बिग थ्री के बाद की सबसे बड़ी टक्कर, अलकाराज़ बनाम सिनर
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बिग थ्री के बाद की सबसे बड़ी टक्कर, अलकाराज़ बनाम सिनर

विंबलडन 2025 का फाइनल अलकाराज़ और सिनर के बीच नई टेनिस प्रतिद्वंद्विता का गवाह बनेगा। दोनों खिलाड़ी रिकॉर्ड, गौरव और इतिहास के लिए आमने-सामने होंगे।


Wimbledon 2025 final: जैसे ही विंबलडन का सेंटर कोर्ट एक और ऐतिहासिक भिड़ंत के लिए तैयार होता है। पूरी दुनिया की निगाहें टेनिस के दो सबसे बेहतरीन युवा सितारों कार्लोस अलकाराज़ और यानिक सिनर पर टिकी हैं। 2025 का यह फाइनल केवल खेल कौशल की परीक्षा नहीं है, बल्कि यह उस नई प्रतिद्वंद्विता का हिस्सा है जो फेडरर, नडाल और जोकोविच के युग के बाद के दौर को परिभाषित कर रही है। विशाल उप्पल पूर्व टेनिस खिलाड़ी और भारतीय बिली जीन किंग कप टीम के कप्तान ने इस भव्य मुकाबले को लेकर अपने विचार साझा किए।

कौन पड़ेगा भारी, अलकाराज़ या सिनर?

विशाल उप्पल कहते हैं, यह मैच लंबा और बेहद रोमांचक हो सकता है। फ्रेंच ओपन में मिली हार से सिनर ने बहुत कुछ सीखा होगा। वह चौथे सेट में मैच प्वाइंट तक पहुंच गए थे, लेकिन अंत में अलकाराज़ का खेल स्तर ऊँचा हो गया और उन्होंने मुकाबला निकाल लिया। मुझे लगता है कि सिनर इस अनुभव से काफी परिपक्व होकर कोर्ट पर उतरेंगे।हालांकि, यह देखना जरूरी होगा कि सिनर की कोहनी उन्हें परेशान कर रही है या नहीं। अगर वह फिट हैं, तो यह मुकाबला बेहद दिलचस्प होगा।

क्या आंकड़े अलकाराज़ को बढ़त दिलाते हैं?

आंकड़ों की बात करें तो अलकाराज़ और सिनर के बीच अब तक 12 मुकाबले हुए हैं, जिनमें अलकाराज़ ने 8 जीते हैं। लेकिन सिनर फिलहाल दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी हैं और उन्होंने सेमीफाइनल में नोवाक जोकोविच को हराया है जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। अलकाराज़ पहले ही दो बार विंबलडन चैंपियन बन चुके हैं और तीसरी बार खिताब जीतने का सपना देख रहे हैं। लेकिन सिनर फिलहाल अपने करियर के सबसे शानदार फॉर्म में हैं।

फ्रेंच ओपन की मानसिक छाप?

फ्रेंच ओपन 2025 का फाइनल एक 5 घंटे लंबा युद्ध जैसा था, जिसमें अलकाराज़ ने तीन मैच प्वाइंट बचाकर जीत दर्ज की। उप्पल का मानना है कि ऐसे मुकाबले खिलाड़ी को मानसिक रूप से मज़बूत बनाते हैं और सिनर जैसे स्मार्ट खिलाड़ी निश्चित रूप से अपनी गलतियों से सीखेंगे।

रिकॉर्ड की दौड़ में अलकाराज़ पर दबाव?

अगर अलकाराज़ यह फाइनल जीतते हैं तो वे कई रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। सबसे कम उम्र में तीन बार विंबलडन खिताब जीतने वाले पुरुष खिलाड़ी बन सकते हैं। स्पेन के लिए सबसे अधिक विंबलडन खिताब जीतने वाले खिलाड़ी बन सकते हैं (नडाल का रिकॉर्ड पार)लगातार तीन विंबलडन खिताब जीतने वाले सातवें पुरुष खिलाड़ी बन सकते हैं।ये उपलब्धियां उन्हें प्रेरणा देंगी या शायद दबाव भी।

क्या यह साल का निर्णायक मुकाबला है?

इस साल सिनर ने ऑस्ट्रेलियन ओपन, और अलकाराज़ ने फ्रेंच ओपन जीता है। इसलिए यह फाइनल एक तरह से टाई ब्रेकर जैसा है। और अब तक दोनों के बीच कोई भी मुकाबला एकतरफा नहीं रहा है।

क्या यह प्रतिद्वंद्विता 'बिग थ्री' के बाद की नई शुरुआत ?

विशाल उप्पल कहते हैं, बिना किसी शक के! फेडरर के संन्यास के बाद और नडाल-जोकोविच के करियर के अंतिम पड़ाव पर पहुंचने के साथ, टेनिस को एक नई प्रतिद्वंद्विता की ज़रूरत थी। और अलकाराज़ बनाम सिनर ने वह खालीपन भर दिया है।इन दोनों खिलाड़ियों ने बार-बार ग्रैंड स्लैम फाइनल में आमना-सामना किया है, एक-दूसरे को चुनौती दी है और खेल के स्तर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। रविवार को इस प्रतिद्वंद्विता का एक और रोमांचक अध्याय लिखा जाएगा। चाहे जो भी जीते, एक बात तय है टेनिस प्रेमी असली विजेता होंगे।

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