हेल्दी रहने के लिए खाने में इन चीजों को बढ़ाएं, 17 सुझावों पर करें अमल
भारत में आमतौर पर लोग खाने में अनाजों का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. लेकिन राष्ट्रीय पोषण संस्थान ने अनाज की जगह दाल और अंडे के प्रयोग पर जोर दिया है.
Healthy Food News: कहा जाता है कि अगर आप पूरी तरह स्वस्थ हैं. अस्पतालों के चक्कर कम से कम लगाते हैं तो आप दौलतमंद हैं. इसमें कोई दो मत नहीं. आस पड़ोस की बात छोड़िए अपने घर में ही देखा होगा कि कोई न कोई सदस्य अस्पताल जरूर जाता है. अगर बीमारी बड़ी हो तो कोई विकल्प नहीं. लेकिन हम खुद बीमारी को दावत दे रहे हैं तो बात अलग है. डॉक्टर भी सुझाव देते हैं कि खानपान सुधारें. लाइफ स्टाइल में बदलाव करें. अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि भाई क्या खाएं. ऐसे में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च से जुड़े राष्ट्रीय पोषण संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रीशन ने नए दिशा निर्देश दिए हैं.
पोषण में अनाज की मात्रा अधिक
राष्ट्रीय पोषण संस्थान का कहना है कि भारतीय अभी भी अनाज का अधिक सेवन कर रहे हैं. जबकि उसे कम करने की आवश्यकता है. भारतीयों के पोषण में दाल, सब्जियों और अंडे की मात्रा को बढ़ाने की जरूरत है. संस्थान के मुताबिक हर रोज अनाज यानी चावल और गेहूं की हिस्सेदारी 45 फीसद से अधिक नहीं होनी चाहिए. जबकि आंकड़ों के मुताबिक कुल कैलोरी में गेहूं और चावल की हिस्सेदारी 50 से 70 फीसद तक है.
क्या हैं 17 सुझाव
- मोटापा, पेट की चर्बी कम करने के लिए लाइफस्टाइल बदलें
- ऐसे खाद्यान्न पर जोर जिससे पर्याप्त मात्रा में एमिनो एसिड मिले
- तेल-वसा का सेवन कम करें, नट, फलियां और तिलहन का इस्तेमाल
- खाद्य पदार्थ खरीदते समय पैकेट के लेबल पर ध्यान
- बुजुर्गों के खाने में पोषकल तत्वों का इस्तेमाल
- संतुलित आहार पर खास ध्यान
- प्रेग्नेंट और ब्रेस्ट फीडिंग वाली महिलाओं को पर्याप्त आहार
- न्यू बॉर्न बेबी को 6 महीने तक ब्रेस्ट फीडिंग
- 6 महीने से ऊपर के बच्चे सेमी सॉलिड फूड
- अधिक मीठे पदार्थों के सेवन से परहेज
- खाना बनाने से पहले और बाद में साफ सफाई पर ध्यान
- पानी खूब पीएं
- नमक का सेवन कम करें
- जीवनशैली में व्यायाम को जरूर जोड़ें
- सब्जियों को खाने में जरूर शामिल करें
- बच्चों और किशोरों के खानपान पर खास ध्यान
दाल और अंडे के इस्तेमाल पर जोर
दाल- अंडे, नॉनवेज से 15 कैलोरी ऊर्जा की जरूरत है लेकिन इसकी मात्रा महज 6 से 9 फीसद के करीब है. फैट की मात्रा 30 फीसद से कम होनी चाहिए. हालांकि भारतीय आबादी घी, मक्खन, तेल की शौकीन है. वयस्क लोगों को न्यूनतम 2 हजार कैलोरी ऊर्जा की जरूरत है. लेकिन उनके पोषण में पोषक तत्वों की कमी है.राष्ट्रीय पोषण संस्थान का कहना है कि अगर आपका पोषण दुरुस्त है तो बीमारियां आप से दूर भागेंगी. लेकिन यदि आप पोषण से समझौता करते हैं तो अलग अलग तरह के शारीरिक कष्ट का सामना करना पड़ सकता है.