
क्या एक फैलोपियन ट्यूब से प्रेग्नेंसी संभव है? IVF एक्सपर्ट का कमेंट
प्रेग्नेंसी से जुड़े कई सवालों के बीच ये प्रश्न भी गाइनी और IVF एक्सपर्ट अक्सर फेस करते हैं कि क्या एक फेलोपियन ट्यूब के साथ भी प्रेग्नेंट हुआ जा सकता है...
Single Fallopian Tube: रिप्रोडक्टिव हेल्थ से जुड़ी चुनौतियां युवा महिलाओं और पुरुषों दोनों में तेजी से बढ़ रही हैं। यंग फीमेल्स में फेलोपियन ट्यूब्स (Fallopian Tube) से जुड़े ऐसे कई इश्यूज देखने को मिल रहे हैं, जो इनकी प्रेग्नेंसी में बाधा खड़ी कर रहे हैं। ऐसा ही एक प्रमुख कारण है, फेलोपियन ट्यूब का ब्लॉक होना। कई केसेज में दोनों फेलोपियन ट्यूब्स में दिक्कत होती है और कई केसेज में एक फेलोपियन ट्यबू ही ब्लॉक होती है। ऐसे में अक्सर यह प्रश्न पूछा जाता है कि क्या एक फेलोपियन ट्यूब के साथ प्रेग्नेंसी संभव है?
इसी विषय पर हमने बात की गायनेकॉलजिस्ट डॉक्टर शुचि कालिया से, जो IVF एक्सपर्ट भी हैं। डॉक्टर शुचि ने हमें फेलोपियन ट्यूब और प्रेग्नेंसी से जुड़ी अलग-अलग स्थितियों के बारे में बताया। यहां जानें आपके काम की बात एक्सपर्ट कमेंट्स के साथ...
प्रेग्नेंसी में फेलोपियन ट्यूब का रोल
फैलोपियन ट्यूब्स महिला प्रजनन तंत्र (female reproductive system) का एक अहम हिस्सा होती हैं। ये अंडाशय (Ovary) से निकलने वाले अंडाणु (Eggs) को यूटरस यानी गर्भाशय तक पहुंचाने का काम करती हैं। यही वो जगह होती है जहां एग और शुक्राणु यानी स्पर्म (Sperm) का फर्टिलाइजेशन होता है। इसके बाद, फर्टिलाइज्ड एग यूटरस में जाकर इंप्लांट होता है और गर्भधारण की प्रक्रिया शुरू होती है।
क्या एक फेलोपियन ट्यूब से प्रेग्नेंसी संभव है?
डॉक्टर कालिया कहती हैं, जी हां ये संभव है। और ऐसी हजारों नहीं बल्कि लाखों महिलाएं हैं, जिन्होंने एक फैलोपियन ट्यूब के साथ एक हेल्दी बेबी को जन्म दिया है। ग्रामीण एरिया से आने वाली कई पेशेंट्स, जो किसी और समस्या के चलते हमारे पास आती हैं, हमें जांच के दौरान पता चलता है कि उनके एक फेलोपियन ट्यूब है, जबकि हेल्दी बेबीज के साथ उनकी फैमिली लाइफ अच्छी चल रही होती है!
ऐसा इसलिए है क्योंकि यदि कोई महिला एक ही फेलोपियन ट्यूब के साथ पैदा हुई है या फिर किसी कारण सर्जरी करके किसी महिला की एक फेलोपियन ट्यूब निकाल दी गई हो या एक फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हो तो इन सभी स्थितियों में एक ही फेलोपियन ट्यूब के साथ प्रेग्नेंसी संभव है। बस जरूरी ये है कि जो फेलोपियन ट्यूब है, वो पूरी तरह स्वस्थ हो और अपना काम ठीक से कर रही हो।
जब यूट्रस पूरी तरह स्वस्थ होता है, पीरियड्स रेग्युलर होते हैं और फेलोपियन ट्यूब हेल्दी होती है। तो इन स्थितियों में एक ही फेलोपियन ट्यूब के साथ कंसीव किया जा सकता है और एक हेल्दी बेबी का स्वागत किया जा सकता है।
क्लियर ट्यूब के साथ क्यों होती है दिक्कत?
कई मामलों में ऐसा होता है कि महिला की फेलोपियन ट्यूब क्लियर होती है लेकिन फिर भी प्रेग्नेंसी नहीं हो पाती। ऐसा क्यों होता है? इस पर डॉक्टर शुचि कहती हैं, दरअसल ओवरी (ovary) बारी-बारी से हर महीने एक-एक एग रिलीज करती हैं। अगर बाईं तरफ की फेलोपियन ट्यूब हटा दी गई है लेकिन दाईं ट्यूब सामान्य है और उस महीने दाईं ओवरी से एग निकला है। तो वह एग आसानी से दाईं ट्यूब से होकर गर्भाशय तक पहुंच सकता है।
दिलचस्प बात ये है कि कई रिसर्च में यह भी देखा गया है कि कभी-कभी बाईं ओवरी से निकला एग भी दाईं ट्यूब में पहुंच सकता है। क्योंकि महिला शरीर की आंतरिक संरचना लचीली होती है। लेकिन कुछ केसेज में ऐसी स्थिति भी देखने को मिलती है कि ट्यूब में कोई ब्लॉकेज नहीं होती, एग और स्पर्म की क्वालिटी भी अच्छी होती है लेकिन फिर भी प्रेग्नेंसी नहीं हो पा रही होती है। इसके पीछे कई कारण होते हैं। जैसे, ट्यूब क्लियर होते हुए भी किसी बीमारी या इंफेक्शन के कारण ट्यूब संकरी हो जाती है, इससे ट्यूब के अंदर एग की मोबेलिटी सही से नहीं हो पाती, जिससे प्रेग्नेंसी में दिक्कत होती है। जबकि कुछ मामलों में फेलोपियन ट्यूब का टीबी भी प्रेग्नेंसी ना हो पाने का कारण हो सकता है..., ऐसे और भी कई कारण हैं, जो क्लिर ट्यूब के बाद भी प्रेग्नेंसी में बाधा पहुंचाते हैं।
एक फेलोपियन ट्यूब के साथ प्रेग्नेंसी की जरूरी कंडीशन
जो एक फेलोपियन ट्यूब बची है, वो हेल्दी और पूरी तरह खुली हुई होनी चाहिए।
ओवुलेशन सामान्य होना चाहिए यानी अंडाशय नियमित रूप से अंडाणु (Egg) रिलीज कर रहा हो।
पार्टनर का स्पर्म काउंट और मोटिलिटी सामान्य होनी चाहिए।
महिला की उम्र 35 वर्ष से कम हो तो जल्दी प्रेग्नेंसी की संभावना अधिक होती है।
प्रेग्नेंसी ना होने पर क्या करें?
अगर एक ट्यूब के बाद भी कई महीनों तक प्रयास करने पर गर्भधारण नहीं हो पा रहा है तो कुछ मेडिकल विकल्पों की सलाह दी जाती है...
HSG टेस्ट (Hysterosalpingography): इससे पता चलता है कि बची हुई ट्यूब खुली है या नहीं।
Ovulation Tracking: यह देखा जाता है कि कौन सी ओवरी से एग निकल रहा है।
IUI (Intrauterine Insemination): जब स्पर्म को सीधे गर्भाशय में डाला जाता है।
IVF (In Vitro Fertilization): इसमें ट्यूब की जरूरत नहीं होती क्योंकि एग और स्पर्म को लैब में मिलाया जाता है।
अगर आपकी एक फैलोपियन ट्यूब हटा दी गई है या डैमेज है तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। एक हेल्दी ट्यूब के साथ भी प्राकृतिक गर्भधारण संभव है। हालांकि इसके लिए समय, धैर्य और नियमित मेडिकल सलाह लेना जरूरी है। फर्टिलिटी एक्सपर्ट से मिलें और उपलब्ध मेडिकल तकनीकों के माध्यम से भी पैरेंटिंग को इंजॉय किया जा सकता है।
डिसक्लेमर - यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।