खराब खेल के बाद BCCI हुआ सख्त, क्रिकेटर्स की बढ़ सकती है मुश्किल
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खराब खेल के बाद BCCI हुआ सख्त, क्रिकेटर्स की बढ़ सकती है मुश्किल

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया की हार के बाद बीसीसीआई भी एक्शन में है। अब कुछ ऐसे नियम बनाए हैं जिसे सभी खिलाड़ियों को पालन करना ही होगा।


Border Gavaskar Trophy: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया की पराजय के बाद बीसीसीआई में सख्त मास्टर की भूमिका में आ गया है। रिपोर्ट के मुताबिक अभी हाल ही में बीसीसीआई ने लंबे टूर पर क्रिकेटरों और उनकी पत्नियों के संबंध में कुछ नियम बनाए हैं। वहीं दूसरी तरफ स्टार कल्चर पर भी रोक लगाने की फैसला किया है। यानी कि सभी खिलाड़ियों और टीम मैनेजमेंट को टीम बस में ही यात्रा करना होगा। यही नहीं 10 प्वाइंट्स नीति को लागू किया जिससे खिलाड़ियों को परेशानी बढ़ सकती है।

बीसीसीआई के सख्त नियम

  • अक्सर यह देखा गया है कि स्टार प्लेयर घरेलू क्रिकेट खेलने आनाकानी करते रहे हैं या यूं कहें कि बचने की कोशिश करते रहे हैं। लेकिन अब उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना होगा। यह भी देखा गया है कि दिग्गज खिलाड़ी आईपीएल का हिस्सा तो बनते हैं लेकिन घरेलू क्रिकेट नहीं खेलना चाहते।
  • खिलाड़ी अब मैच और प्रैक्टिस सेशन के लिए टीम बस में ही यात्रा करेंगे। इससे टीम के खिलाड़ियों में एकजुटता का भाव पैदा होता है। अगर कोई खिलाड़ी अपनी फैमिली के साथ यात्रा कर रहा है तो उसे कोच गौतम गंभीर और सलेक्टर अजीत अगरकर से पहले परमिशन लेनी होगी।
  • खिलाड़ी अब तय सीमा तक ही सामान ले जा सकेंगे। इसकी सीमा 150 किलोग्राम तय कर दी गई है। इससे अधिक वजन ले जाने पर खुद खर्च उठाना होगा।
  • टीम को कोई भी सदस्य टूर या सीरीज के दौरान अपने पर्सनल स्टाफ को नहीं रख सकेगा। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान कोच गंभीर के पर्सनल स्टाफ यानी मैनेजर को लेकर विवाद हुआ था। इसके साथ ही हार्दिक पांड्या भी खानसामा के मुद्दे पर चर्चा में थे।
  • बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में भेजे गए उपकरण और निजी सामान के साथ तालमेल की बात कही गई है। अगर किसी खिलाड़ी को अतिरिक्त सुविधा चाहिए तो उसे खुद ही खर्च करना होगा। बताया जाता है कि सीनियर प्लेयर्स अपने निजी किट को यहां भेजते हैं और रखरखाव की जिम्मेदारी बढ़ जाती है।
  • प्रैक्टिस सेशन से अब कोई खिलाड़ी इनकार नहीं कर सकेगा। ऐसा देखा गया है कि खिलाड़ी निजी वजहों से प्रैक्टिस सेशन का हिस्सा नहीं बनते। लेकिन अब ऐसा करना संभव नहीं होगा। हालांकि वर्कलोड को देखते हुए खिलाड़ियों के संबंध में फैसला मैनेजमेंट ले सकता है।
  • सीरीज या टूर के दौरान खिलाड़ी पर्सनल फोटो शूट या एड शूट का हिस्सा नहीं बन सकेंगे।
  • किसी भी खिलाड़ी के खिलाफ अनुशासनात्मक एक्शन का अधिकार मैनेजमेंट ने अपने पास रखा है। बीसीसाई किसी भी खिलाड़ी को तर्कसंगत तरीके आईपीएल या दूसरे टूर्नामेंट में हिस्सा लेने पर रोक लगा सकती है।
  • यदि पहले सीरीज तय अवधि से पहले खत्म होती थी तो खिलाड़ियों को घर जाने की आजादी होती थी। लेकिन अब प्लेयर्स को सीरीज की पूरी अवधि तक टीम के साथ ही रहना होगा।
  • अगर कोई सीरीज या टूर 45 दिनों की है तो उस केस में खिलाड़ियों की पत्नियां सीमित अवधि तक ही साथ रह सकेंगी। पत्नी और 18 साल के कम उम्र के बच्चे को 14 दिन साथ रहने की इजाजत दी गई है।
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