मंकीपॉक्स को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने की घोषणा, कहा- भारत में संक्रमण...
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मंकीपॉक्स को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने की घोषणा, कहा- भारत में संक्रमण...

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की कि भारत में मंकीपॉक्स के प्रसार को रोकने और नियंत्रित करने के लिए एहतियाती उपाय लागू किए जाएंगे.


Monkeypox: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार (17 अगस्त) को घोषणा की कि भारत में फिलहाल मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है, फिर भी इसके प्रसार को रोकने और नियंत्रित करने के लिए एहतियाती उपाय लागू किए जाएंगे.

दिन में आयोजित समीक्षा बैठक में, आने वाले सप्ताहों में कुछ आयातित मामलों की आशंका को पूरी तरह से खारिज नहीं किया गया है. लेकिन यह आकलन किया गया कि वर्तमान में भारत के लिए निरंतर संचरण के साथ बड़े प्रकोप का जोखिम कम है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि डब्ल्यूएचओ ने 2022 में पहली बार इस प्रकोप को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था, तब से भारत में कुल 30 मामले सामने आए हैं, जिनमें से आखिरी मामला इस मार्च में सामने आया था. भारत में अभी तक मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है. बयान में कहा गया है कि मंत्रालय द्वारा स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा 14 अगस्त को मंकीपॉक्स को फिर से अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अपने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में स्थिति और तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की. यह निर्णय लिया गया कि अत्यधिक सावधानी के तौर पर कुछ उपाय किए जाएं. जैसे सभी हवाई अड्डों, बंदरगाहों और जमीनी क्रॉसिंगों पर स्वास्थ्य इकाइयों को संवेदनशील बनाना, परीक्षण प्रयोगशालाओं (32) को तैयार करना, किसी भी मामले का पता लगाने, उसे अलग करने और प्रबंधित करने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को तैयार करना.

बैठक में यह बात सामने आई कि मंकीपॉक्स संक्रमण आमतौर पर 2-4 सप्ताह तक खुद ही ठीक हो जाता है और रोगी आमतौर पर सहायक प्रबंधन से ठीक हो जाता है. बयान में कहा गया है कि इस संक्रमण के लिए संक्रमित व्यक्ति के साथ लंबे समय तक निकट संपर्क की आवश्यकता होती है और यह आमतौर पर यौन मार्ग, शरीर/घाव द्रव के साथ सीधे संपर्क या संक्रमित व्यक्ति के दूषित कपड़े/लिनन के माध्यम से होता है.

डब्ल्यूएचओ की 2022 की घोषणा मई 2023 में रद्द कर दी गई थी. साल 2022 से डब्ल्यूएचओ ने वैश्विक स्तर पर 116 देशों से मंकीपॉक्स के 99,176 मामले और 208 मौतों की सूचना दी है. स्थिति की समीक्षा के लिए शुक्रवार को स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक की अध्यक्षता में संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञों की एक संयुक्त निगरानी समूह की बैठक आयोजित की गई थी.

बैठक में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र (एनसीडीसी), विश्व स्वास्थ्य संगठन, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम केन्द्र (एनवीबीडीसीपी), स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय, केन्द्रीय सरकारी अस्पतालों, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और अन्य के विशेषज्ञों ने भाग लिया था.

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