
मेटाबॉलिक कन्फ्यूजन डाइट...वजन घटाने का नया तरीका
कैलोरी में बदलाव कर शरीर को फिट रखने का दावा, जानें क्या है इस डाइट का विज्ञान, जिसमें मेटाबॉलिज़म को कंफ्यूज कर फिटनेस टारगेट अचीव करने का प्लान बनता है...
वजन घटाने के लिए लोग न जाने कितनी डाइट्स और एक्सरसाइज रूटीन अपनाते हैं... लेकिन आजकल एक नई डाइट रणनीति—मेटाबॉलिक कन्फ्यूजिंग डाइट—खासी सुर्खियों में है। इस डाइट की खास बात यह है कि इसमें हर दिन एक जैसा खाना खाने या कैलोरी की कड़ाई से गिनती करने की जरूरत नहीं होती। इसके बजाय, इस डाइट में कैलोरी और मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (कार्ब्स, प्रोटीन, फैट) की मात्रा को समय-समय पर बदलकर शरीर को “कन्फ्यूज” किया जाता है।
क्या है मेटाबॉलिक कन्फ्यूजन डाइट?
यह एक ऐसा डाइट प्लान है जिसमें व्यक्ति कभी कम तो कभी अधिक कैलोरी खाता है। उदाहरण के तौर पर, किसी दिन व्यक्ति 1200 कैलोरी ले सकता है, तो अगले दिन 1800 या 2000 कैलोरी तक। ऐसा करने से शरीर एक रूटीन में ढल नहीं पाता और मेटाबॉलिज्म तेज बना रहता है। यह तरीके इंटरमिटेंट फास्टिंग से कुछ हद तक जुड़ा भी है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
विशेषज्ञों के अनुसार यह डाइट लंबी अवधि के लिए ज़्यादा टिकाऊ है।“लोग जब रोजाना एक जैसी कैलोरी खाते हैं, तो शरीर उसमें अडजस्ट हो जाता है, जिससे वजन कम करना मुश्किल हो सकता है। मेटाबॉलिक कन्फ्यूजन उस जड़ता को तोड़ता है।”
इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार
शोधों के अनुसार, इस तरह की कैलोरी साइकलिंग से शरीर की इंसुलिन सेंसिटिविटी बेहतर हो सकती है—यानि शरीर इंसुलिन के प्रति अधिक उत्तरदायी हो जाता है। यह डायबिटीज, मोटापा और दिल से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकता है।
क्या खाएं, क्या न खाएं?
इस डाइट में खास तौर पर प्रोसेस्ड फूड्स से बचने और न्यूट्रिएंट-डेंस फूड्स यानी संपूर्ण और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन (जैसे ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दालें आदि) को प्राथमिकता देने की सलाह दी जाती है।
क्या यह डाइट सभी के लिए सही है?
हालांकि यह डाइट सुनने में लचीली और आसान लगती है। लेकिन सभी के शरीर की ज़रूरतें अलग होती हैं। इसलिए किसी भी डाइट को अपनाने से पहले किसी सर्टिफाइड डायटिशियन या डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
मेटाबॉलिक कन्फ्यूजन डाइट उन लोगों के लिए कारगर हो सकती है, जो सख्त डाइटिंग से थक चुके हैं और वजन घटाने का एक अधिक लचीला और टिकाऊ तरीका ढूंढ रहे हैं। अगर सही तरीके से अपनाया जाए तो यह डाइट सिर्फ वजन घटाने में ही नहीं बल्कि समग्र स्वास्थ्य सुधार में भी मददगार साबित हो सकती है।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें।