कोहली को लेकर गंभीर बोले- वह रनों के भूखे हैं, हर मैच के बाद उन्हें जज करने की जरूरत नहीं
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कोहली को लेकर गंभीर बोले- वह रनों के भूखे हैं, हर मैच के बाद उन्हें जज करने की जरूरत नहीं

भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर का कहना है कि विराट कोहली जल्द ही अपनी परफॉरमेंस में लौटेंगे. वो शुरुआत से ही रनों के भूखे हैं और आज भी उनके अन्दर वो भूख बाकी है.


Gambhir On Kohli Performance : भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और ओपनिंग बल्लेबाज विरत कोहली इन दिनों ख़राब फॉर्म का सामने कर रहे हैं. लेकिन उनकी इस फॉर्म को लेकर भारत क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर जरा भी चिंतित नहीं है. विरत कोहली को लेकर गौतम गंभीर का कहना है कि कोहली एक स्टार बल्लेबाज हैं, जो रनों के लिए अब भी उतना ही भूखा है, जितना शुरुआत के समय में था और हर मैच के बाद उसका आकलन नहीं किया जाना चाहिए.

अगर कोहली की बात करें तो उन्होंने अपनी पिछली आठ पारियों में केवल एक अर्धशतक, दिसंबर 2023 में सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 76 रन की पारी खेली है, और उनका अपनी फॉर्म में लौटना बुधवार से न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू हो रही तीन टेस्ट मैचों की सीरीज और अगले महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली पांच मैचों की सीरीज के लिए महत्वपूर्ण है.

गंभीर को है पूरा भरोसा
गंभीर ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा, "देखिए, विराट के बारे में मेरे विचार हमेशा से स्पष्ट रहे हैं कि वह विश्व स्तरीय क्रिकेटर हैं. उन्होंने इतने लंबे समय तक अच्छा प्रदर्शन किया है. उनमें आज भी उतनी ही भूख है जितनी तब थी जब उन्होंने पदार्पण किया था। आज भी उनकी भूख बरकरार है."
उन्होंने कहा, "यही भूख उसे विश्वस्तरीय क्रिकेटर बनाती है. मुझे यकीन है कि वह इस श्रृंखला में रन बनाने के लिए भूखा होगा और शायद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी ऐसा ही करेगा." गंभीर ने कहा कि यह बल्लेबाज एक बार जब रन बनाने के चरण में आ जाता है तो उल्लेखनीय रूप से लगातार अच्छा प्रदर्शन करता है.
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मुझे पूरा विश्वास है कि वह श्रृंखला के इन तीन टेस्ट मैचों और फिर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ध्यान देंगे।’’ गंभीर ने अपनी राय दोहराते हुए कहा कि किसी खिलाड़ी का मूल्यांकन एक खराब मैच या एक श्रृंखला के आधार पर नहीं किया जाना चाहिए. "आप हर खेल के बाद लोगों का मूल्यांकन नहीं करते. अगर आप हर खेल के बाद लोगों का मूल्यांकन करते रहेंगे, तो यह उनके प्रति उचित नहीं है. यह एक खेल है और लोगों का असफल होना तय है.
उन्होंने कहा, "लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यदि हम परिणाम प्राप्त कर सकते हैं, यदि लोग हमारे पक्ष में परिणाम प्राप्त करने के लिए आवश्यक कार्य कर रहे हैं, तो यह ठीक है."
पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि उनका काम खिलाड़ियों का समर्थन करना और उन्हें सफलता के लिए भूखा रखना है, विशेषकर लंबे सत्र के दौरान, जिसमें भारत को आठ और टेस्ट मैच खेलने हैं.
"हर किसी के लिए हर दिन सबसे अच्छा नहीं होता। मुझे लगता है कि हमारे पास जिस तरह का माहौल है, वह यह है कि हम अपने खिलाड़ियों का समर्थन करते रहते हैं. मेरा काम खिलाड़ियों का समर्थन करते रहना है. मेरा काम सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग 11 का चयन करना है, किसी को बाहर नहीं करना है.
गंभीर ने कहा, "मुझे यकीन है कि हर कोई भूखा है और उन्हें पता है कि लगातार आठ टेस्ट मैच होने हैं. इसलिए, यह शायद लगातार आठ टेस्ट मैच खेलने और अच्छा प्रदर्शन करने की शुरुआत है."


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