
हर दिन कितने कदम चलने या कितना व्यायाम करने से हेल्दी रहेगा हार्ट, जानें
दिल की सेहत को दुरुस्त रखने के लिए हर दिन कुछ मिनट से लेकर कुछ घंटों की एक्सर्साइज बहुत जरूरी होती है। जानें हेल्दी हार्ट के लिए हर दिन आपको कितना व्यायाम करना है
हम सभी जानते हैं कि सक्रिय (ऐक्टिव) रहना हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। लेकिन जब बात हृदय स्वास्थ्य यानाी हार्ट हेल्थ (Heart health) की आती है तो यह सवाल अक्सर उठता है कि कितना व्यायाम करना जरूरी है? क्या रोज़ की सैर काफी है या फिर दौड़ना ज़रूरी है? क्या जिम जाना बेहतर रहेगा या घर पर हल्का व्यायाम भी असरदार हो सकता है? अगर आप भी इसी उलझन में हैं... तो आइए इसे समझने की कोशिश करते हैं...
हृदय के लिए व्यायाम क्यों ज़रूरी है?
हृदय शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। यह बिना रुके रक्त पंप करता रहता है और पूरे शरीर को ऑक्सीजन व पोषक तत्व पहुंचाता है। लेकिन अगर हृदय को मजबूत बनाए न रखा जाए, तो यह धीरे-धीरे कमजोर हो सकता है और हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है।
आज के दौर में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज यानी हृदय रोग दुनिया में मृत्यु का एक प्रमुख कारण बन चुका है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि नियमित व्यायाम से इस जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
कितना व्यायाम करना चाहिए?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, वयस्कों को हर हफ्ते कम से कम मध्यम-तीव्रता वाला एरोबिक व्यायाम या तीव्र-तीव्रता वाला व्यायाम करना चाहिए। इसके अलावा, हफ्ते में कम से कम दो बार मांसपेशियों को मजबूत करने वाले व्यायाम करना भी फायदेमंद होता है।
अब सवाल यह है कि मध्यम और तीव्र-तीव्रता वाले व्यायाम में अंतर क्या है?
मध्यम-तीव्रता वाले व्यायाम में आप बात कर सकते हैं, लेकिन आराम से गाना नहीं गा सकते। जैसे – तेज़ चलना, हल्की जॉगिंग, ज़ुम्बा, वॉटर एरोबिक्स आदि।
तीव्र-तीव्रता वाले व्यायाम में आपको बोलने में कठिनाई होगी और बार-बार सांस लेनी पड़ेगी। जैसे – तेज़ दौड़ना, पहाड़ों पर चढ़ाई करना, हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट आदि।
अगर आप व्यस्त रहते हैं और हफ्ते में लंबा समय नहीं निकाल सकते तो दैनिक व्यायाम भी आपके हृदय को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त हो सकता है।
व्यायाम के फायदे - सिर्फ हृदय के लिए ही नहीं
जब आप नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, तो इसका असर सिर्फ हृदय पर ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर पर पड़ता है। व्यायाम से रक्त प्रवाह तेज़ होता है, जिससे हृदय पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता और रक्तचाप संतुलित रहता है। अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है, जिससे हृदय की धमनियाँ साफ़ रहती हैं।
नियमित व्यायाम मोटापे से बचाने में मदद करता है, जिससे हृदय से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है। जब आप लगातार व्यायाम करते हैं, तो हृदय अधिक प्रभावी तरीके से रक्त पंप करने लगता है।
नियमित गतिविधि से मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और हृदय पर तनाव का प्रभाव कम पड़ता है।
व्यायाम करते समय किन बातों का ध्यान रखें?
व्यायाम करना ज़रूरी है, लेकिन अत्यधिक व्यायाम नुकसानदायक भी हो सकता है, खासकर अगर आप पहले से किसी हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर या मधुमेह से जूझ रहे हैं। अगर आप थकान, चक्कर, सीने में दर्द या सांस फूलने जैसी समस्याओं का अनुभव करते हैं तो तुरंत व्यायाम रोक दें और डॉक्टर से सलाह लें।
क्या हर कोई एक जैसा व्यायाम कर सकता है?
व्यायाम का सही प्रकार और मात्रा व्यक्ति की उम्र, स्वास्थ्य स्थिति और फिटनेस स्तर पर निर्भर करता है। अगर आप शुरुआती हैं, तो हल्के व्यायाम से शुरू करें और धीरे-धीरे तीव्रता बढ़ाएँ। अगर आपको पहले से कोई हृदय संबंधी समस्या है, तो कोई भी नया व्यायाम शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श ज़रूर करें।
कैसे बनाएं व्यायाम को अपनी आदत?
अगर आप अभी तक नियमित व्यायाम नहीं कर रहे हैं तो इसे अपनी रोज़मर्रा की आदत में शामिल करना मुश्किल हो सकता है। लेकिन कुछ आसान तरीके इसे अपनाने में मदद कर सकते हैं।
रोज़ तेज़ चलने की कोशिश करें। अगर आप ऑफिस जाते हैं तो लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का उपयोग करें। लंबे समय तक बैठने से बचें और हर घंटे कुछ मिनट खड़े होकर हल्की एक्सरसाइज़ करें।
किसी दोस्त या परिवार के सदस्य को वर्कआउट पार्टनर बनाएं, इससे प्रेरणा बनी रहेगी। अपने पसंदीदा गाने या पॉडकास्ट के साथ एक्सरसाइज़ को मज़ेदार बनाएं।
व्यायाम सिर्फ एक ऑप्शन नहीं, बल्कि एक ज़रूरत है। अगर आप अपने हृदय को लंबे समय तक स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो आज ही अपनी सक्रिय जीवनशैली की शुरुआत करें।
याद रखें, नियमितता सबसे ज़रूरी है। हफ्ते में सिर्फ एक दिन ज्यादा एक्सरसाइज़ करने से बेहतर है कि हर दिन थोड़ा-थोड़ा किया जाए। धीरे-धीरे शुरू करें और अपने शरीर की क्षमताओं को समझते हुए अपनी गति बढ़ाएँ।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सुझाव को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह करें।