rice at night disadvantages
x
क्यों घर के बड़े कहते हैं कि रात में चावल मत खाओ?

ये दो भयानक नुकसान जीवनभर के लिए जकड़ लेंगे यदि डिनर में खाए चावल

डिनर में चावल खाना, यंग जनरेशन को काफी पसंद है। खासतौर पर बैचलर्स के लिए तो डिनर का अहम हिस्सा दाल-चावल होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये हेल्थ पर खतरा है


Rice at night: डिनर में चावल खाना, यंग जनरेशन को काफी पसंद होता है। खासतौर पर बैचलर्स के लिए तो डिनर का अहम हिस्सा दाल-चावल होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज और मोटापा बढ़ने की समस्याएं तेजी से अपने पैर पसार रही हैं।

अब ये मत सोचिए कि खाने की हर चीज पर हेल्थ सेक्शन में सवाल उठा दिया जाता है...आपको दुखी या तंग करने का हमारा कोई इरादा नहीं है। बल्कि पिछले दो से तीन दशकों में खाने को लेकर जो गलत ट्रेंड सेट हुआ है, उससे बचाने और अवेयरर बनाने का प्रयास हम करते हैं। तो आइए, मुद्दे पर लौटते हैं कि आखिर रात को चावल क्यों नहीं खाने चाहिए...

सबसे पहले ये जान लें

रात को चावल ना खाने की सलाह कोई प्राचीन परंपरा नहीं बल्कि विज्ञान और पोषण से जुड़ी चेतावनी है। फिर भले ही गरमा-गरम चावल और दाल-सब्ज़ी की थाली दिनभर की थकान को जैसे गायब कर देती है। लेकिन क्या आपको बता दें कि रात के खाने में चावल का सेवन करना आपकी सेहत के लिए किसी एक नहीं बल्कि अनेक तरीकों से नुकसानदेय हो सकता है...

रात में मेटाबॉलिज़्म को धीमा करता है चावल

सूरज ढलने के बाद हमारा शरीर धीरे-धीरे विश्राम की स्थिति में जाने लगता है और मेटाबॉलिक रेट यानी चयापचय की गति धीमी हो जाती है। चावल में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) होता है, जो इसे जल्दी पचने वाला कार्बोहाइड्रेट बनाता है। लेकिन जब हम इसे रात में खाते हैं, तब शरीर इसे जल्दी एनर्जी में बदल नहीं पाता। नतीजा – एक्स्ट्रा कैलोरी फैट के रूप में जमा होने लगती है। कुल मिलाकर रात के समय हमारा मेटाबॉलिक रेट पहले से कम होता है और जब हम रात को चावल खा लेते हैं तो यह और स्लो हो जाता है।

साल 2021 की एक स्टडी (Clinical Nutrition Journal) में यह बात सामने आई कि हाई GI वाले खाद्य पदार्थों का सेवन रात में वजन बढ़ने, ब्लड शुगर असंतुलन और नींद की गुणवत्ता पर नकारात्मक असर डाल सकता है।

27% तक बढ़ जाता है डायबिटीज़ का रिस्क

सफेद चावल में फाइबर की मात्रा कम होती है और यह ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ाता है। रात के समय इस प्रकार की शुगर स्पाइक पैंक्रियाज़ पर अतिरिक्त दबाव डालती है। यही कारण है कि लगातार रात को चावल खाने से टाइप-2 डायबिटीज़ का रिस्क बढ़ सकता है।

पैनक्रियाज़ पाचन एंजाइम्स जैसे- लिपेस, ट्रिप्सिन, ऐमाइलेज बनाता है, जो छोटी आंत में छोड़े जाते हैं। ये एंजाइम्स भोजन में मौजूद फैट, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट को तोड़कर शरीर द्वारा अवशोषित करने योग्य बनाते हैं।

उदाहरण के लिए यदि आपने जो भोजन किया है, उसमें दाल-रोटी थी। रोटी यानी कार्बोहाइड्रेट को ऐमाइलेज एंजाइम तोड़ेगा, दाल का प्रोटीन ट्रिप्सिन से टूटेगा और घी या तेल को लिपेस पचाएगा।

साल 2012 में American Journal of Clinical Nutrition में प्रकाशित एक मेटा-एनालिसिस के अनुसार, जो लोग अधिक मात्रा में सफेद चावल का सेवन करते हैं, उनमें डायबिटीज़ का खतरा 27% तक बढ़ जाता है।

घटने लगती है स्लीप क्वालिटी

आप सोचेंगे कि चावल खाने से नींद तो अच्छी आती है। लेकिन असल में इससे शरीर का तापमान थोड़ा बढ़ जाता है, जिससे नींद की गहराई और गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा, चावल खाने से पेट भारी महसूस होता है, जिससे कुछ लोगों को एसिडिटी या गैस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

बॉडी में फैट स्टोर होना

अगर आप फिट रहना चाहते हैं या फिर आप अपना वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं तो रात को चावल खाना आपके मिशन में बड़ा विलेन साबित हो सकता है। क्योंकि डिनर के बाद न तो कोई एक्टिविटी होती है और न ही ऊर्जा की खपत। ऐसे में चावल खाने से बनी कैलरी शरीर में फैट बनकर स्टोर होने लगती हैं।

क्या रात में चावल बिल्कुल भी ना खाएं?

अगर आप शाम 7 बजे से पहले डिनर कर लेते हैं तब आप चावल को अपनी डायट में थोड़ी मात्रा में शामिल कर सकते हैं। ऐसे में आप ब्राउन राइस या रेड राइस कम मात्रा में खाएं। ये फाइबर-रिच होते हैं और ब्लड शुगर को भी नियंत्रित रखते हैं।

सोच-समझकर खाएं रात का खाना

रात में चावल न खाने की सलाह केवल किसी डाइट ट्रेंड का हिस्सा नहीं बल्कि हमारे शरीर की बायोलॉजिकल ज़रूरतों के अनुरूप है। अगर आप फिट रहना चाहते हैं और साथ ही डायबिटीज़ या मोटापे से बचना चाहते हैं तो कोशिश करें कि रात में हल्का, हाई फाइबर और प्रोटीन युक्त भोजन करें। जैसे- मूंग दाल, सूप, सब्ज़ी, सलाद या मल्टीग्रेन रोटी।


डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहल डॉक्टर से परामर्श करें।

Read More
Next Story