
हार्ट अटैक से पहले नजर आते हैं ये लक्षण, गौर किया तो बच जाएगी जान
हार्ट अटैक से पहले महिलाओं में पुरुषों से थोड़े अलग लक्षण भी नजर आ सकते हैं। इनमें बाकी समस्याओं के साथ ही चक्कर आना या बेहोशी जैसा महसूस होना और सांस फूलना...
Heart Attack Early Symptoms: हार्ट अटैक तब होता है, जब हृदय तक खून का प्रवाह अचानक बहुत कम हो जाता है या रुक जाता है। यह आमतौर पर कोरोनरी धमनियों में फैट, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों के जमाव के कारण होता है, जिसे प्लाक (plaque) कहा जाता है। जब यह प्लाक फटता है तो रक्त में थक्का (clot) बन सकता है, जो रक्त प्रवाह को पूरी तरह रोक देता है। इससे हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचता है या वह मर सकती हैं। हार्ट अटैक को मायोकार्डियल इन्फार्क्शन (Myocardial Infarction) भी कहा जाता है।
हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण (Heart Attack Symptoms)
हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग लोगों में अलग हो सकते हैं। लेकिन कुछ सामान्य लक्षण हैं, जो आमतौर पर हार्ट अटैक से पहले देखने को मिलते हैं...
सीने में दर्द या असहजता
यह सबसे सामान्य लक्षण है। यह दबाव, जकड़न, दबाव पड़ना या जलन जैसा महसूस हो सकता है। यह दर्द छाती से निकलकर शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है।
सांस लेने में तकलीफ
बिना अधिक मेहनत के भी अगर सांस फूलने लगे या सांस लेने में कठिनाई हो, तो यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।
शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द या असहजता
दर्द बांहों (विशेष रूप से बाईं बांह), गर्दन, जबड़े, पीठ या पेट तक फैल सकता है।
पेट संबंधी समस्याएं
कुछ लोगों को पेट में तकलीफ जैसे, मतली, अपच या उल्टी और सीने में जलन या उल्टी भी हो सकती है, जो दिल की बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
चक्कर आना या हल्कापन महसूस होना
अगर आपको खासकर खड़े होने पर सिर हल्का लगना या चक्कर आना या फिर चक्कर आना, हल्कापन महसूस होना भी खतरे की घंटी हो सकती है।
इस तरह पसीना आना
बिना किसी खास मेहनत के अगर आपको ठंडा पसीना आ रहा है तो यह भी एक गंभीर लक्षण हो सकता है।
थकान महसूस होना
अगर आप बिना किसी कारण के अत्यधिक थका हुआ महसूस कर रहे हैं या किसी काम से थकावट बढ़ जाती है तो यह नया या बिगड़ता हुआ लक्षण दिल की गड़बड़ी का संकेत हो सकता है।
महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण
हार्ट अटैक से पहले महिलाओं में पुरुषों से थोड़े अलग लक्षण भी नजर आ सकते हैं। इनमें बाकी समस्याओं के साथ ही चक्कर आना या बेहोशी जैसा महसूस होना और सांस फूलना के साथ ही महिलाओं में गर्दन या पीठ में तेज दर्द जैसे असामान्य लक्षण हो सकते हैं
कम सामान्य या सूक्ष्म लक्षण (Less Common or Subtle Symptoms)
चिंता या अनहोनी का एहसास
कुछ लोगों को बेचैनी, घबराहट या किसी अनहोनी का पूर्वाभास महसूस हो सकता है।
धड़कनों में असमानता या तेजी
दिल का बहुत तेज़ धड़कना, फड़फड़ाना या धड़कन का रुक-रुक कर चलना हार्ट प्रॉब्लम का संकेत हो सकता है।
त्वचा के रंग में बदलाव
होंठों या उंगलियों के आसपास की त्वचा पीली, भूरी या नीली दिख सकती है।
पैरों या टांगों में सूजन
निचले अंगों (टांगों और पैरों) में सूजन भी कभी-कभी दिल की समस्या का संकेत होती है।
महत्वपूर्ण बातें (Important Considerations)
व्यक्ति विशेष के अनुसार लक्षणों में अंतर
हर व्यक्ति के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ लोगों को बहुत कम लक्षण महसूस होते हैं, जबकि कुछ को कोई लक्षण महसूस नहीं होते। जिस हार्ट अटैक से पहले कोई लक्षण नजर नहीं आते इसे ही "साइलेंट हार्ट अटैक" कहा जाता है।
ऐसे चिकित्सा सहायता लें
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, खासकर छाती में दर्द या सांस की कमी तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। भारत में आप मेडिकल इमरजेंसी सेवा 108 को कॉल करके जल्द हेल्थ सपोर्ट पा सकते हैं।
प्रारंभिक हार्ट अटैक देखभाल (Early Heart Attack Care - EHAC)
हार्ट अटैक के प्रारंभिक लक्षणों की पहचान करके यदि समय रहते सही कदम उठाए जाएं तो हार्ट अटैक के चलते मृत्यु के खतरे को काफी हद तक टाला जा सकता है।
यदि किसी और को हार्ट अटैक हो रहा हो तो उसे तुरंत आपातकालीन मदद दिलाएं। यानी इमरजेंसी नंबर पर कॉल करें। जब तक इमरजेंसी सहायता आए तब तक आप उसकी सांस और नब्ज जांचें।
यदि वह व्यक्ति बेहोश है और सांस नहीं ले रहा तो CPR शुरू करें। यदि आप CPR देने में प्रशिक्षित नहीं हैं तो केवल छाती को तेज और गहराई तक दबाएं (हर मिनट 100–120 बार)।
प्रशिक्षित हैं तो 30 दबाव के बाद 2 रेस्क्यू सांसें दें। इससे पीड़ित व्यक्ति के शरीर में ऑक्सिजन जाता रहेगा और उनकी जान बची रहेगी।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।