
ऐसी एक यूपी की महिला ने 27 लाख रुपये की नौकरी छोड़कर की यूपीएससी की तैयारी और फिर…
लखनऊ की हरषिता सिंह ने यूपीपीएससी PCS-J परीक्षा में पहले प्रयास में ही छठी रैंक प्राप्त की और सफलता हासिल की.
हम अक्सर UPSC के उम्मीदवारों की सफलता की कहानियां सुनते हैं, जिन्होंने कठिनाइयों का सामना करके प्रतिष्ठित परीक्षा को पास किया. आज हम हरषिता सिंह की सफलता की कहानी पर नजर डालते हैं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग UPPSC की प्रांतीय सिविल सेवा न्यायिक परीक्षा PCS-J में सफलता प्राप्त की. उन्होंने पहले प्रयास में ही छठी रैंक हासिल की. PCS-J को पहले प्रयास में पास करना आसान नहीं होता, लेकिन सही रणनीति और मेहनत से सब कुछ मुमकिन है. हरषिता ने ये सफलता ईमानदार प्रयासों, शानदार रणनीति और समर्पण के साथ प्राप्त की है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक हरषिता ने अपनी स्कूली शिक्षा लोरिटो कॉन्वेंट, लखनऊ से की. इसके बाद, उन्होंने पंजाब की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से LLB की डिग्री प्राप्त की. हरषिता हमेशा यूनिवर्सिटी की टॉपर रही हैं और उन्होंने यूनिवर्सिटी में आठ गोल्ड मेडल भी जीते हैं. हरषिता के परिवार की बात करें तो उनकी मां एक गृहिणी और समाजसेवी हैं, जबकि उनके पिता विनोद भाकुनी, काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) में सीनियर वैज्ञानिक थे. उन्हें शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार भी मिला था. हरषिता का एक भाई अभ्युदय है, जो अमेरिका में सॉफ़्टवेयर इंजीनियर है.
हरषिता ने शुरू से ही PCS-J परीक्षा की तैयारी के लिए अपनी रणनीति तय कर ली थी. उन्होंने कोचिंग सेंटर में नाम नहीं लिखा, बल्कि खुद की रणनीति बनाई. वो रोज आठ से दस घंटे पढ़ाई करती थीं और Mains की तैयारी के लिए आधे घंटे तक लिखने की प्रैक्टिस करती थीं. एक मीडिया इंटरएक्शन में उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि उत्तरों में वर्तमान विषयों के उदाहरण होने चाहिए, जिससे वे ज्यादा प्रासंगिक हो जाते हैं.
LLB पूरा करने के बाद हरषिता को दिल्ली के एक बड़े लॉ फर्म से 27 लाख रुपये का पैकेज ऑफर हुआ, जिसे उन्होंने स्वीकार किया. कुछ समय तक काम करने के बाद उन्हें ये एहसास हुआ कि ये नौकरी उन्हें संतुष्टि नहीं दे रही है. वो लोगों की मदद और सेवा करना चाहती थीं, जिसे वो इस नौकरी से नहीं कर पा रही थीं. हालांकि वो महीने में दो लाख रुपये से ज्यादा कमा रही थीं, लेकिन उन्होंने ये नौकरी छोड़ने का फैसला किया. फिर अचानक एक दिन उन्होंने सिविल जज भर्ती परीक्षा देने का निर्णय लिया. पहले उन्हें MP PCS-J के लिए चुना गया, जहां उन्होंने 27वीं रैंक प्राप्त की. फिर उन्होंने यूपीपीएससी PCS-J परीक्षा दी और पहले प्रयास में छठी रैंक के साथ उसे पास किया.