भारत को कुश्ती में ब्रोंज दिलाने वाले अमन का बढ़ गया था 4 किलो वजन, रात भर रही टेंशन
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भारत को कुश्ती में ब्रोंज दिलाने वाले अमन का बढ़ गया था 4 किलो वजन, रात भर रही टेंशन

अमन सहरावत ने रात भर रेन कोट पहन कर वर्जिश की और ज्यादा से ज्यादा पसीना बहाया. एक समय ऐसा आया जब कोच ने कहा सुभ जल्दी उठ कर प्रैक्टिस करना लेकिन अमन वजन कम करने के बाद ही सोने के लिए गये


Paris Olympics 2024: अमन सहरावत ने पेरिस ओलम्पिक्स खेलों में भारत को कुश्ती में मैडल दिलवाने में सफलता हासिल करने के साथ ही एक रिकॉर्ड भी बनाया है. अमन सहरावत देश के लिए ओलम्पिक खेलों में मैडल जितने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं. अमन ने 21 साल की उम्र में ये कारनामा कर दिखाया है. सिर्फ इतना ही नहीं कुश्ती से एक रात पहले अमन ने जो किया वो भी बहुत बड़ी मिसाल है. अमन ने एक रात मेइ 4 किलो से ज्यादा वजन घटाया है.


वजन घटाने के लिए रात भर बहाया पसीना
पेरिस ओलम्पिक्स में कुश्ती में भारत के लिए ब्रोंज मैडल जितने अमन सहरावत ने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में बताया कि प्रतियोगिता से एक रात पहले जब उन्होंने अपना वजन किया तो 61 किलो से ज्यादा था. ये देख कर उनकी नींद उड़ गयी, क्योंकि वो 57 किलो श्रेणी में हिस्सा ले रहे थे. उन्होंने अपने कोच की देखरेख में वजन कम करने पर काम शुरू किया.
अमन के कोच का कहना है कि जब सेमिफिनल का बौत ख़त्म हुआ तो वजन चेक किया गया. अमन का वजन 61 किलो से कुछ ज्यादा था. जैसे ही ये बात सामने आई तो तुरंत ही इसकी ट्रेनिंग शुरू की गयी. अमन ने जिम में एक से दो घंटे तक खूब पसीना बहाया. वजन किया तो 60 किलो था. ये देख कर मैंने कहा कि अब आराम कर लो तडके 3-4 बजे उठ कर फिर प्रकटिस करते हैं. लेकिन अमन के मन में डर बैठा था की कहीं विनेश की तरह न हो जाए. इसलिए हमने कोई रिस्क लेना उचित नहीं समझा, हमने रात में वजन कम करने को लेकर प्रैक्टिस की.

अमन ने रेनकोट पहन कर की प्रैक्टिस
अमन ने अपने इंटरव्यू में ये भी बताया कि रात को जब और प्रैक्टिस की तो उसके बाद भी वजन 10 ग्राम ज्यादा था. अमन ने अपनी प्रैक्टिस जारी राखी और इस दौरान साइकिलिंग, रनिंग, पुशअप किये. अमन ने ये भी बताया कि पूरी प्रैक्टिस के दौरान उसने रेन कोट पहने रखा ताकि पसीना ज्यादा से ज्यादा निकले.

गोल्ड लाने पर होगी असल ख़ुशी
अमन ने ब्रोंज मेडल जीतने पर ख़ुशी जाहिर की है लेकिन उनका कहना है कि असल ख़ुशी तब होगी जब गोल्ड मैडल लाऊंगा. अमन ने कहा कि मैं कुश्ती में और कड़ी मेहनत करूँगा. अमन ने कहा कि पहलवान सुशिल कुमार का सपना गोल्ड लाने का था. मै उस सपने को पूरा करना चाहता हूँ.

अमन ने माता पिता को किया याद
अमन बेहद साधारण परिवार से है. जब अमन 11 साल के थे तो उनके माता - पिता का देहांत हो गया था. उसके बाद से अमन का लालन पालन उनके दादा ने ही किया है. अमन ने कहा कि मेडल मिलने के समय मैंने अपने माता-पिता को याद किया. वो भी आज जहां भी होंगे काफी खुश होंगे.


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