
तेज गर्मी में बढ़ रही हैं ये 5 बीमारियां, इनमें कोविड शामिल नहीं है!
लो ब्लड प्रेशर, कोल्ड ऐंड कफ, फूड पॉइजनिंग जैसी कई बीमारियां गर्मी के मौसम में बहुत परेशान कर रही हैं। दूसरी तरफ कोरोना एक बार फिर कहर बरपा रहा है...
Summer Health Care: गर्मियों का मौसम जहां हमें धूप-तपिश और आनंद दोनों देता है, वहीं तेज गर्मी कई बार हमारी सेहत के लिए खतरनाक भी साबित हो सकती है। खासकर जब तापमान बहुत अधिक हो और शरीर की जल संतुलन प्रणाली प्रभावित हो। तेज गर्मी के दौरान कई तरह की बीमारियां आम हो जाती हैं, जिनसे बचाव के लिए थोड़ी समझदारी और सतर्कता जरूरी होती है। चलिए जानते हैं उन पांच मुख्य बीमारियों के बारे में, जो गर्मी में तेजी से बढ़ती हैं, और साथ ही उनके बचाव के आसान तरीके।
फूड पॉइजनिंग (Food Poisoning)
गर्म मौसम में खाना जल्दी खराब हो जाता है, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है। बैक्टीरिया जैसे साल्मोनेला, ई.कोलाई, और क्लोस्ट्रीडियम गर्मी में तेजी से बढ़ते हैं। इससे दस्त, उल्टी, पेट दर्द और बुखार जैसी समस्या हो सकती है।
बचाव के लिए क्या करें?
ताजा और अच्छी तरह से पकाया हुआ खाना ही खाएं।
खाने को ज्यादा देर तक खुला न छोड़ें।
हाथ धोने की आदत रखें, खासकर खाना खाने से पहले।
पीने का पानी साफ और सुरक्षित हो।
डिहाइड्रेशन (Dehydration)
गर्मी में पसीना ज्यादा आता है, जिससे शरीर से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का भारी नुकसान होता है। अगर शरीर को पर्याप्त पानी न मिले तो डिहाइड्रेशन हो सकता है, जिससे कमजोरी, चक्कर आना, और गंभीर मामलों में होश भी जा सकता है।
बचाव के लिए क्या करें?
दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें।
खट्टे और इलेक्ट्रोलाइट युक्त पेय जैसे नारियल पानी, जूस आदि लें।
बाहर निकलते समय हल्के और खुले कपड़े पहनें।
भारी और तेलीय भोजन से बचें।
लो ब्लड प्रेशर (Low Blood Pressure)गर्म मौसम में शरीर के रक्त वाहिकाएं फैल जाती हैं और ज्यादा पसीना निकलता है, जिससे ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। इससे चक्कर, कमजोरी, और बेहोशी की समस्या हो सकती है।
बचाव के लिए क्या करें?
ज्यादा समय तक तेज धूप में न रहें।
बार-बार छोटे-छोटे भोजन करें।
नमक का सेवन संतुलित रखें (डॉक्टर की सलाह के अनुसार)।
शरीर को ठंडा रखने के उपाय अपनाएं।
हीट स्ट्रोक (Heat Stroke)
हीट स्ट्रोक गर्मी का सबसे खतरनाक रूप है, जब शरीर का तापमान बहुत तेजी से बढ़ जाता है और शरीर की खुद को ठंडा करने की क्षमता खत्म हो जाती है। इसके लक्षणों में तेज सिरदर्द, उल्टी, तेज बुखार, भ्रम और त्वचा का गर्म होना शामिल है।
बचाव के उपाय
सुबह-शाम या छायादार जगह पर बाहर निकलें।
हल्के रंग के, सूती कपड़े पहनें।
ज्यादा मेहनत या व्यायाम से बचें, खासकर दोपहर के समय।
तुरंत ही ठंडी जगह पर जाकर शरीर को ठंडा करें और पानी पिएं।
कोल्ड-कफ (Cold-Cough)
गर्म के मौसम में एसी की ठंडक से अचानक गर्मी में आने से या सीधे सूर्य की तेज धूप में जाने से सर्दी, खांसी या गले में खराश हो सकती है। जो तेज ‘कोल्ड-कफ’ में भी बदल जाता है। ठीक इसके उलट तेज गर्मी से तुरंत एसी की ठंडक में जाने से भी कोल्ड और कफ की समस्या हो सकती है।
बचाव के उपाय
एयर कंडीशनर का इस्तेमाल सीमित करें और इम्युनिटी बढ़ाने वाला भोजन करें।
बाहर निकलते समय अपने शरीर को धीरे-धीरे ठंडे से गर्म वातावरण में एडजस्ट करें।
पर्याप्त पानी और गुनगुने पेय पदार्थ लें।
समय-समय पर विटामिन C और हर्बल चाय का सेवन लाभदायक होता है।
थोड़ी स्मार्टनेस, थोड़ी सावधानी
तेज गर्मी में ये बीमारियां इसलिए बढ़ती हैं क्योंकि हम अपने शरीर के सिग्नल्स को नजरअंदाज कर देते हैं या मौसम के अनुसार अपने व्यवहार को सही ढंग से एडजस्ट नहीं करते। इसलिए जरूरी है कि हम अपनी दिनचर्या, खान-पान और रोजमर्रा की आदतों में बदलाव करें।
पर्याप्त पानी पीना न भूलें।
धूप में ज्यादा देर तक न रहें।
हल्का और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करें।
शरीर को ठंडा रखने के लिए फैंसी वस्त्रों से बचें।
स्मार्ट और सतर्क रहकर आप न केवल इन बीमारियों से बच सकते हैं। बल्कि गर्मी के मौसम का भरपूर आनंद भी ले सकते हैं। याद रखें, सेहत से बड़ा कोई धन नहीं!
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के लिए लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें।