Coffee benefits constipation dehydration
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जानें, कब कौन-सी कॉफी पीने से पेट की होगी पूरी सफाई

सही समय पर सही कॉफी पीने से पेट की होगी पूरी सफाई, जानें कब कौन-सी पिएं

पेट साफ करने में बहुत हेल्प कर सकती है कॉफी। बस आपको पता होना चाहिए कि कब, कैसे और कौन-सी कॉफी पीनी है। साथ ही कॉफी के अन्य लाभ भी...


Constipation Solutions: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अनियमित खानपान सिर्फ एसिडिटी ही नहीं बल्कि कब्ज का भी बड़ा कारण बनता है। लोग इससे छुटकारा पाने के लिए दवाइयों और घरेलू नुस्खों का सहारा लेते हैं। लेकिन फिर भी राहत नहीं मिलती। शायद आपकी दिनचर्या या खानपान में कुछ ऐसा है, जो आपकी आंतों को सुस्त बना रहा है।

लेकिन क्या आप जानते हैं? कुछ लोग पेट साफ रखने के लिए दिन की शुरुआत ही चाय से करते हैं। हालांकि अगर आप कब्ज से परेशान हैं तो आपकी ये परेशानी एक कप कॉफी से भी दूर हो सकती है। आइए जानते हैं, कॉफी कब्ज में कैसे मदद करती है...

कॉफी कब्ज को कैसे दूर करती है?

कॉफी में मौजूद कैफीन एक प्राकृतिक stimulant (उत्तेजक) की तरह काम करता है। यह आपके पाचन तंत्र में पेरिस्टलसिस (आंतों की मांसपेशियों की गति) को बढ़ाता है, जिससे कोलन एक्टिव होता है और पेट साफ करने में मदद मिलती है। साथ ही कॉफी दूध से बनी हो यानी आपने ब्लैक कॉफी ना लेकर मिल्क बेस्ड हॉट कॉफी पी हो तो दूध भी शरीर में जाता है। दूध आंतों की क्लीनिंग को फास्ट करता है और मोशन को पुश करने का काम करता है।

सादे पानी से 60 प्रतिशत ज्यादा असरदार

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, कैफीन वाली और डिकैफ कॉफी दोनों ही कोलन को उत्तेजित करती हैं। लेकिन कैफीन वाली कॉफी, डिकैफ की तुलना में कोलन को 23% ज्यादा उत्तेजित करती है। जब आप कैफीन वाली कॉफी पीते हैं तो पेट साफ करने के लिए आप जो सादा पानी पीते हैं, ये इससे 60% ज्यादा असरदार है।

अगर आपको irritable bowel syndrome या पेट में गैस्ट्रोकोलिक रिफ्लेक्स से जुड़ी समस्या है। तब तो कॉफी आपके लिए राहत ला सकती है। कॉफी में मौजूद लैक्सेटिव इफेक्ट (मल त्याग को प्रेरित करने वाला असर) आपके पेट को साफ करने में मदद करता है।

कॉफी के फायदे कब्ज दूर करने में

डाययूरेटिक गुणों से भरपूर होती है कॉफी। डाययूरेटिक गुण (Diuretic properties) का मतलब है कि कोई चीज जो शरीर में पेशाब की मात्रा बढ़ाने में मदद करती है। यानी, जब आप डाययूरेटिक चीज़ खाते या पीते हैं तो आपके शरीर से ज्यादा पानी और नमक यूरीन (पेशाब) के जरिए बाहर निकल जाता है।

कॉफी, चाय, नींबू पानी, तरबूज, खीरा जैसी चीजों में नैचुरल डाययूरेटिक गुण होते हैं। इसलिए इन्हें खाने या पीने के बाद आपको बार-बार पेशाब आता है, जिससे शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और कब्ज में राहत मिलती है। साथ ही शरीर की सूजन कम होती है। किडनी की सफाई होती है। लेकिन ध्यान रहे कि ज्यादा कॉफी पीने से या डाययूरेटिक चीजें खाने से बॉडी में पानी की कमी भी हो सकती है।


कॉफी बॉडी में क्या करती है...

बाइल सिक्रीशन बढ़ाए- कॉफी आपके शरीर में कोलेसिस्टोकाइनिन हार्मोन को बढ़ाती है, जिससे बाइल जूस ज्यादा निकलता है और पाचन सुधरता है। बाइल (Bile) एक गाढ़ा, हरे-पीले रंग का द्रव होता है, जो हमारे लिवर (यकृत) में बनता है और गॉलब्लैडर (पित्ताशय) में स्टोर होता है। जब हमें फैटी फूड (वसा युक्त भोजन) को पचाना होता है,तब यह बाइल गॉलब्लैडर से निकलकर छोटी आंत (small intestine) में पहुंचता है और पाचन को बूस्ट करता है।

बॉवेल मूवमेंट बेहतर करे- कॉफी आंतों की मांसपेशियों को एक्टिव करती है, जिससे पेट साफ होता है और पेट फूलने, दर्द या एसिडिटी से राहत मिलती है।

गट मोटिलिटी बढ़ाए- कॉफी खाने के पाचन में गति लाती है, जिससे भोजन आंतों में जल्दी और सही ढंग से आगे बढ़ता है।

गैस्ट्रोकोलिक रिफ्लेक्स को उत्तेजित करे- कॉफी से ये प्रक्रिया एक्टिव होती है, जिससे पेट में मल को आगे ले जाने में मदद मिलती है और पेट हल्का लगता है।

गैस्ट्रिन हार्मोन का स्तर बढ़ाए- कॉफी आपके गैस्ट्रिन हार्मोन को भी बढ़ाती है, जो भोजन को आगे बढ़ाने में मदद करता है। रिसर्च के अनुसार, कॉफी पीने से इस हार्मोन का लेवल पानी के मुकाबले 2 से 2.3 गुना ज्यादा बढ़ता है।

कब्ज दूर करने के लिए कैसे पिएं कॉफी?

यदि आपको पहले से कब्ज की समस्या हो तो आपके लिए ब्लैक कॉफी ज्यादा अच्छी है। क्योंकि दूध वाली कॉफी से एसिडिटी बढ़ सकती है। आप दिन में दो बार ब्लैक कॉफी ले सकते हैं। इसके लिए आप 2 से 5 ग्राम कॉफी पाउडर गर्म पानी में मिलाएं और चाहें तो स्वाद के लिए थोड़ा-सा धागे वाली मिश्री का पाउडर या नारियल चीनी डाल सकते हैं।

किन लोगों को कॉफी से परहेज करना चाहिए?

हाई ब्लड प्रेशर या एंग्ज़ाइटी के मरीजों को कॉफी से परहेज करना चाहिए

ध्यान रखें कि कॉफी का ज्यादा सेवन डिहाइड्रेशन कर सकता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही पिएं।


डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।

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