
मई से जुलाई तक मिलेगा निर्मालु, कंफ्यूजन से बचें और ना समझें आड़ू
नेक्टरिन एक प्रकार का स्टोन फ्रूट है, यह आड़ू का ही करीबी रिश्तेदार है, फर्क बस इतना है कि नेक्टरिन की त्वचा चिकनी होती है जबकि आड़ू की हल्की रोएदार...
Best Summer Fruit: आड़ू (Peach) जैसे दिखने वाले फल Nectarines जिसे हिंदी में निर्मालु कहा जाता है। ये आड़ू की ही एक किस्म का फल है। देखने में और स्वाद में ये आड़ू से काफी मिलता-जुलता होता है। लेकिन इसका छिलका आड़ू की तुलना में काफी चिकना होता है। जबकि सामान्य आड़ू के छिलके पर हल्की रोयेंदार परत होती है।
निर्मालु (Nectarine) या आड़ू की चिकनी किस्म का फल आमतौर पर गर्मियों के मौसम में आता है। भारत में यह मुख्य रूप से मई से जुलाई के बीच पाया जाता है, विशेषकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे ठंडे पर्वतीय क्षेत्रों में इसे उगाया जाता है। गर्मी के मौसम में इसका सेवन करने से बहुत अधिक लाभ मिलता है। क्योंकि इसमें पाए जाने वाले प्राकृतिक गुण गर्मी से लड़ने के लिए बॉडी को तैयार करते हैं।
निर्मालु की मुख्य विशेषताएं
ये गर्मी (Late Spring to Mid-Summer)के मौसम का फल है। और मुख्य रूप से मई से जुलाई के महीनों में पेड़ों पर लगता है। ये मुख्य रूप से भारत के पहाड़ी राज्यों में उगाया जाता है। इसका स्वाद मीठा और थोड़ा खट्टा होता है। निर्मालु में विटामिन-A, विटामिन-C, पोटैशियम, कॉपर, नियासिन, मैग्निशियम और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाए होते हैं।
एक मीडियम साइज के नेक्टरिन में लगभग इतने न्यूट्रिऐंट्स होते हैं
कैलोरी: 63
कार्बोहाइड्रेट: 15 ग्राम
फाइबर: 2.4 ग्राम
प्रोटीन: 1.5 ग्राम
शुगर: 11 ग्राम
पोटैशियम: 285 मि.ग्रा
विटामिन C: 7.67 मि.ग्रा
तांबा,नियासिन, मैग्निशियम,विटामिन-ए इत्यादि पाए जाते हैं।
नेक्टरिन यानी निर्मालु खाने से होने वाले फायदे
1. बीमारियों से लड़ने में सहायक
नेक्टरिन में एंटीऑक्सिडेंट्स भरपूर होते हैं, जैसे बीटा-कैरोटीन, ल्यूटिन, विटामिन C आदि, जो शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। इससे कोशिकाओं को नुकसान से बचाव मिलता है और पुरानी बीमारियों का जोखिम घटता है।
2. पाचन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
नेक्टरिन में घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर होते हैं। ये फाइबर पाचन को बेहतर बनाते हैं। इससे पेट नियमित रूप से साफ होने में मदद मिलती है और कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं। इसके अलावा ये आंत में अच्छे बैक्टीरिया को भी बढ़ावा देते हैं। यानी गट हेल्थ को इंप्रूव करने में सहायक हैं।
3. हृदय स्वास्थ्य को मजबूत करें
नेक्टरिन में मौजूद पोटैशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। यह हार्ट को अधिक मेहनत करने से बचाता है और दिल के दौरे, स्ट्रोक और अन्य हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है। यानी हार्ट का काम इजी करता है और स्ट्रोक जैसी जानलेवा स्थितियों से बचाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स भी रक्तवाहिकाओं (ब्लड वेसेल्स) में सूजन को कम करते हैं।
4. कैंसर के जोखिम को कम करें
नेक्टरिन में पॉलीफेनॉल्स नामक एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने और जीवित रहने में मुश्किल पैदा करते हैं। हालांकि कोई भी एक खाद्य पदार्थ कैंसर को पूरी तरह नहीं रोक सकता लेकिन पॉलीफेनॉल्स युक्त फल खाना एक स्मार्ट हेल्थ चॉइस है।
5. वजन प्रबंधन में मददगार
नेक्टरिन में मौजूद फाइबर वजन नियंत्रण में भी सहायक है क्योंकि यह पेट को देर तक भरा हुआ महसूस कराता है। शोध बताते हैं कि फाइबर युक्त आहार आपकी भूख को नियंत्रित कर सकता है और वजन बढ़ने से रोक सकता है।
नेक्टरिन एक टेस्टी फल है और हेल्थ के लिए भी बेहद फायदेमंद है। आप इसे ऐसे ही खा सकते हैं या फिर स्मूदी में डाल सकते हैं या सलाद और सीरियल में स्लाइस करके भी खा सकते हैं। इसकी त्वचा यानी ऊपरी परत भी खाने योग्य है और पोषक तत्वों से भरपूर होती है।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।