युवा और बाल साहित्य पुरस्कार 2025: जानिए किसे मिला कौन सा पुरस्कार
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युवा और बाल साहित्य पुरस्कार 2025: जानिए किसे मिला कौन सा पुरस्कार

Youth Literature Award Winners: पार्वती तिर्की को यह सम्मान उनकी कविता-संग्रह 'फिर उगना' के लिए दिया गया है. जबकि, सुशील शुक्ल को बाल साहित्य पुरस्कार उनकी किताब 'एक बटे बारह' के लिए मिला है.


Sahitya Akademi Award 2025: साहित्य की दुनिया में एक बार फिर से कल्पना की लेखनी को सम्मानित किया गया है. साहित्य अकादमी ने युवा और बाल साहित्य पुरस्कार 2025 के विजेताओं की घोषणा कर दी है. इस बार हिंदी से लेकर अंग्रेजी, उर्दू, पंजाबी और कई भारतीय भाषाओं में लिखने वाले प्रतिभावान रचनाकारों को सम्मानित किया गया है. इन विजेताओं ने न केवल अपनी रचनाओं के जरिए बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लाई है, बल्कि युवा सोच को भी एक नई दिशा दी है. हिंदी भाषा में इस साल पार्वती तिर्की को युवा पुरस्कार और सुशील शुक्ल को बाल साहित्य पुरस्कार दिया जाएगा.

पार्वती तिर्की को यह सम्मान उनकी कविता-संग्रह 'फिर उगना' के लिए दिया गया है. जबकि, सुशील शुक्ल को बाल साहित्य पुरस्कार उनकी किताब 'एक बटे बारह' के लिए मिला है. इन पुरस्कारों का चयन तीन विशेषज्ञों की एक निर्णायक समिति ने किया. समिति ने साहित्यिक गुणवत्ता और योगदान को ध्यान में रखते हुए 23 युवा लेखकों और 24 बाल साहित्यकारों को चुना है.

पुरस्कार में हर विजेता को उत्कीर्ण ताम्रफलक (कॉपर प्लेट सम्मान) और ₹50,000 की राशि एक विशेष समारोह में प्रदान की जाएगी. डोगरी भाषा का विजेता बाद में घोषित किया जाएगा.

अन्य भाषाओं के प्रमुख विजेता

अंग्रेजी

युवा पुरस्कार– अद्वैत कोट्टरी (किताब: Siddhartha – The Boy Who Became the Buddha)

बाल पुरस्कार– नितिन कुशलप्पा (किताब: South Indian Myths and Fables Retold)

पंजाबी

युवा पुरस्कार– मनदीप औलख (कविताएं: गर्ल्स हॉस्टल)

बाल पुरस्कार– पाली खादिम (जादू पत्ता)

उर्दू

युवा पुरस्कार– नेहा रुबाब (मजहरुल हक: तारीक-ए-आजादी-ए-हिंद)

बाल पुरस्कार– जजनफर इकबाल (कौमी सितारे)

असमिया: सुप्रकाश भुइयां, सुरेंद्र मोहन दास

बांग्ला: सुदेशना मोइत्रा, त्रिदिब कुमार चट्टोपाध्याय

बोडो: अमर खुंगुर बर, बिनय कुमार ब्रह्म

गुजराती: मयूर खावडू (नरसिंह टेकरी), कीर्तिदा ब्रह्मभट्ट (टिंचक)

इसके अलावा कन्नड़, कश्मीरी, मैथिली, मराठी, मलयालम, तमिल, तेलुगु, संस्कृत, ओड़िया, राजस्थानी, संथाली, सिंधी, नेपाली, मणिपुरी और कोंकणी भाषाओं के लेखकों को भी सम्मान मिला है.

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