Ikigai Blue Zone longevity secrets plant-based diet
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स्वस्थ रहते हुए भरपूर जीने का रहस्य हैं ये साधारण नियम।

दुनिया के इन ब्लू जोन में बिना दवाओं के 100 साल से ज्यादा जीते हैं लोग

लंबा जीना और स्वस्थ रहते हुए जीना, इतना भी मुश्किल नहीं है, जितना लगता है। बस दुनिया के ब्लू जोन्स में रहने वाले इन लोगों के रहस्य अपनाने होंगे...


Secrets Of Healthy Life: क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया में ऐसे भी लोग हैं जो 90-100 की उम्र में भी फिट, सक्रिय और खुश रहते हैं? जी हाँ, जापान का ओकिनावा ऐसा ही एक इलाका है, जिसे ब्लू ज़ोन कहा जाता है। ब्लू ज़ोन्स वे क्षेत्र हैं जहाँ लोग सामान्य से कहीं ज़्यादा लंबी उम्र तक जीते हैं और बुजुर्गावस्था में भी ज़्यादातर बीमारियों से बचे रहते हैं।

Journal of Aging Research और National Library of Medicine की रिपोर्ट्स बताती हैं कि ब्लू ज़ोन के लोग अमेरिका की तुलना में 10 गुना ज़्यादा बार 100 साल की उम्र तक पहुँचते हैं। यह किसी चमत्कार से नहीं, बल्कि उनकी लाइफ़स्टाइल की पाँच आदतों की वजह से संभव होता है। तो आइए जानते हैं कि वे कौन-सी आदतें हैं, जो ओकिनावन लोगों को इतना स्वस्थ और दीर्घायु बनाती हैं।

1. ईकागाई – जीवन का उद्देश्य

ओकिनावन लोग मानते हैं कि जीवन का स्पष्ट उद्देश्य ही उनकी लंबी उम्र का सबसे बड़ा राज़ है। “ईकागाई” शब्द का अर्थ है— सुबह उठने का कारण।रिसर्च बताती है कि जिन लोगों के जीवन में एक गहरा उद्देश्य होता है, उनकी उम्र औसतन 7 साल तक बढ़ जाती है। उद्देश्य सिर्फ़ करियर नहीं, बल्कि परिवार, रिश्ते या समाज में योगदान भी हो सकता है।

2. पौधों पर आधारित आहार (Plant-based diet)

ओकिनावन डाइट का लगभग 90% हिस्सा पौधों से आता है। इनमें शकरकंद, टोफू, समुद्री घास, हरी पत्तेदार सब्जियाँ शामिल हैं। मांस, खासकर पोर्क, वे बहुत कम खाते हैं—सिर्फ़ महीने में लगभग 5 बार और उतनी ही मात्रा में जितनी एक ताश की गड्डी हो। इस तरह की डाइट लो-इंफ्लेमेटरी होती है, यानी शरीर में सूजन और बीमारियों का खतरा कम करती है।

3. Hara Hachi Bu – पेट 80% तक भरना

यह एक 2500 साल पुरानी कन्फ्यूशियस परंपरा है, जिसे आज भी ओकिनावन लोग मानते हैं। इसका मतलब है कि सिर्फ़ 80% पेट भरने तक खाना। National Library of Medicine की रिपोर्ट कहती है कि यह आदत मेटाबॉलिक स्ट्रेस को कम करती है, मोटापा रोकती है और हेल्दी एजिंग को बढ़ावा देती है। दिलचस्प बात यह है कि ओकिनावन लोग दिन का सबसे छोटा भोजन दोपहर या शाम को करते हैं और रात में खाना नहीं खाते।

4. प्राकृतिक गतिविधियाँ (Natural movement)

क्या आपने गौर किया है कि ओकिनावन लोग जिम में पसीना बहाने नहीं जाते, बल्कि अपनी डेली लाइफ में ही एक्टिव रहते हैं। वे बागवानी करते हैं, ज़्यादातर पैदल चलते हैं और हल्के-फुल्के शारीरिक कामों में जुटे रहते हैं। WHO की गाइडलाइन भी कहती है कि रोज़ाना हल्की लेकिन नियमित शारीरिक गतिविधि हार्ट हेल्थ, मेटाबॉलिज्म और हड्डियों के लिए बेहद फायदेमंद है।

5. Moai – मजबूत सामाजिक रिश्ते

शोध बताते हैं कि अकेलापन, हार्ट डिजीज और डिप्रेशन जितना नुकसान कर सकता है, उतना धूम्रपान या मोटापा भी नहीं कर पाता। लेकिन ओकिनावा में लोग इस समस्या से जूझते ही नहीं, क्योंकि वे Moai नामक सामाजिक समूह का हिस्सा होते हैं। बचपन से ही बच्चों को इन सामाजिक नेटवर्क्स में शामिल कर लिया जाता है ताकि वे जान सकें कि जीवन में हर पल कोई उनके साथ है। National Library of Medicine की स्टडी कहती है कि इस तरह के रिश्ते लॉन्गेविटी (longevity) यानी लंबी उम्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।

अब सवाल है कि क्या हम भी यह आदतें अपना सकते हैं? जवाब है- हाँ। ईकिगाई यानी जीवन का उद्देश्य ढूँढना, पौधों पर आधारित डाइट खाना, Hara Hachi Bu यानी सजग होकर खाना, रोज़मर्रा की हल्की गतिविधियाँ करना और मजबूत रिश्ते बनाना—ये पाँच बातें हमारी सेहत को बेहतर कर सकती हैं और जीवन में दशकों का इजाफा कर सकती हैं।


डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जानकारी बढ़ाने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।

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