
पेट दर्द में दूध क्यों नहीं पीना चाहिए, जानें क्या हैं इसके नुकसान
पेट दर्द में दूध पीना सभी के लिए सही विकल्प नहीं है। यह स्थिति को और खराब कर सकता है, खासकर यदि लैक्टोज इन्टॉलरेंस, एसिडिटी या गैस की समस्या पहले से हो...
Stomach Ache And Milk: पेट दर्द एक आम समस्या है, जो कई कारणों से और किसी भी कारण से हो सकती है। जैसे- गैस, अपच, एसिडिटी, फूड पॉइजनिंग या संक्रमण। अक्सर लोग घरेलू नुस्खों के तहत पेट दर्द में दूध पीने का सुझाव देते हैं। लेकिन क्या यह सही है? वैज्ञानिक शोध और विशेषज्ञों की राय के अनुसार, पेट दर्द के समय दूध पीना कई बार नुकसानदायक साबित हो सकता है। आइए विस्तार से समझते हैं क्यों पेट दर्द में दूध से परहेज करना चाहिए और ऐसा ना करने से क्या समस्याएं हो सकती हैं, यहां जानिए...
दूध पचने में भारी होता है
दूध में फैट और प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, जिससे यह एक "हेवी फूड" माना जाता है। पेट दर्द के दौरान जब पाचन तंत्र कमजोर होता है, तब दूध पचाने में अधिक समय और ऊर्जा लगती है। इससे दर्द और गैस की समस्या और बढ़ सकती है।
लैक्टोज इन्टॉलरेंस की समस्या
बहुत से लोगों को लैक्टोज इन्टॉलरेंस (Lactose Intolerance) होता है – यानी उनके शरीर में लैक्टोज (दूध में पाए जाने वाला शुगर) को पचाने के लिए जरूरी एंजाइम लैक्टेस नहीं बनता। ऐसे लोग अगर पेट दर्द की स्थिति में दूध पीते हैं तो डायरिया, पेट फूलना, मरोड़ और गैस जैसी समस्याएं और अधिक बढ़ जाती हैं। यदि ये समस्याएं नहीं हो रही हैं तो इनके ट्रिगर होने का रिस्क भी बढ़ जाता है।
अमेरिकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज़ के अनुसार, दुनिया की लगभग 68% आबादी को किसी न किसी स्तर पर लैक्टोज इन्टॉलरेंस की समस्या होती है।
एसिडिटी को बढ़ावा दे सकता है
कुछ लोग सोचते हैं कि दूध पीने से पेट की जलन कम होती है, लेकिन यह सिर्फ शुरुआती राहत होती है। दूध में मौजूद कैल्शियम और प्रोटीन शरीर में एसिड स्राव को बढ़ा सकते हैं, जिससे कुछ समय बाद जलन और एसिडिटी और भी ज़्यादा हो सकती है।
संक्रमण या फूड पॉइजनिंग में हानिकारक
अगर पेट दर्द का कारण कोई संक्रमण या फूड पॉइजनिंग है, तो दूध जैसे भारी पेय पदार्थ बैक्टीरिया को बढ़ावा दे सकते हैं और शरीर को डिटॉक्स करने की प्रक्रिया को बाधित कर सकते हैं। इससे उल्टी, मरोड़ और पेट में ऐंठन की स्थिति खराब हो सकती है।
पेट में सूजन और गैस
दूध कुछ लोगों के पेट में सूजन (Bloating) और गैस उत्पन्न करता है, खासकर तब जब पेट पहले से संवेदनशील हो। पेट दर्द में पहले से सूजन हो, तो दूध उसे और गंभीर बना सकता है।
क्या करें? (What To Do Instead)
हल्का और सुपाच्य खाना लें – जैसे दलिया, मूंग दाल की खिचड़ी, उबले हुए चावल।
तरल पदार्थ पीएं – जैसे गुनगुना पानी, नारियल पानी, या पुदीना-जीरा का पानी।
दही का सेवन करें – इसमें प्रोबायोटिक्स होते हैं जो आंतों को स्वस्थ करते हैं।
अदरक, सौंफ और अजवाइन – यह पेट दर्द को कम करने में प्राकृतिक रूप से मदद करते हैं।
पेट दर्द में दूध पीना सभी के लिए सही विकल्प नहीं है। यह स्थिति को और खराब कर सकता है, खासकर यदि लैक्टोज इन्टॉलरेंस, एसिडिटी या गैस की समस्या पहले से हो। ऐसे में हल्के, सुपाच्य और पेट को आराम देने वाले विकल्प चुनना अधिक बेहतर रहता है। यदि दर्द लगातार बना रहे तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।