
पेट के ऊपरी हिस्से में किन कारणों से होता है दर्द, जानें बचाव के उपाय
पेट में दर्द होने के कारण हमेशा अलग होते हैं और ये इस बात पर निर्भर करते हैं कि पेट के किस हिस्से में दर्द हो रहा है। पेट के ऊपरी हिस्से में बीच में दर्द है या
Upper Stomach Ache: पेट के ऊपरी हिस्से में होने वाला दर्द मुख्य रूप से गैस के कारण होता है। इसलिए इसे गैस्ट्रिक पेन भी कहा जाता है। गैस्ट्रिक दर्द यानी पेट के ऊपरी हिस्से में होने वाली परेशानी, आमतौर पर अपच, सूजन या गैस के कारण ही होती है। लेकिन कई बार इसके पीछे गंभीर स्वास्थ्य कारण भी छिपे हो सकते हैं। सही जानकारी होने पर इसका बेहतर प्रबंधन और उपचार संभव है।
गैस्ट्रिक दर्द के सामान्य कारण
1. गैस्ट्राइटिस (Gastritis)
यह पेट की भीतरी परत में सूजन है। और जब पेट की अंदरूनी परत में सूजन होती है तो पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द या बेचैनी होती है। साथ ही मितली आना और उल्टी आने जैसी समस्याएं भी साथ होती हैं। ऐसे में भूख भी ना लगने की दिक्कत भी होती है।
2. पेप्टिक अल्सर (Peptic Ulcers)
पेट या आंत की परत पर घाव बनना। इसके लक्षण होते हैं, पीठ तक फैलता हुआ जलन जैसा दर्द। साथ ही गैस बनना और डकारें आना। कुछ पेशेंट्स में मल यानी स्टूल का रंग काला भी हो सकता है। साथ ही कुछ को स्टूल के साथ ब्लड आने की समस्या भी हो सकती है।
3. गैस्ट्रोईसोफेजियल रिफ्लक्स डिजीज (GERD)
पेट का एसिड वापस खाने की नली में आना। इसके लक्षण होते हैं, सीने में जलन होना, खट्टा पानी मुंह में आना या सीने में दर्द होना।
4. गॉलब्लैडर स्टोन (Gallstones)
पित्ताशय में ठोस कण बनना।
इसके लक्षण होते हैं, पेट के ऊपरी हिस्से में दाईं ओर दर्द होना यानी राइट हैंड साइड दर्द होना। उल्टी आना और जी मिचलाने की समस्या। साथ ही त्वचा और आंखों में पीलापन (Jaundice)।
5. फंक्शनल डिस्पेप्सिया
जब अपच का कोई स्पष्ट कारण न मिले तो इसे फंक्शनल डिस्पेप्सिया कहा जाता है। इसके लक्षणों में जल्दी पेट भरना, गैस और सूजन, ऊपरी पेट में असहजता शामिल हैं।
जीवनशैली से जुड़ी आदतें जो गैस्ट्रिक दर्द को बढ़ा सकती हैं
अनियमित और मसालेदार भोजन: तीखे, खट्टे, तले हुए या भारी भोजन से पेट की परत पर असर पड़ता है।
धूम्रपान और शराब का सेवन: पेट के एसिड बैलेंस को बिगाड़ सकते हैं।
लंबे समय तक खाली पेट रहना या एक बार में अधिक खाना।
कुछ अन्य मेडिकल कारण
हृदय रोग (Angina): कई बार दिल का दर्द पेट दर्द जैसा लगता है।
पैंक्रियाटाइटिस: अग्न्याशय की सूजन से पीठ तक फैलने वाला तेज दर्द होता है।
जांच और निदान के उपाय
इमेजिंग टेस्ट (CT स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड)
एंडोस्कोपी: पेट की अंदरूनी परत को कैमरे से देखना।
उपचार और रोकथाम के उपाय
1. सही खान-पान:
बार-बार थोड़ा-थोड़ा खाएं
मसालेदार, खट्टे और फास्ट फूड से बचें
ओट्स, केला, दही जैसे हल्के खाद्य पदार्थ लें
2. नियमित व्यायाम और वजन नियंत्रण
पाचन बेहतर होता है
पेट पर दबाव कम होता है
3. तनाव से बचाव
मेडिटेशन, योग और गहरी सांसें लेने की तकनीकें अपनाएं
ओवर-द-काउंटर दवाएं (OTC Medications)
एंटासिड्स: पेट के एसिड को न्यूट्रल करते हैं
H2 ब्लॉकर्स और PPI दवाएं: एसिड उत्पादन को नियंत्रित करते हैं
कब डॉक्टर को दिखाएं
तेज और लगातार पेट दर्द
अचानक वजन घटना
काले या खूनी मल
लंबे समय तक चलने वाले लक्षण
आयुर्वेदिक और हर्बल उपाय
कैमोमाइल टी: सूजन कम करने में सहायक
अदरक (Ginger): मतली और सूजन में राहत देती है
फूड एलर्जी और सेंसिटिविटी पर ध्यान दें
ग्लूटेन, डेयरी या खास प्रोटीन से एलर्जी हो सकती है
फूड डायरी रखें, लक्षण ट्रैक करें
गैस्ट्रिक दर्द को नजरअंदाज न करें। सही जीवनशैली, संतुलित आहार और समय पर इलाज से इस समस्या पर नियंत्रण पाया जा सकता है। यदि लक्षण बने रहें या गंभीर हों, तो तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें।