बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में हार का असर,  BCCI ने बनाए कुछ सख्त नियम
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बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में हार का असर, BCCI ने बनाए कुछ सख्त नियम

Border Gavaskar Trophyमें टीम इंडिया की हार के बाद अब BCCI एक्शन में है। बताया जा रहा है कि लंबे टूर के समय क्रिकेटर अपनी पत्नियों को लंबे समय तक साथ नहीं रख सकेंगे


BCCI Rules for Players: ये बात सच है कि टीम इंडिया ना सिर्फ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) हार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप से भी बाहर हो गई। लेकिन बात सिर्फ इतनी नहीं। टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) से बन नहीं रही। इस तरह की खबरें आती रही हैं, हालांकि बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने इस तरह की खबरों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि किसी तरह का मतभेद नहीं है। इन सबके बीच यह जानकारी है कि ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया की हार को देखते हुए बीसीसीआई (BCCI) कठिन फैसले कर सकता है। क्रिकेटरों के साथ अब उनकी पत्नियां लंबे समय तक टूर पर नहीं रह सकतीं। बोर्ड का मानना है कि इससे खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर असर पड़ रहा है। बता दें कि साल 2019 से पहले तक क्रिकेटरों को लंबे टूर पर ज्यादा दिन तक रहने का नियम नहीं था।

दैनिक जागरण में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अगर 45 दिन का टूर होता है तो कोई भी क्रिकेटर खासतौर से अपनी पत्नी के साथ 14 दिन साथ रह सकता है। यही नहीं हर एक खिलाड़ी को बस से ही यात्रा करना अनिवार्य होगा। कोई भी खिलाड़ी अकेले यात्रा नहीं करेगा। इसके अलावी हेड कोच गौतम गंभीर और उनके मैनेजर गौरव अरोरा पर भी नकेल कसी गई है। गौतम गंभीर के मैनेजर को जिस होटल में टीम रुकी होगी उसमें रहने की इजाजत होगी और ना ही वो स्टेडियम के वीआईपी बॉक्स में बैठेंगे। यही नहीं गौतम गंभीर का मैनेजर ना को टीम बस या उसके पीछे वाली बस में बैठेगा।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हवाई यात्रा के दौरान, अगर खिलाड़ियों का सामान 150 किलोग्राम से ज़्यादा है, तो बीसीसीआई उसका भुगतान नहीं करेगा। खिलाड़ियों से कहा जाएगा कि वे खुद ही इसका खर्च उठाएं।भारत के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा, मुख्य कोच गौतम गंभीर और चयन समिति के प्रमुख अजीत अगरकर ने बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की, जिसमें नवनियुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष भी शामिल थे। इस बैठक में इन मामलों पर चर्चा की गई।

विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित (Rohit Sharma) समेत दिग्गज सितारों के भविष्य के साथ-साथ गंभीर के कोचिंग स्टाफ़ के कार्यकाल पर भी इस बैठक में चर्चा की गई।यह भी सुझाव दिया गया कि टीम में सहयोगी स्टाफ़ का कार्यकाल तीन साल तक सीमित होना चाहिए। बीसीसीआई के अधिकारियों का मानना ​​है कि प्रदर्शन में गिरावट आई है, क्योंकि कुछ सहयोगी स्टाफ सदस्य काफ़ी लंबे समय से टीम के साथ हैं।

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