
जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट, पीरियड्स में योग-एक्सर्साइज करें या नहीं
हमने योग ट्रेनर और योग प्रोफेसर के साथ ही डॉक्टर से भी बात की और जानने का प्रयास किया कि क्या सही है? क्या पीरियड्स में योग करना चाहिए या नहीं...
Yoga And Exercise In Periods: डेली लाइफ में जिम जाने वाली, योग करने वाली और जमकर एक्सर्साइज करने वाली फिटनेस फ्रीक महिलाएं भी पीरियड्स के दौरान अक्सर कंफ्यूज रहती हैं। क्योंकि इन्हें कोई क्लीयर आंसर नहीं मिल पता कि क्या पीरियड्स के दौरान योग-एक्सर्साइज करने से कोई दिक्कत तो नहीं होगी? हेल्थ पर कोई बुरा असर तो नहीं पड़ेगा?
इस प्रश्न पर ज्यादातर लोग कहते हैं कि पीरियड्स में योग और एक्सर्साइज नहीं करनी चाहिए। लेकिन डेली लाइफ में इन्हें करने वाली महिलाएं 3 से 5 दिन तक फिजिकल फिटनेस रेजीम फॉलो किए बिना नहीं रह पाती हैं। क्योंकि ये इनके लिए एनर्जी पिल की तरह काम करते हैं।
हमारे एक्सपर्ट्स
इस असमंजस से अपने रीडर्स को बाहर निकालने के लिए हमने योगाचार्य यानी योग ट्रेनर, योग प्रॉफेसर और गाइनीकॉलजिस्ट तीनों से बात की। हमारे पैनल में सम्मिलित हैं पंचोपचार वेलनेस रिजॉर्ट, जदीपनी कानाताल (उत्तराखंड) के फाउंडर डॉक्टर हरेंद्र गौतम, गायनीकॉलजिस्ट, डॉक्टर रश्मि चौहान, नालासोपारा आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल के प्रोफेसर डॉक्टर सोमेंद्र तिवारी।
इन सभी ने बातचीत के दौरान एक बात पर सहमती जताई कि पीरियड्स के दौरान योग और एक्सर्साइज की जा सकती हैं। साथ ही इस दौरान अनुलोम-विलोम प्राणायाम और मेडिटेशन करने से बहुत अधिक आराम मिलता है। लेकिन सभी योगासन और हेवी एक्सर्साइज करने से बचना है। तो यहां जानें कि कौन-से योग आप पीरियड्स के दौरान कर सकते हैं और कौन-से योगासन से आपको बचना है।
पीरियड्स में करने योग्य योगासन
मलासन: यह आसन कूल्हों और कमर को खोलता है और दर्द से राहत दिलाता है। इससे पेल्विक मसल्स रिलैक्स होती हैं, पेट दर्द और कमर दर्द में राहत मिलती है। थाइज की नसों में होने वाले खिंचाव में बहुत आराम मिलता है।
तितली आसन (बाधा कोणासन): यह आसन कूल्हों और कमर को खोलता है और दर्द से राहत दिलाता है। पीरियड्स के दौरान तितली आसन (बटरफ्लाई पोज)करने से जांघों यानी थाइज में होने वाले खिंचाव और दर्द से राहत मिलती है।
धनुरासन: यह आसन पीठ के निचले हिस्से को मजबूत करता है और दर्द से राहत दिलाता है। डेली लाइफ में भी आपको इस आसन की प्रैक्टिस करन चाहिए। ये आपको कमर दर्द से बचाकर करने में बहुत प्रभावी है।
बालासन: यह आसन पीठ के निचले हिस्से के तनाव से राहत दिलाता है। जिन महिलाओं को पीरियड्स के समय शरीर के निचले हिस्से में भारीपन, खिंचाव या तनाव अधिक अनुभव होता है तो बालासन आपके लिए बहुत अधिक हेल्पफुल रहेगा।
सुप्त बद्ध कोणासन: यह आसन पेट दर्द और ऐंठन में राहत दिलाता है। जिन्हें पीरियड्स के दौरान बहुत अधिक दर्द रहता है, उन्हें ये आसन करने से आराम मिलेगा।
पीरियड्स में कौन से योग ना करें?
पीरियड्स में नहीं करने योग्य योगासन: शीर्षासन, सर्वांगासन या कोई उल्टा आसन। ये आसन रक्तस्राव को बढ़ा सकते हैं।
कपालभाति और भस्त्रिका: ये तनाव को बढ़ा सकते हैं। और पीरियड्स में कपालभाति से पेट में दर्द या दुखन हो सकता है।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। कोई सलाह अपनाने से पहले अपने डॉक्टर और ट्रेनर से बात करें।