पेट ठीक से साफ क्यों नहीं होता? आंत में नहीं यहां छिपा है इसका कारण
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कब्ज और पेट फूलने की समस्या का समाधान

पेट ठीक से साफ क्यों नहीं होता? आंत में नहीं यहां छिपा है इसका कारण

पेट फूलना, गैस, भारीपन और कब्ज, सब कुछ उसी एक जाम के बाद शुरू होता है। यहीं से समझ आता है कि समस्या कभी-कभी खाने में नहीं बल्कि प्रवाह रुकने में होती है...


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कब्ज को पेट की एक मामूली समस्या माना जाता रहा है। जैसे, कुछ दिन पानी कम पी लिया, फाइबर कम खा रहे हैं, दिनचर्या बिगड़ गई और शरीर नाराज हो गया। लेकिन आपको शायद ही पता हो कि कुछ लोग चाहे जितना पानी पिएं, योग करें, दवाएं लें… फिर भी कब्ज उनका पीछा नहीं छोड़ता। इसका कारण कभी-कभी पेट नहीं बल्कि शरीर के अंदर का वह नेटवर्क होता है, जिसे हम लगभग भूल चुके हैं। यह है लसीका तंत्र (Lymphatic System)। विज्ञान अब कह रहा है कि पाचन सिर्फ आंतों की क्रिया नहीं है बल्कि शरीर के तरल संतुलन और नर्वस सिस्टम की प्रतिक्रिया भी इसका हिस्सा है।

आंतों के आसपास लसीका नलिकाओं का एक विशाल जाल होता है। ये नलिकाएं शरीर में जमा तरल, सूजन के कण, बैक्टीरिया और अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने के लिए लगातार काम करती हैं। अगर किसी कारण से यह प्रवाह धीमा पड़ जाए तो शरीर के अंदर एक अदृश्य रुकावट बन जाती है। पेट फूलना, गैस, भारीपन और कब्ज, सब कुछ उसी एक जाम के बाद शुरू होता है। यहीं से समझ आता है कि समस्या कभी-कभी खाने में नहीं बल्कि प्रवाह रुकने में होती है।



एमएलडी मालिश है बहुत लाभकारी

इस स्थिति में Manual Lymphatic Drainage यानी MLD चर्चा में आती है। MLD साधारण मसाज नहीं है। इसमें बेहद हल्के, सुनियोजित दबाव से लसीका प्रवाह को दिशा दी जाती है, पेट और आंतों के आसपास जमी कठोरता को ढीला किया जाता है और इससे शरीर को बहुत आराम मिलता है। आपको यह समझना होगा कि पाचन सिर्फ तब होता है, जब शरीर अलर्ट मोड में नहीं बल्कि शांत मोड में होता है। इसलिए MLD शरीर को दो संकेत देता है, सूजन और अपशिष्ट को बाहर निकालना और नर्वस सिस्टम को शांत करना ताकि पाचन शुरू हो सके। यह तकनीक कई बार उस शरीर की प्राकृतिक क्रियाओं को नई ऊर्जा देने का काम भी करता है।


कब्ज और पेट फूलने की समस्या का समाधान

वैज्ञानिक शोध भी इस दिशा में रोशनी डाल रहे हैं। वर्ष 2025 में किए गए Comparative Manual Lymph Drainage Study में पाया गया कि MLD और पेट मालिश दोनों ही मल त्याग की आवृत्ति बढ़ाने और पेट में जकड़न कम करने में प्रभावी रहे। विशेषज्ञ कहते हैं कि MLD के साथ प्रोबायोटिक्स देने से कब्ज, ब्लोटिंग और गैस में उल्लेखनीय सुधार मिलता है। यही नहीं, Abdominal Massage Effectiveness Review 2025 ने निष्कर्ष दिया कि पेट मालिश बड़ी आंत की गति तेज करती है और पाचन क्रिया को अधिक सुचारू बनाती है। यह शोध अभी विकास के चरण में हैं लेकिन एक बात और स्पष्ट होती जा रही है कि कब्ज केवल भोजन से जुड़ी गलती नहीं बल्कि शरीर के प्रवाह में जमी रुकावट भी है।



क्या है एमएलडी?

मैनुअल लिम्फैटिक ड्रिनेज (Manual Lymphatic Drainage) एक ऐसी विशेष थेरेपी है, जिसमें शरीर के लिम्फैटिक सिस्टम को सक्रिय करने के लिए बहुत हल्का, धीमा और रिदमिक मसाज प्रेशर दिया जाता है। यह सामान्य मसाज की तरह मांसपेशियों पर दबाव नहीं डालती। बल्कि त्वचा और लिम्फ वॉल्व के ऊपर बहुत सौम्य दबाव देकर शरीर में जमा वेस्ट, टॉक्सिन, सूजन और अतिरिक्त फ्लूइड को निकालने में मदद करती है।

यह भी जानना आवश्यक है कि लिम्फैटिक सिस्टम क्या करता है, जिस कारण यह मालिश आवश्यक हो जाती है? ऐसा इसलिए होता है कि हमारा लिम्फैटिक सिस्टम एक तरह का बॉडी ड्रेनेज नेटवर्क होता है, जो पूरे शरीर में जमा कचरे (वेस्ट प्रोडक्ट्स), बैक्टीरिया, वायरस और अतिरिक्त पानी को फिल्टर करके बाहर निकालता है। लेकिन कई बार कुछ कारणों जैसे...

• तनाव

• ज्यादा बैठकर काम करना

• कम पानी पीना

• पाचन की गड़बड़

• हार्मोन असंतुलन

• लंबी बीमारी या सर्जरी

इन कारणों से लिम्फ फ्लो धीमा पड़ जाता है, जिससे सूजन, थकान, कब्ज, स्किन प्रॉब्लम और वजन रिटेंशन जैसे लक्षण उभरते हैं।


कब सबसे अधिक लाभकारी है MLD?

जिन लोगों में कब्ज और तनाव एक साथ होता है, जिनके पेट की मांसपेशियां टाइट रहती हैं, जिनके शरीर में एडिमा या सूजन रहती है, जिनका सीज़ेरियन या पेट की सर्जरी का इतिहास है। या फिर ऐसे बुज़ुर्ग, जिनकी आंतों की गति स्वाभाविक रूप से धीमी हो जाती है, इन सभी में MLD के परिणाम विशेष रूप से अच्छे पाए गए। और पाचन की प्रक्रिया से जुड़े अच्छे परिणाम देखने को मिले।

लेकिन एक बात बहुत आवश्यक है कि MLD कब्ज का जादुई इलाज नहीं है। यह फाइबर, पानी, नींद और मन की शांति की जगह नहीं ले सकता। बल्कि यह उन सबका रास्ता साफ करता है। क्योंकि जब दिमाग तनाव में न होकर आराम की स्थिति में जाता है, तभी नींद गहरी आती है, मल त्याग नियमित होता है और पेट अपनी असली गति में लौटता है। इसलिए कई बार लोगों को लगता है कि “अब दवा क्यों अधिक असर कर रही है, अब योग क्यों कारगर लग रहा है?” असल कारण यह होता है कि प्रवाह खुल गया होता है।

पाचन केवल खाना पचाने की प्रक्रिया नहीं है। यह शरीर के संपूर्ण तरल प्रवाह, नर्वस नियंत्रण, मांसपेशियों की कोमलता और मानसिक शांति का संयुक्त परिणाम है। जब शरीर यह संतुलन वापस पा लेता है, तब कब्ज बिना लड़ाई के पिघलने लगता है और शायद यही कारण है कि दुनियाभर के शोधकर्ता अब कह रहे हैं कि कब्ज केवल पेट की बीमारी नहीं है, यह शरीर के संपूर्ण संतुलन का संकेत है। यही कारण है कि MLD कोई फैंसी ट्रेंड नहीं बल्कि शरीर को यह संदेश देना है कि सब ठीक है, अब पाचन शुरू करो।


डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनान से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।


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