया (Cassia) दालचीनी - यह गहरे रंग की और तीखे स्वाद वाली होती है, जो सुपरमार्केट और किराना दुकानों पर आसानी से मिल जाती है।

२.सीलोन (Ceylon) दालचीनी - इसे ट्रू सिनमन (True Cinnamon) भी कहा जाता है। इसका स्वाद हल्का होता है और इसे आमतौर पर हर्बल दवाओं और खास व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है। यह कैसिया की तुलना में महंगी होती है।

कितनी मात्रा में लें दालचीनी?

कैसिया दालचीनी में कूमरिन (Coumarin) नामक कंपाउंड होता है, जो अधिक मात्रा में शरीर में जाने से गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है।

एक्सपर्ट्स के अनुसार, एक 60 किलो वजन वाले व्यक्ति के लिए रोजाना 5 मिलीग्राम कूमरिन सुरक्षित माना जाता है। यह मात्रा एक टेबलस्पून दालचीनी से भी कम होती है। अगर आप दिनभर में इतनी दालचीनी अपने भोजन में इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप पहले ही अधिक मात्रा में इसका सेवन कर रहे हैं।

ज्यादा दालचीनी खाने से होने वाले नुकसान...

1. लीवर डैमेज और कैंसर का खतरा

कई रिसर्च में पाया गया है कि अधिक मात्रा में कूमरिन का सेवन करने से लीवर (Liver) को नुकसान हो सकता है। लगातार ज्यादा मात्रा में दालचीनी खाने से लीवर डैमेज और कैंसर (Cancer) का खतरा बढ़ जाता है, खासकर लीवर, फेफड़ों (Lungs) और किडनी (Kidney) से जुड़े कैंसर का।

2. ब्लड प्रेशर कम होने की समस्या

अगर सीमित मात्रा में दालचीनी का सेवन किया जाए, तो यह हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। लेकिन जरूरत से ज्यादा लेने पर ब्लड प्रेशर बहुत कम हो सकता है, जिससे कमजोरी, चक्कर आना और थकान महसूस हो सकती है।

3. सांस लेने में दिक्कत

दालचीनी की चाय या काढ़ा रेस्पिरेटरी सिस्टम (Respiratory System) को साफ करने में मदद करता है। लेकिन ज्यादा मात्रा में लेने से गले में जलन, खांसी और सांस लेने में परेशानी हो सकती है। अस्थमा (Asthma) के मरीजों को दालचीनी के सेवन में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।

4. मुंह में छाले और जलन

दालचीनी में सिनामाल्डिहाइड (Cinnamaldehyde) नामक कंपाउंड होता है, जो ज्यादा मात्रा में लेने पर एलर्जी और जलन पैदा कर सकता है। इससे मुंह में छाले (Mouth Ulcers), खुजली और गले में जलन हो सकती है।

5. फेफड़ों को नुकसान

सूखी दालचीनी खाने से गले और फेफड़ों में जलन हो सकती है। इसमें मौजूद फाइबर (Fiber) को फेफड़े आसानी से पचा नहीं पाते, जिससे सूजन (Inflammation) की समस्या हो सकती है। यह निमोनिया (Pneumonia) जैसी गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है।

दालचीनी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है लेकिन सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करें। अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं। तो दालचीनी का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर रहेगा।

Read More
Next Story