कहीं आपके बच्चों की सेहत पर तो असर नहीं डाल रही, चॉकलेट की ये रंग-बिरंगी गोलियां
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कहीं आपके बच्चों की सेहत पर तो असर नहीं डाल रही, चॉकलेट की ये रंग-बिरंगी गोलियां

रंग-बिरंगी दिखने वाली चॉकलेट की गोलियां बच्चों को काफी पसंद आती हैं. लेकिन इनको लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बताया गया है कि ये गोलियां सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं.


Colorful Round chocolate Balls: रंग-बिरंगी दिखने वाली चॉकलेट की गोलियां बच्चों को काफी पसंद आती हैं. इसके अलग-अलग रंगों को देखकर बच्चे खुश हो जाते हैं और काफी चाव से खाते हैं. हालांकि, इन चॉलेट बॉल्स को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बताया गया है कि ये गोलियां सेहत को काफी नुकसान पहुंचा सकती हैं. यहां तक कि कई देशों ने इनको बैन भी कर रखा है.

रंगीन दिखने वाली ये गोलियां हमारे बचपन की खूबसूरत यादों का एक खास हिस्सा रहे हैं. लेकिन हममें से ज़्यादातर लोग इस बात से वाकिफ़ नहीं हैं कि ये हमारे स्वास्थ्य को किस तरह नुकसान पहुंचा रहे हैं. इन चॉकलेट की गोलियों के चमकीले रंग कई बीमारियों का कारण बन सकते हैं.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो की मानें तो इनको को बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले अलग-अलग रंग बच्चों के सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसके चॉकलेट के पैकेट गुलाबी, लाल, पीले, हरे, नीले, नारंगी और बैंगनी रंग के गोलियों से भरे हुए होते हैं. इनको बनाने के लिए बहुत सारे रंगों का इस्तेमाल किया जाता है, जो खतरनाक साबित हो सकते हैं.

अगर आप पैकेट को पलटकर लिखे कंटेट को पढ़ेंगे तो आपको रंग (171, 102, 133, 124, 127, 122, 132, 110) बताते हुए एक सामग्री मिलेगी. इन गोलियों में आकर्षक दिखने वाले चमकीले रंग लाने के लिए इन सभी चीजों को मिलाने से हमारे स्वास्थ्य पर असर पड़ने की आशंका बहुत अधिक है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल वीडियो में बताया गया है कि कैसे ये रंग सेहत को प्रभावित करते हैं?

रंग 171- इस सफ़ेद रंग का नाम टाइटेनियम डाइऑक्साइड है. यह यूरोपीय संघ में प्रतिबंधित है. इससे डीएनए को नुकसान पहुंचने की आशंका होती है.

रंग 102- टार्ट्राज़िन के रूप में जाना जाता है. यह ऑस्ट्रिया और नॉर्वे में प्रतिबंधित है. यह पीले रंग का होता है. यह कभी-कभी बच्चों में अस्थमा के दौरे का कारण बन सकता है.

रंग 133- ऑस्ट्रिया, फ्रांस, जर्मनी और स्वीडन में प्रतिबंधित है. यह रंग एलर्जी को प्रभावित कर सकता है. इसका नाम ब्रिलियंट ब्लू FCF है. यह नीले रंग का होता है.

रंग 124, 127, 122- ये सभी रंग कोल टार से तैयार किए जाते हैं. यह लाल रंग देता है. यह नॉर्वे और अमेरिका में प्रतिबंधित है. इसके प्रभाव से अस्थमा के दौरे पड़ सकते हैं.

रंग 132- इस नीले रंग का नाम इंडिगो कारमाइन है. यह नॉर्वे में प्रतिबंधित है.

रंग 110- यह भी नॉर्वे में प्रतिबंधित है. सनसेट येलो FCF के नाम से जाना जाता है. यह पीला रंग देता है.

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